तत्पश्चात् पुरोहित यहोयादा ने प्रभु और राजा तथा लोगों के मध्य विधान की धर्मविधि सम्पन्न की, जिससे लोग प्रभु के निज लोग बनें। उसने राजा और प्रजा के मध्य भी सन्धि स्थापित की।
2 इतिहास 23:16 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तत्पश्चात् पुरोहित यहोयादा ने प्रभु और प्रजा तथा राजा के मध्य विधान की धर्मविधि सम्पन्न की, जिससे वे प्रभु के निज लोग बन सकें। पवित्र बाइबल तब यहोयादा ने राजा औऱ सभी लोगों के साथ एक सन्धि की। सभी ने स्वीकार किया कि वे यहोवा के लोग रहेंगे। Hindi Holy Bible तब यहोयादा ने अपने और सारी प्रजा के और राजा के बीच यहोवा की प्रजा होने की वाचा बन्धवाई। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब यहोयादा ने अपने और सारी प्रजा के और राजा के बीच यहोवा की प्रजा होने की वाचा बन्धाई। सरल हिन्दी बाइबल यहोयादा ने खुद अपने, सारी प्रजा और राजा के साथ यह वाचा बांधी, कि वे अब याहवेह के होकर रहेंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब यहोयादा ने अपने और सारी प्रजा के और राजा के बीच यहोवा की प्रजा होने की वाचा बँधाई। |
तत्पश्चात् पुरोहित यहोयादा ने प्रभु और राजा तथा लोगों के मध्य विधान की धर्मविधि सम्पन्न की, जिससे लोग प्रभु के निज लोग बनें। उसने राजा और प्रजा के मध्य भी सन्धि स्थापित की।
उसी दिन वे प्रभु के साथ स्थापित विधान की धर्मविधि में सम्मिलित हुए कि वे सम्पूर्ण हृदय और सम्पूर्ण प्राण से अपने पूर्वजों के प्रभु परमेश्वर के खोजी बनेंगे।
उन्होंने जय-जयकार और अत्यन्त उच्च स्वर में, तुरहियां तथा नरसिंगे बजाते हुए प्रभु की शपथ ली।
इस शपथ से यहूदा प्रदेश का समस्त जनसमुदाय अत्यन्त प्रसन्न हुआ; क्योंकि लोगों ने मुक्त हृदय से यह शपथ खाई थी। उन्होंने सम्पूर्ण हृदय से प्रभु को ढूंढ़ा था और वह उनको प्राप्त हुआ था। प्रभु ने उनके चारों ओर के शत्रुओं से उन्हें विश्राम दिया।
अब यह मेरी हार्दिक इच्छा है कि मैं इस्राएल के प्रभु परमेश्वर के साथ विधान की धर्मविधि सम्पन्न करूं, जिससे उसकी क्रोधाग्नि हमसे दूर हो जाए।
इसलिए आइए, हम अपने परमेश्वर से प्रतिज्ञा करें और आपके तथा परमेश्वर की आज्ञा के प्रति श्रद्धा-भक्ति रखने वालों के परामर्श के अनुसार इन विदेशी पत्नियों और उनकी सन्तान को अपने समाज से निकाल दें। यह कार्य व्यवस्था के अनुसार किया जाए।
‘इन सब बातों के कारण हम तेरे साथ सुदृढ़ व्यवस्थान स्थापित करते हैं। हम उसको लिख देते हैं; और उस पर हमारे शासक, उपपुरोहित और पुरोहित हस्ताक्षर करेंगे।’
उनमें से एक कहेगा, ‘मैं प्रभु का हूं,’ तो दूसरा अपना नाम ‘याकूब’ रखेगा। अन्य व्यक्ति अपने हाथ पर यह खुदवाएगा : ‘यह प्रभु का है,’ और अपना कुल-नाम ‘इस्राएल’ बताएगा।