जब वे नाकोन नामक किसान के खलियान पर पहुँचे, तब बैलों को ठोकर लगी। अत: ऊज्जाह ने परमेश्वर की मंजूषा की ओर अपना हाथ बढ़ाया, और उसको पकड़ लिया।
1 राजाओं 8:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सुलेमान ने दाऊदपुर से, जिसको सियोन कहते हैं, प्रभु की विधान-मंजूषा को लाने के लिए इस्राएली राष्ट्र के सब धर्मवृद्धों को यरूशलेम में बुलाया। ये धर्मवृद्ध कुलाधिपति और इस्राएली पितृकुलों के मुखिया थे। पवित्र बाइबल तब राजा सुलैमान ने इस्राएल के सभी अग्रजों, परिवार समूहों के प्रमुखों तथा इस्राएल के परिवारों के प्रमुखों को एक साथ यरूशलेम में बुलाया। सुलैमान चाहता था कि वे साक्षीपत्र के सन्दूक को दाऊद नगर से मन्दिर में लायें। Hindi Holy Bible तब सुलैमान ने इस्राएली पुरनियों को और गोत्रों के सब मुख्य पुरुष जो इस्राएलियों के पूर्वजों के घरानों के प्रधान थे,उन को भी यरूशलेम में अपने पास इस मनसा से इकट्ठा किया, कि वे यहोवा की वाचा का सन्दूक दाऊदपुर अर्थात सियोन से ऊपर ले आएं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब सुलैमान ने इस्राएली पुरनियों को और गोत्रों के सब मुख्य पुरुषों को भी जो इस्राएलियों के पूर्वजों के घरानों के प्रधान थे, यरूशलेम में अपने पास इस विचार से इकट्ठा किया, कि वे यहोवा की वाचा का सन्दूक दाऊदपुर अर्थात् सिय्योन से ऊपर ले आएँ। सरल हिन्दी बाइबल राजा शलोमोन ने येरूशलेम में इस्राएल के सभी पुरनियों को, गोत्र प्रमुखों और पूर्वजों के परिवारों के प्रधानों को आमंत्रित किया. ये सभी राजा शलोमोन के सामने येरूशलेम में इकट्ठे हो गए, कि याहवेह की वाचा के संदूक को दावीद के नगर अर्थात् ज़ियोन से लाया जा सके. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब सुलैमान ने इस्राएली पुरनियों को और गोत्रों के सब मुख्य पुरुषों को भी जो इस्राएलियों के पूर्वजों के घरानों के प्रधान थे, यरूशलेम में अपने पास इस मनसा से इकट्ठा किया, कि वे यहोवा की वाचा का सन्दूक दाऊदपुर अर्थात् सिय्योन से ऊपर ले आएँ। (प्रका. 11:19) |
जब वे नाकोन नामक किसान के खलियान पर पहुँचे, तब बैलों को ठोकर लगी। अत: ऊज्जाह ने परमेश्वर की मंजूषा की ओर अपना हाथ बढ़ाया, और उसको पकड़ लिया।
तब सुलेमान नींद से जाग गया। उसे ज्ञात हुआ कि यह स्वप्न था! सुलेमान यरूशलेम नगर में आया। वह प्रभु की विधान-मंजूषा के सम्मुख खड़ा हुआ। उसने अग्नि-बलि और सहभागिता-बलि चढ़ाई, और अपने सब कर्मचारियों को भोज दिया।
अत: दाऊद, इस्राएलियों के धर्मवृद्ध और सेनानायक ओबेद-एदोम के घर गए कि वे वहां से प्रभु की विधान-मंजूषा आनन्दपूर्वक लाएं।
जब प्रभु की विधान-मंजूषा ने दाऊदपुर में प्रवेश किया, तब शाऊल की पुत्री मीकल ने खिड़की से झांका। उसने देखा कि राजा दाऊद प्रभु के सम्मुख उछल-कूद रहा है, नाच रहा है। उसने अपने हृदय में दाऊद का तिरस्कार किया।
दाऊद ने प्रभु की मंजूषा को वापस लाने, और उसको उस स्थान पर प्रतिष्ठित करने के लिए, जिसको उसने मंजूषा के लिए तैयार किया था, समस्त इस्राएलियों की धर्मसभा यरूशलेम नगर में बुलाई।
दाऊद ने यरूशलेम नगर में इस्राएली राष्ट्र के सब उच्चाधिकारियों को एकत्र किया। ये विभिन्न कुलों के मुखिया, राजा की शासकीय सेवा में संलग्न विभिन्न विभागों के अध्यक्ष, हजार-हजार सैनिक दलों के नायक, सौ-सौ सैनिक दलों के नायक, राजकीय धन-सम्पत्ति के कोषाध्यक्ष, राजा और राजपुत्रों की पशु-शालाओं के अधिकारी थे। इनके अतिरिक्त खोजा, योद्धा और सशक्त सैनिक यरूशलेम नगर में एकत्र हुए।
राजा हिजकियाह ने इस्राएल तथा यहूदा प्रदेशों के निवासियों के पास सन्देश-वाहक भेजे। उसने एफ्रइम तथा मनश्शे गोत्र के क्षेत्रों में रहनेवाले अपने जाति-बन्धुओं को भी पत्र लिखे कि वे इस्राएली राष्ट्र के प्रभु परमेश्वर के लिए पास्का का पर्व मनाने के उद्देश्य से यरूशलेम नगर में स्थित प्रभु-भवन में आएं;
कुलपति इस्राएल के वंशज अपने-अपने नगर में बस चुके थे। जब सातवां महीना आया तब सब इस्राएली संगठित होकर यरूशलेम में एकत्र हुए।
सियोन पर विराजने वाले प्रभु का गुणगान करो; जाति-जाति के लोगों में उसके कार्य प्रकट करो।
इसलिए प्रभु, स्वामी यों कहता है: “देखो, मैं सियोन की नींव के लिए एक पत्थर, कसौटी पर कसा गया एक पत्थर, सुदृढ़ नींव के लिए आधार-शिला का कीमती पत्थर रख रहा हूं: ‘विश्वास करनेवाला अपने विश्वास में डगमगाता नहीं।’
मैं अपना उद्धार तुम्हारे समीप ला रहा हूं, अब वह तुमसे बहुत दूर नहीं है। मेरी ओर से उद्धार में देर नहीं होगी। मैं सियोन को अपना उद्धार, और इस्राएल को अपनी महिमा प्रदान करूंगा।
यहोशुअ ने समस्त इस्राएलियों को, उनके धर्मवृद्धों, मुखियों, शासकों और शास्त्रियों को बुलाया। उसने उनसे कहा, ‘अब मैं वृद्ध हो गया हूँ। मेरी बहुत आयु हो गई।
यहोशुअ ने शकेम नगर में इस्राएली कुलों के सब लोगों को एकत्र किया। उसने इस्राएलियों के धर्मवृद्धों, मुखियों, शासकों और शास्त्रियों को बुलाया। वे परमेश्वर के सम्मुख प्रस्तुत हुए।
इसलिए धर्मग्रन्थ में यह लेख है, “मैं सियोन में एक चुना हुआ मूल्यवान् कोने का पत्थर रखता हूँ और जो उस पर विश्वास करेगा, उसे निराश नहीं होना पड़ेगा।”