ऑनलाइन बाइबिल

विज्ञापनों


संपूर्ण बाइबिल पुराना वसीयतनामा नया करार




2 इतिहास 14:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

तब राजा आसा ने प्रभु परमेश्‍वर की दुहाई दी। उसने कहा, ‘हे प्रभु, निर्बल की सहायता करने वाला तेरे समान और कौन ईश्‍वर है? जब बलवान और निर्बल में लड़ाई होती है, तब तू निर्बल की सहायता करता है। हे प्रभु परमेश्‍वर, हमारी सहायता कर; क्‍योंकि हमने तुझ पर भरोसा किया है। हम तेरे नाम में ही शत्रु की इस विशाल सेना का सामना करने के लिए आए हैं। हे प्रभु, तू ही हमारा परमेश्‍वर है। कोई भी मनुष्‍य तुझ पर प्रबल न हो!’

अध्याय देखें

पवित्र बाइबल

आसा ने यहोवा परमेश्वर को पुकारा और कहा, “यहोवा, केवल तू ही बलवान लोगों के विरुद्ध कमजोर लोगों की सहायता कर सकता है! हे मेरे यहोवा परमेश्वर हमारी सहायता कर! हम तुझ पर आश्रित हैं। हम तेरे नाम पर इस विशाल सेना से युद्ध करते हैं। हे यहोवा, तू हमारा परमेश्वर है! अपने विरुद्ध किसी को जीतने न दे!”

अध्याय देखें

Hindi Holy Bible

तब आसा ने अपने परमेश्वर यहोवा की यों दोहाई दी, कि हे यहोवा! जैसे तू सामथीं की सहायता कर सकता है, वैसे ही शक्तिहीन की भी; हे हमारे परमेश्वर यहोवा! हमारी सहायता कर, क्योंकि हमारा भरोसा तुझी पर है और तेरे नाम का भरोसा कर के हम इस भीड़ के विरुद्ध आए हैं। हे यहोवा, तू हमारा परमेश्वर है; मनुष्य तुझ पर प्रबल न होने पाएगा।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

तब आसा ने अपने परमेश्‍वर यहोवा की यों दोहाई दी, “हे यहोवा! जैसे तू सामर्थी की सहायता कर सकता है, वैसे ही शक्‍तिहीन की भी; हे हमारे परमेश्‍वर यहोवा! हमारी सहायता कर, क्योंकि हमारा भरोसा तुझी पर है और तेरे नाम का भरोसा करके हम इस भीड़ के विरुद्ध आए हैं। हे यहोवा, तू हमारा परमेश्‍वर है; मनुष्य तुझ पर प्रबल न होने पाएगा।”

अध्याय देखें

सरल हिन्दी बाइबल

आसा ने याहवेह, अपने परमेश्वर की दोहाई दी और यह याचना की, “याहवेह, शक्तिशाली और कमजोर के बीच युद्ध की स्थिति में आपके अलावा और कोई भी नहीं है, जो सहायता के लिए उपलब्ध हो. इसलिये याहवेह, हमारे परमेश्वर, हमारी सहायता कीजिए, क्योंकि हमारा भरोसा आप पर है. हम आपकी महिमा के कारण इस विशाल सेना के विरुद्ध खड़े हैं. याहवेह, हमारे परमेश्वर आप हैं. ऐसा कभी न हो कि कोई मनुष्य आप पर प्रबल हो.”

अध्याय देखें

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

तब आसा ने अपने परमेश्वर यहोवा की दुहाई दी, “हे यहोवा! जैसे तू सामर्थी की सहायता कर सकता है, वैसे ही शक्तिहीन की भी; हे हमारे परमेश्वर यहोवा! हमारी सहायता कर, क्योंकि हमारा भरोसा तुझी पर है और तेरे नाम का भरोसा करके हम इस भीड़ के विरुद्ध आए हैं। हे यहोवा, तू हमारा परमेश्वर है; मनुष्य तुझ पर प्रबल न होने पाएगा।”

अध्याय देखें



2 इतिहास 14:11
59 क्रॉस रेफरेंस  

‘जब तेरे निज लोग अपने शत्रु से युद्ध करने के लिए नगर से बाहर निकलेंगे और उस मार्ग पर जाएंगे जिस पर तू उन्‍हें भेजेगा, तब यदि वे उस नगर की ओर जिसको तूने चुना है, और उस भवन की ओर, जो मैंने तेरे नाम की महिमा के लिए निर्मित किया है, तुझ-प्रभु से प्रार्थना करेंगे,


