तू ऐसा कार्य करने से सदा दूर रहे कि दूराचारियों के साथ धार्मिक भी मारे जाएँ। धार्मिकों की दशा दुराचारियों के सदृश हो, यह कार्य तुझसे कभी न हो। क्या सारी पृथ्वी का न्यायाधीश उचित न्याय न करेगा?’
2 कुरिन्थियों 5:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) क्योंकि हम-सब को मसीह के न्यायासन के सामने प्रस्तुत किया जायेगा। प्रत्येक व्यक्ति ने शरीर में रहते समय जो कुछ किया है, चाहे वह भलाई हो या बुराई, उसे उसका प्रतिफल मिलेगा। पवित्र बाइबल हम सब को अपने शरीर में स्थित रह कर भला या बुरा, जो कुछ किया है, उसका फल पाने के लिये मसीह के न्यायासन के सामने अवश्य उपस्थित होना होगा। Hindi Holy Bible क्योंकि अवश्य है, कि हम सब का हाल मसीह के न्याय आसन के साम्हने खुल जाए, कि हर एक व्यक्ति अपने अपने भले बुरे कामों का बदला जो उस ने देह के द्वारा किए हों पाए॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि अवश्य है कि हम सब का हाल मसीह के न्याय आसन के सामने खुल जाए, कि हर एक व्यक्ति अपने अपने भले बुरे कामों का बदला जो उसने देह के द्वारा किए हों पाए। नवीन हिंदी बाइबल क्योंकि हम सब को मसीह के न्यायासन के सामने उपस्थित होना अवश्य है ताकि प्रत्येक को अपने उन भले या बुरे कार्यों का प्रतिफल मिले जो उसने देह के द्वारा किए हैं। सरल हिन्दी बाइबल क्योंकि यह अवश्य है कि हम सब मसीह के न्यायासन के सामने उपस्थित हों कि हर एक को शारीरिक देह में किए गए उचित या अनुचित के अनुसार फल प्राप्त हो. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि अवश्य है, कि हम सब का हाल मसीह के न्याय आसन के सामने खुल जाए, कि हर एक व्यक्ति अपने-अपने भले बुरे कामों का बदला जो उसने देह के द्वारा किए हों, पाए। (इफि. 6:8, मत्ती 16:27, सभो. 12:14) |
तू ऐसा कार्य करने से सदा दूर रहे कि दूराचारियों के साथ धार्मिक भी मारे जाएँ। धार्मिकों की दशा दुराचारियों के सदृश हो, यह कार्य तुझसे कभी न हो। क्या सारी पृथ्वी का न्यायाधीश उचित न्याय न करेगा?’
तब तू स्वर्ग से उनका मुकदमा सुनना, और कार्य करना। प्रभु, अपने सेवकों का न्याय करना; दुर्जन को दुर्जन घोषित करना, और उसके आचरण का फल उसके सिर पर लौटाना। परन्तु सज्जन को सज्जन सिद्ध करना, और उसकी सज्जनता के अनुरूप उसे फल देना।
तो तू उसे क्षमा कर अपने निवास-स्थान स्वर्ग से उसकी प्रार्थना सुनना और कार्य करना। प्रत्येक मनुष्य को, जिसका हृदय तू जानता है, उसके कार्य के अनुरूप फल देना। प्रभु, केवल तू मनुष्य के हृदय को जानता है।
वह मनुष्य के कर्म के अनुसार उसको प्रतिफल देता है; और प्रत्येक मनुष्य अपने आचरण के अनुरूप फल भोगता है।
और स्वामी, करुणा भी तेरी ही है; क्योंकि तू मनुष्य को उसके कामों के अनुसार फल देता है।
प्रभु के सम्मुख जयजयकार करें; क्योंकि वह पृथ्वी का न्याय करने को आ रहा है; वह धार्मिकता से संसार का, और निष्पक्षता से सब जातियों का न्याय करेगा।
