ऑनलाइन बाइबिल

विज्ञापनों


संपूर्ण बाइबिल पुराना वसीयतनामा नया करार




2 इतिहास 26:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

नबी जकर्याह उसको परमेश्‍वर की भक्‍ति करना सिखाता था। नबी जकर्याह के समय में वह परमेश्‍वर की बातों में ध्‍यान लगाता था, और परमेश्‍वर की इच्‍छा जानने का प्रयत्‍न करता था। जब तक वह प्रभु की इच्‍छा के अनुरूप आचरण करता रहा, तब तक प्रभु ने उसके हरएक कार्य को सफल बनाया।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबल

उज्जिय्याह ने परमेश्वर का अनुसरण जकर्याह के जीवन—काल में किया। जकर्याह ने उज्जिय्याह को शिक्षा दी कि परमेश्वर का सम्मान और उसकी आज्ञा का पालन कैसे किया जाता है। जब उज्जिय्याह यहोवा की आज्ञा का पालन कर रहा था तब परमेश्वर ने उसे सफलता दिलाई।

अध्याय देखें

Hindi Holy Bible

और जकर्याह के दिनों में जो परमेश्वर के दर्शन के विषय समझ रखता था, वह परमेश्वर की खोज में लगा रहता था; और जब तक वह यहोवा की खोज में लगा रहा, तब तक परमेश्वर उसको भाग्यवान किए रहा।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

जकर्याह के दिनों में जो परमेश्‍वर के दर्शन के विषय समझ रखता था, वह परमेश्‍वर की खोज में लगा रहता था; और जब तक वह यहोवा की खोज में लगा रहा, तब तक परमेश्‍वर ने उसको सफलता दी।

अध्याय देखें

सरल हिन्दी बाइबल

ज़करयाह के जीवनकाल में परमेश्वर की खोज करता रहा. याहवेह के दर्शन के कारण ज़करयाह में समझ थी. जब तक वह याहवेह की खोज करता रहा, याहवेह उसे और बढ़ाते रहे.

अध्याय देखें

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

जकर्याह के दिनों में जो परमेश्वर के दर्शन के विषय समझ रखता था, वह परमेश्वर की खोज में लगा रहता था; और जब तक वह यहोवा की खोज में लगा रहा, तब तक परमेश्वर ने उसको सफलता दी।

अध्याय देखें



2 इतिहास 26:5
24 क्रॉस रेफरेंस  

फरओ ने यूसुफ से कहा, ‘मैंने एक स्‍वप्‍न देखा है। किन्‍तु उसका अर्थ बतानेवाला कोई नहीं है। मैंने तुम्‍हारे विषय में सुना है कि तुम स्‍वप्‍न सुनकर उसका अर्थ बता सकते हो।’


फरओ ने अपने कर्मचारियों से कहा, ‘क्‍या हम इस व्यक्‍ति के सदृश, जिसमें परमेश्‍वर का आत्‍मा है, किसी दूसरे व्यक्‍ति को पा सकते हैं?’


जैसे उसके पिता ऊज्‍जियाह ने उन कार्यों को किया, जो प्रभु की दृष्‍टि में उचित थे, वैसे उसने भी किया।


‘अब, मेरे पुत्र, प्रभु तेरे साथ हो! जैसा उसने तेरे विषय में कहा है, वैसा ही तू अपने प्रभु परमेश्‍वर के लिए भवन बनाने में सफल हो!


जो संविधियां और न्‍याय-सिद्धान्‍त प्रभु ने इस्राएली राष्‍ट्र के लिए मूसा को दिए थे, यदि तू उनका पालन करने में तत्‍पर रहेगा तो तू फूलेगा-फलेगा। शक्‍तिशाली और साहसी बन! भयभीत मत हो! निराश मत हो!


समस्‍त राज्‍य में शान्‍ति थी। अत: राजा ने यहूदा प्रदेश में किलाबन्‍द नगरों का निर्माण किया। प्रभु ने उस को शान्‍ति प्रदान की थी। उसके राज्‍य-काल में युद्ध नहीं हुए।


और वह राजा आसा से मिलने के लिए गया। अजर्याह ने उससे कहा, ‘महाराज आसा, यहूदा और बिन्‍यामिन भूमि-क्षेत्रों के निवासियो, मेरी बात सुनो। ‘जब तुम प्रभु के साथ रहोगे तब वह तुम्‍हारे साथ रहेगा; जब तुम उसको खोजोगे तब वह तुम्‍हें मिलेगा। किन्‍तु यदि तुम उसको त्‍याग दोगे तो वह तुम्‍हें भी त्‍याग देगा!