परन्‍तु हगारई आदि सेनाओं को इस्राएली सैनिकों के विरुद्ध सहायता प्राप्‍त हुई। तब इस्राएली सैनिकों ने परमेश्‍वर से प्रार्थना की। परमेश्‍वर ने उनकी विनती को सुना; क्‍योंकि उन्‍होंने परमेश्‍वर पर भरोसा किया था। अत: उसने हगारई सेना तथा उसके पक्ष की अन्‍य जातियों की सेनाओं को जो उसके साथ थीं, इस्राएलियों के हाथ में सौंप दिया।


देखो परमेश्‍वर हमारा नेता है, वह हमारे साथ है। उसके पुरोहित हमारे साथ हैं। वे तुम्‍हारे विरुद्ध युद्ध की पुकार के लिए तुरहियां फूंकने को तैयार हैं। ओ इस्राएल के वंशजो, अपने पूर्वजों के प्रभु परमेश्‍वर के विरुद्ध युद्ध मत करो; क्‍योंकि तुम युद्ध में विजयी नहीं होगे।’


यहूदा प्रदेश के सैनिकों ने पीछे देखा तो उन्‍हें पता चला कि आगे और पीछे से उन पर आक्रमण होगा। अत: उन्‍होंने प्रभु की दुहाई दी, और उनके पुरोहितों ने युद्ध की तुरहियां फूंकीं।


यहूदा के सैनिकों ने रणनाद दिया। जब यहूदा के सैनिकों ने रणनाद किया, उसी क्षण परमेश्‍वर ने यारोबआम और उसके इस्राएली सैनिकों को अबियाह और यहूदा प्रदेश के सैनिकों के सम्‍मुख पराजित कर दिया।


उस समय इस्राएली दब गए, और यहूदा प्रदेश के सैनिक प्रबल हो गए; क्‍योंकि उन्‍होंने अपने पूर्वजों के प्रभु परमेश्‍वर पर भरोसा किया था।


आसा उसका सामना करने के लिए निकला। उन्‍होंने सापता घाटी में, मारेशा में युद्ध के लिए पंिक्‍त बांधी।


उन्‍हीं दिनों में यहूदा प्रदेश के राजा आसा के पास एक द्रष्‍टा आया। उसक नाम हनानी था। उसने राजा से कहा, ‘महाराज, आपने अपने प्रभु परमेश्‍वर पर नहीं, बल्‍कि सीरिया के राजा पर भरोसा किया। इसलिए सीरिया के राजा की सेना आपके हाथ से बच गई।


अत: जब रथों के सेना-नायकों ने यहोशाफट को देखा तब उन्‍होंने कहा, ‘यह निश्‍चय ही इस्राएल प्रदेश का राजा है।’ वे उससे युद्ध करने के लिए उसकी ओर मुड़े। अत: यहोशाफट ने परमेश्‍वर को सहायता के लिए पुकारा, और प्रभु परमेश्‍वर ने उसकी सहायता की। परमेश्‍वर ने रथ के सेना-नायकों को उसके पास से हटा दिया।


हे हमारे परमेश्‍वर, क्‍या तू उनको दण्‍ड नहीं देगा? हम उनके असंख्‍य सैनिकों के सम्‍मुख, जो हम पर आक्रमण कर रहे हैं, असमर्थ हैं। हम किंकर्त्तव्‍यविमूढ़ हो गए हैं, किन्‍तु प्रभु, हमारी आंखे तुझ पर लगी हैं।’


यहोशाफट ने अपने पिता आसा के मार्ग का अनुसरण किया। उसने अपने पिता का मार्ग नहीं छोड़ा। उसने वही कार्य किया जो प्रभु की दृष्‍टि में उचित था।


महाराज, यदि आप सोचते हैं कि आप इस रीति से युद्ध के लिए शक्‍तिशाली हो जाएंगे, तो यह आपकी भूल है। परमेश्‍वर आपको शत्रु के सामने पराजित करवा देगा; क्‍योंकि जय और पराजय प्रदान करना परमेश्‍वर के हाथ है।’