ओ जवान, अपनी जवानी भर आनन्द मना, अपनी जवानी के दिनों में अपना हृदय आनन्द से भर ले। जिस मार्ग पर तेरा दिल तुझे ले जाए, जो मार्ग तेरी आंखों में उचित लगे, उस पर चल। किन्तु यह बात जान ले, तेरे सब कामों के विषय में स्पष्टीकरण के लिए परमेश्वर तुझे कटघरे में खड़ा करेगा।
परमेश्वर मनुष्य के प्रत्येक कर्म को, उसकी सब गुप्त बातों को, चाहे वे भली हों या बुरी, न्याय के समय प्रस्तुत करेगा।
‘इसलिए मैं तुम में से प्रत्येक व्यक्ति का न्याय उसके आचरण के अनुरूप करूंगा। मैं, स्वामी-प्रभु यही कहता हूँ। ओ इस्राएलियो! अपने कुकर्मों के लिए पश्चात्ताप करो, और अपने दुराचरण को छोड़ दो। ऐसा न हो कि तुम्हारा अधर्म तुम्हारे पतन का कारण बन जाए।
क्योंकि मानव-पुत्र अपने स्वर्गदूतों के साथ अपने पिता की महिमा में आएगा और वह प्रत्येक मनुष्य को उसके कर्मों के अनुसार फल देगा।
और उन्होंने हमें आदेश दिया कि हम जनता को उपदेश दे कर घोषित करें और स्पष्ट साक्षी दें कि यह वही हैं, जिन्हें परमेश्वर ने जीवितों और मृतकों का न्यायकर्ता नियुक्त किया है।
क्योंकि उसने वह दिन निश्चित किया है, जिस में वह एक पूर्व-निर्धारित व्यक्ति द्वारा समस्त संसार का न्यायपूर्वक विचार करेगा। परमेश्वर ने उस व्यक्ति को मृतकों में से पुनर्जीवित कर सब को अपने इस निश्चय का प्रमाण दिया है।”
यह सब उस दिन प्रकट किया जायेगा, जब परमेश्वर, मेरे शुभ समाचार के अनुसार, येशु मसीह द्वारा मनुष्यों के गुप्त विचारों का न्याय करेगा।
मैं आपकी मानवीय दुर्बलता के कारण साधारण मानव जीवन का उदाहरण दे रहा हूँ। आप लोगों ने जिस तरह पहले अपने शरीर को अशुद्धता और अधर्म के अधीन किया था, जिससे वह दूषित हो गया था, उसी तरह अब आप अपने शरीर को धार्मिकता के अधीन कर दीजिए, जिससे वह पवित्र हो जाये।
इसलिए समय से पूर्व, प्रभु के आने तक, आप किसी बात का न्याय मत कीजिए। वही अन्धकार में छिपी हुई बातों को प्रकाश में लायेंगे और मनुष्यों के हृदय के गुप्त अभिप्राय प्रकट करेंगे। उस समय हर एक को परमेश्वर की ओर से यथायोग्य श्रेय दिया जायेगा।
मैं आप लोगों को दोष देने के लिए यह नहीं कह रहा हूँ। मैं तो आप से कह चुका हूँ कि आप हमारे हृदय में घर कर गये हैं-हम जीवन-मरण के साथी हैं।
क्योंकि आप जानते हैं कि प्रत्येक मनुष्य, चाहे वह दास हो या स्वतन्त्र, जो भी भलाई करेगा, उसका पुरस्कार वह प्रभु से प्राप्त करेगा।
उन्हें जीवितों और मृतकों का न्याय करनेवाले परमेश्वर को अपने आचरण का लेखा देना पड़ेगा।
मैं उसकी सन्तति का संहार करूंगा और सब कलीसियाएँ यह जान जायेंगी कि मैं वह हूँ, जो मन और ह्रदय की थाह लेता है और मैं तुम में से हर एक को उसके कर्मों का फल दूँगा।
[येशु ने कहा,] “देखो, मैं शीघ्र ही आ रहा हूँ। मेरा पुरस्कार मेरे पास है और मैं प्रत्येक मनुष्य को उसके कर्मों का प्रतिफल दूँगा।
प्रभु के विरोधी टुकड़े-टुकड़े कर दिए जाएँगे; सर्वोच्च प्रभु आकाश से उन पर गरजेगा। वह पृथ्वी के सीमांतों तक न्याय करेगा; वह अपने राजा को शक्ति प्रदान करेगा, और अपने अभिषिक्त का सिर ऊंचा उठाएगा।’
अब गर्व के बोल मत बोलो। तुम्हारे मुँह से धृष्ट वचन न निकलें; क्योंकि प्रभु सर्वज्ञ परमेश्वर है, वही कर्मों को तौलता है।