योआश ने पुरोहित यहोयादा के जीवन-भर वे ही कार्य किये जो प्रभु की दृष्‍टि में उचित थे।


महाराज, यदि आप सोचते हैं कि आप इस रीति से युद्ध के लिए शक्‍तिशाली हो जाएंगे, तो यह आपकी भूल है। परमेश्‍वर आपको शत्रु के सामने पराजित करवा देगा; क्‍योंकि जय और पराजय प्रदान करना परमेश्‍वर के हाथ है।’


जैसे उसके पिता अमस्‍याह ने उन कार्यों को किया था जो प्रभु की दृष्‍टि में उचित थे, वैसे ही उसने भी किया।


योताम प्रभु परमेश्‍वर की इच्‍छा के अनुरूप आचरण करता था; अत: वह अत्‍यन्‍त शक्‍तिशाली हो गया।


जब हिजकियाह ने राज्‍य करना आरम्‍भ किया तब वह पच्‍चीस वर्ष का था। उसने उनतीस वर्ष तक राजधानी यरूशलेम में राज्‍य किया। उसकी मां का नाम अबीयाह था। वह जकर्याह की पुत्री थी।


इसी हिजकियाह ने गीहोन जलस्रोत के उपरले उद्गम-स्‍थान को बन्‍दकर उसको नीचे की ओर दाऊदपुर के पश्‍चिमी भाग में बहाया था। वह अपने हर काम में सफल होता था।


वह उस वृक्ष के समान है जो नहर के तट पर रोपा गया, जो अपनी ऋतु में फलता है, और जिसके पत्ते मुरझाते नहीं। जो कुछ धार्मिक मनुष्‍य करता है, वह सफल होता है।


परमेश्‍वर ने इन चार इस्राएली जवानों को सब प्रकार के शास्‍त्रों और सब प्रकार की विद्याओं को समझने के लिए बुद्धि और प्रवीणता प्रदान की। दानिएल प्रत्‍येक प्रकार के दिव्‍य-दर्शन और स्‍वप्‍न का अर्थ समझने लगा। उसमें यह समझ आ गई।


फारस देश के सम्राट कुस्रू के राज्‍य-काल के तीसरे वर्ष में दानिएल को जो बेलतशस्‍सर भी कहलाते हैं, परमेश्‍वर की ओर से एक वाक्‍य सुनाया गया, और यह वाक्‍य सच था, और वाक्‍य का सम्‍बन्‍ध एक बड़े संघर्ष से था। दानिएल ने वाक्‍य का अर्थ समझ लिया। उनमें दर्शन को समझने की सामर्थ्य थी।


और रात के समय दर्शन के माध्‍यम से दानिएल पर रहस्‍य प्रकट किया गया। दानिएल से स्‍वर्गिक परमेश्‍वर को धन्‍यवाद दिया।


मैंने सुना है कि तुम न केवल सपनों के अर्थ बता सकते हो बल्‍कि समस्‍याओं को सुलझा भी सकते हो। यदि तुम दीवार के इस लेख को पढ़ लोगे और इसका अर्थ मुझे बताओगे तो मैं तुमको राजसी वस्‍त्र से विभूषित करूंगा, तुम्‍हारे गले में सोने की माला डालूंगा और तुमको अपने राज्‍य का तीसरा प्रमुख शासक बना दूंगा।’


प्रभु यह कहता है : ओ एफ्रइम, मैं तेरे साथ कैसा व्‍यवहार करूं? ओ यहूदा, मैं तेरे साथ क्‍या करूं? मेरे प्रति तेरा प्रेम सबेरे के बादल के समान भाप बनकर उड़नेवाली ओस की बूंद के सदृश क्षणभंगुर है।


आप लोगों में भी ऐसे लोग निकल आयेंगे, जो शिष्‍यों को भटका कर अपने अनुयायी बनाने के लिए भ्रान्‍तिपूर्ण बातों का प्रचार करेंगे।


तू साहसी और शक्‍तिशाली बन! जिस व्‍यवस्‍था का आदेश मेरे सेवक मूसा ने तुझे दिया है, उसका पालन कर और उसके अनुसार कार्य कर। उस व्‍यवस्‍था से न दाहिनी ओर मुड़ना, और न बायीं ओर। तब तू जहाँ-जहाँ जाएगा, वहाँ-वहाँ सफल होगा।


इस व्‍यवस्‍था-ग्रन्‍थ के शब्‍द तेरे मुंह से कभी अलग न हों। तू रात-दिन उसका पाठ करना, ताकि तू उसमें लिखी हुई सब बातों का पालन कर सके और उनके अनुसार कार्य कर सके। तब तू अपने मार्ग पर उन्नति करेगा, तू अपने कार्य में सफल होगा।


इस्राएली लोग यहोशुअ के जीवनभर, तथा उसके पश्‍चात् धर्मवृद्धों के जीवनभर, प्रभु की सेवा करते रहे। इन धर्मवृद्धों ने प्रभु के उन सब महान् कार्यों को देखा था, जो प्रभु ने इस्राएलियों के हितार्थ किए थे।