परमेश्‍वर ने न केवल पलिश्‍तियों के विरुद्ध उसकी सहायता की; वरन् गूर्बअल-वासी अरबियों और मऊनियों के विरुद्ध भी सहायता की।


तब इस विपत्ति के कारण राजा हिजकियाह तथा नबी यशायाह बेन-आमोत्‍स ने परमेश्‍वर की दुहाई दी।


असीरिया के राजा का सामर्थ्य मानवीय है, किन्‍तु हमारे साथ है स्‍वयं हमारा प्रभु परमेश्‍वर! वह हमारी सहायता करेगा; वह हमारी ओर से युद्ध करेगा!’ राजा हिजकियाह की ये बातें सुनकर लोगों में आत्मविश्‍वास जागा।


अपने संकट में मैंने प्रभु को पुकारा कि वह मुझे उत्तर दे;


मैंने संकट में प्रभु को पुकारा, मैंने अपने परमेश्‍वर की दुहाई दी। उसने अपने मंदिर से मेरी वाणी सुनी, मेरी दुहाई उसके कानों में पहुँची।


हम तेरी विजय पर जयजयकार करें; हम अपने परमेश्‍वर के नाम से ध्‍वजा फहराएँ। प्रभु तेरे समस्‍त निवेदन स्‍वीकार करे!


कुछ लोग रथों पर, कुछ लोग अश्वों पर अहंकार करते हैं; परन्‍तु हमें अपने प्रभु परमेश्‍वर के नाम पर गर्व है।


वे घुटने टेकेंगे और उनका पतन होगा; किन्‍तु हम उठेंगे, और सीधे खड़े हो जाएँगे।


तुझ को ही उन्‍होंने पुकारा था, और वे बच गए थे। तुझ पर ही उन्‍होंने भरोसा किया, और वे हताश नहीं हुए।


परन्‍तु मैं मनुष्‍य नहीं, कीड़ा हूँ; मनुष्‍यों द्वारा उपेिक्षत, लोगों द्वारा तिरस्‍कृत।


इस पीड़ित व्यक्‍ति ने प्रभु को पुकारा, और प्रभु ने उसकी प्रार्थना सुनी; प्रभु ने उसके सब संकटों से उसको बचाया।


अपना जीवन-मार्ग प्रभु को सौंप दो; उस पर भरोसा करो तो वही कार्य करेगा।


संकटकाल में मुझे पुकार। मैं तुझे मुक्‍त करूंगा, और तू मेरी महिमा करेगा।”


प्रभु, उठ! मनुष्‍य को प्रबल न होने दे, तेरे सम्‍मुख राष्‍ट्रों का न्‍याय किया जाए।


जब वह मुझे पुकारेगा, मैं उसे उत्तर दूंगा; संकट में मैं उसके साथ रहूंगा; मैं उसे मुक्‍त करूंगा और उसे महिमान्‍वित करूंगा।


जब फरओ निकट आया, इस्राएलियों ने अपनी आंखे उठाकर देखा कि सारा मिस्र देश उनका पीछा कर रहा है। वे बहुत डर गए। उन्‍होंने चिल्‍लाकर प्रभु की दुहाई दी।


प्रभु का नाम मानो मजबूत किला है, जिसमें धार्मिक मनुष्‍य भागकर शरण लेते हैं और सुरक्षित रहते हैं।


उस दिन इस्राएल राष्‍ट्र के शेष लोग, याकूब वंश के बचे हुए लोग उस राष्‍ट्र का सहारा नहीं लेंगे, जिसने उनका संहार किया था; बल्‍कि वे सच्‍चाई से इस्राएल के पवित्र प्रभु परमेश्‍वर का आधार ग्रहण करेंगे।


अत: मनुष्‍य से, जो केवल सांस का पुतला है, मुंह मोड़ लो। उसका मूल्‍य ही कितना है?


