यद्यपि मैं अभिषिक्त राजा हूँ, तो भी आज मैं कमजोर हूँ। ये लोग, सरूयाह के पुत्र कठोर हैं। ये मेरे वश के बाहर हैं। प्रभु ही बुराई करनेवाले को उसकी बुराई के अनुसार बदला दे!’
2 इतिहास 13:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उसके आस-पास चन्द गुण्डे एकत्र हो गए। वे सुलेमान के पुत्र रहबआम पर प्रबल हो गए; क्योंकि उस समय रहबआम छोटा था, वह चंचल था। अत: वह उनका सामना न कर सका। पवित्र बाइबल तब निकम्मे, बुरे व्यक्ति यारोबाम के मित्र हो गए तथा यारोबाम और वे बुरे व्यक्ति सुलैमान के पुत्र रहूबियाम के विरुद्ध हो गये। रहूबियाम युवक था और उसे अनुभव नहीं था। इसलिये रहूबियाम यारोबाम और उसके बुरे मित्रों को रोक न सका। Hindi Holy Bible और उसके पास हलके और ओछे मनुष्य इकट्ठा हो गए हैं और जब सुलैमान का पुत्र रहूबियाम लड़का और अल्हड़ मन का था और उनका साम्हना न कर सकता था, तब वे उसके विरुद्ध सामथीं हो गए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसके पास हलके और ओछे मनुष्य इकट्ठा हो गए हैं और जब सुलैमान का पुत्र रहूबियाम लड़का और अल्हड़ मन का था और उनका सामना न कर सकता था, तब वे उसके विरुद्ध सामर्थी हो गए। सरल हिन्दी बाइबल उसने अपने पास निकम्मे लोग इकट्ठा कर लिए, ऐसे नीच लोग, जो शलोमोन के पुत्र रिहोबोयाम पर प्रबल हो गए, जो कि बहुत बालक और अल्हड़ मन का था, बुरा बोलते थे. वह इनके सामने ठहर न सका. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसके पास हलके और ओछे मनुष्य इकट्ठा हो गए हैं और जब सुलैमान का पुत्र रहबाम लड़का और अल्हड़ मन का था और उनका सामना न कर सकता था, तब वे उसके विरुद्ध सामर्थी हो गए। |
यद्यपि मैं अभिषिक्त राजा हूँ, तो भी आज मैं कमजोर हूँ। ये लोग, सरूयाह के पुत्र कठोर हैं। ये मेरे वश के बाहर हैं। प्रभु ही बुराई करनेवाले को उसकी बुराई के अनुसार बदला दे!’
उसके सम्मुख दो गुण्डों को बैठाना। ये नाबोत के विरुद्ध गवाही देंगे, और यह कहेंगे, “तुमने परमेश्वर और राजा को अपशब्द कहे थे।” तब आप नाबोत को नगर से बाहर निकालना, उसको पत्थरों से मारना और उसका वध कर देना।’
तब दो गुण्डे आए। वे नाबोत के सम्मुख बैठ गए। गुण्डों ने जनता की उपस्थिति में नाबोत के विरुद्ध साक्षी दी। उन्होंने कहा, ‘नाबोत ने परमेश्वर और राजा को अपशब्द कहे थे।’ अत: धर्मवृद्ध और अभिजात वर्ग के लोग नाबोत को पकड़ कर नगर के बाहर ले गए। उन्होंने उसको पत्थरों से मारा, और उसका वध कर दिया।
जब इस्राएली जनता ने देखा कि राजा ने उसकी बात नहीं सुनी, तब लोगों ने राजा को यह उत्तर दिया : ‘दाऊद के राज्य में हमारा क्या भाग? यिशय की पुत्र की सत्ता में हमारा पैतृक अधिकार नहीं। ओ इस्राएली जाति, लौट जा अपने शिविर को! अरे दाऊद, अब संभाल अपने घर को।’ इस पर सब इस्राएली लोग अपने-अपने घर चले गए।
राजा रहबआम ने राजधानी यरूशलेम में स्वयं को पुन: सुदृढ़ किया, और यहूदा प्रदेश पर राज्य करने लगा। जब उसने राज्य करना आरम्भ किया तब उसकी आयु इकतालीस वर्ष की थी। उसने राजधानी यरूशलेम में सत्रह वर्ष तक राज्य किया। प्रभु ने अपने नाम को प्रतिष्ठित करने के लिए इस्राएल के समस्त कुलों के क्षेत्रों में से इस यरूशलेम नगर को चुना था। रहबआम की मां का नाम नामाह था। वह अम्मोन देश की थी।
जो किसान अपनी भूमि को स्वयं जोतता-गोड़ता है, उसको रोटी का अभाव नहीं होता! पर जो मनुष्य व्यर्थ की योजनाओं में समय गुजारता है, वह नासमझ है!
अपने खेत में खून-पसीना बहानेवाला किसान समृद्ध होता है; किन्तु व्यर्थ की बातों में समय बितानेवाला किसान घोर गरीबी में जीवन बिताता है।
ओ देश! धिक्कार है तुझे, यदि तेरा राजा अनुभव-हीन युवक है; और यदि तेरे सामन्त प्रात: से ही खाने-पीने में जुट जाते हैं।
इस से यहूदी ईष्र्या से जलने लगे और उन्होंने बाजार के कुछ गुण्डों की सहायता से भीड़ एकत्र की और नगर में दंगा खड़ा कर दिया। वे पौलुस और सीलास को नगर-सभा के सामने पेश करने के उद्देश्य से यासोन के घर आ धमके।
भाइयो और बहिनो! सोच-विचार में बच्चे मत बनिए। हाँ, बुराई के संबंध में शिशु बने रहिए; किन्तु सोच-विचार में पूर्ण सयाने बनिए।
कि तेरे मध्य से ही अधम पुरुष निकले हैं; और उन्होंने यह कहकर नगर-वासियों को पथ-भ्रष्ट किया है, “आओ, हम चलें और दूसरे देवताओं की पूजा करें,” जिन्हें तू नहीं जानता था,
इस समय तक आप लोगों को शिक्षक हो जाना चाहिए था, किन्तु यह आवश्यक हो गया है कि कोई आप को दुबारा परमेश्वर के वचनों का प्रारम्भिक ज्ञान दे। आप लोगों को ठोस भोजन की नहीं, बल्कि दूध की आवश्यकता है।
अत: यिफ्ताह अपने भाइयों के पास से भाग गया, और टोब प्रदेश में रहने लगा। यिफ्ताह के पास गुंडे एकत्र हो गए। वे उसके साथ छापा मारते थे।
अत: प्रमुख नागरिकों ने अबीमेलक को बअल-बरीत के मन्दिर से चांदी के सत्तर सिक्के दिए। उसने इन सिक्कों से निकम्मों और गुण्डों को भाड़े पर लिया। ये उसके पीछे-पीछे गए।
जो पुरुष संकट में थे, कर्ज में डूबे थे और जिन्हें असन्तोष था, वे सब दाऊद के पास एकत्र हो गए। वह उनका नेता बन गया। ऐसे चार सौ पुरुष उसके साथ रहने लगे।