हे हमारे प्रभु परमेश्‍वर, तेरे अतिरिक्‍त अन्‍य स्‍वामियों ने हम पर शासन किया, पर हम केवल तेरा नाम स्‍मरण करते हैं।


वे तुझ से युद्ध करेंगे, पर वे तुझ पर प्रबल न हो सकेंगे, क्‍योंकि मैं तुझे बचाने के लिए, तेरे साथ हूं,’ प्रभु की यह वाणी है।


तुम्‍हारे पांच मनुष्‍य सौ शत्रुओं का, और सौ मनुष्‍य दस हजार शत्रुओं का पीछा करेंगे; और वे तुम्‍हारी तलवार के कारण तुम्‍हारे सम्‍मुख गिरेंगे।


वही शत्रु के गढ़ पर विनाश कि वर्षा करता, और उसके किले को खण्‍डहर बनाता है।


जब स्‍वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने मुझे अपनी महिमा के लिए तुम्‍हें लूटने वाले राष्‍ट्रों के पास भेजा था, तब प्रभु ने यों कहा था: ‘जो तुम्‍हें स्‍पर्श करता है, वह मेरी आंख की पुतली को स्‍पर्श करता है।


मैं तुम से कहता हूँ कि तुम ‘पतरस’ अर्थात् ‘चट्टान’ हो और इस ‘चट्टान’ पर मैं अपनी कलीसिया बनाऊंगा और अधोलोक के फाटक इस पर प्रबल नहीं हो पाएँगे।


“तुम्‍हारा मन व्‍याकुल न हो। परमेश्‍वर में विश्‍वास करो और मुझ में भी विश्‍वास करो!


“शान्‍ति मैं तुम को दिए जाता हूँ। अपनी शान्‍ति मैं तुम्‍हें प्रदान करता हूँ− जैसे संसार देता वैसे मैं तुम्‍हें नहीं देता। तुम्‍हारा मन व्‍याकुल और भयभीत न हो।


तब जो कोई प्रभु के नाम की दुहाई देगा, वह उद्धार पाएगा।’


येशु के नाम में विश्‍वास के कारण उसी नाम ने इस मनुष्‍य को, जिसे आप देखते और जानते हैं, बल प्रदान किया है। उसी विश्‍वास ने इसे आप सब के सामने पूर्ण रूप से स्‍वस्‍थ किया है।


वह भूमि पर गिर पड़ा और उसने एक आवाज सुनी। कोई उससे कह रहा था, “शाऊल! शाऊल! तू मुझे क्‍यों सता रहा है?”


और कहना ही क्‍या है? यदि परमेश्‍वर हमारे पक्ष में है, तो कौन हमारे विरुद्ध होगा?


पर मुझे शत्रुओं की चिढ़ का भय था; ऐसा न हो कि उनके बैरियों को भ्रम हो, और वे यह कहें, “हमने अपने भुजबल से विजय प्राप्‍त की है। प्रभु ने यह सब नहीं किया।”


कैसे एक व्यक्‍ति हजार सैनिकों का पीछा कर सकता है, कैसे दो व्यक्‍ति दस हजार सैनिकों को भगा सकते हैं, यदि उनकी “चट्टान” उनको बेच न देती, यदि प्रभु उनसे आत्‍म-समर्पण न कराता?


जब प्रभु देखेगा कि उसके लोगों का भुजबल जाता रहा, स्‍वाधीन और पराधीन, दोनों प्रकार के लोग नहीं रहे, तब वह अपने निज लोगों को निर्दोष सिद्ध करेगा, वह अपने सेवकों पर दया करेगा।


प्रभु ने गिद्ओन से कहा, ‘मैं इन तीन सौ पुरुषों के द्वारा, चपड़-चपड़ कर पानी पीनेवालों के द्वारा तुम्‍हें मुक्‍त करूँगा। तुम्‍हारे हाथ में मिद्यानियों को सौंप दूँगा। शेष सब पुरुष अपने-अपने घर लौट जाएँ।’


योनातन ने अपने शस्‍त्रवाहक से कहा, ‘आओ, हम इन बेखतना पलिश्‍तियों की चौकी के पास चलें। कदाचित् प्रभु हमारे लिए कार्य करे; क्‍योंकि हमें विजय प्रदान करने से प्रभु को कोई नहीं रोक सकता है, फिर चाहे हम संख्‍या में बहुत हों अथवा कम।’


इस धर्म-सभा को ज्ञात होगा कि प्रभु तलवार और भाले के द्वारा नहीं बचाता। यह युद्ध प्रभु का है। वह तुम पलिश्‍तियों को हमारे हाथ में सौंप देगा।’


‘अपने भक्‍तों के कदमों की रक्षा प्रभु करता है; किन्‍तु अन्‍धकार में दुर्जन चुप किए जाएँगे; क्‍योंकि मनुष्‍य केवल अपने बाहु-बल से प्रबल नहीं होता है।