मैं यह जानता हूं कि प्रभु पीड़ित के पक्ष में निर्णय देता है; वह दरिद्र को न्याय दिलाता है।
1 थिस्सलुनीकियों 4:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) कोई भी मर्यादा का उल्लंघन न करे और इस सम्बन्ध में अपने भाई अथवा बहिन के प्रति अन्याय नहीं करे; क्योंकि प्रभु इन सब बातों का बदला लेता है, जैसा कि हम आप लोगों को स्पष्ट श्ब्दों में समझा चुके हैं। पवित्र बाइबल यह भी परमेश्वर की इच्छा है कि इस विषय में कोई अपने भाई के प्रति कोई अपराध न करे या कोई अनुचित लाभ न उठाये, क्योंकि ऐसे सभी पापों के लिए प्रभु दण्ड देगा जैसा कि हम तुम्हें बता ही चुके हैं और तुम्हें सावधान भी कर चुके हैं। Hindi Holy Bible कि इस बात में कोई अपने भाई को न ठगे, और न उस पर दांव चलाए, क्योंकि प्रभु इन सब बातों का पलटा लेने वाला है; जैसा कि हम ने पहिले तुम से कहा, और चिताया भी था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) कि इस बात में कोई अपने भाई को न ठगे, और न उस पर दाँव चलाए, क्योंकि प्रभु इन सब बातों का पलटा लेनेवाला है; जैसा कि हम ने पहले ही तुम से कहा और चिताया भी था। नवीन हिंदी बाइबल इस बात में कोई अपने भाई के प्रति अपराध न करे और न उसका अनुचित लाभ उठाए क्योंकि इन सब बातों का बदला लेनेवाला प्रभु है, जैसा कि हमने तुम्हें पहले ही बताया और चिताया भी था। सरल हिन्दी बाइबल इस विषय में कोई भी सीमा उल्लंघन कर अपने साथी विश्वासी का शोषण न करे क्योंकि इन सब विषयों में स्वयं प्रभु बदला लेते हैं, जैसे हमने पहले ही यह स्पष्ट करते हुए तुम्हें गंभीर चेतावनी भी दी थी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 कि इस बात में कोई अपने भाई को न ठगे, और न उस पर दाँव चलाए, क्योंकि प्रभु इस सब बातों का पलटा लेनेवाला है; जैसा कि हमने पहले तुम से कहा, और चिताया भी था। (भज. 94:1) |
मैं यह जानता हूं कि प्रभु पीड़ित के पक्ष में निर्णय देता है; वह दरिद्र को न्याय दिलाता है।
‘तू अपने पड़ोसी के घर का लालच न करना। तू अपने पड़ोसी की पत्नी, उसके सेवक-सेविका, बैल-गधे, तथा उसकी किसी भी वस्तु का लालच न करना।’
प्रभु उन व्यापारियों से घृणा करता है जो झूठे नाप-तौल रखते हैं; पर वह सच्चे, खरे बाट से प्रसन्न होता है।
मोल लेते समय खरीदार कहता है, “वस्तु अच्छी नहीं है।” पर कम कीमत पर वस्तु खरीद लेने के बाद वह शेखी मारता है।
जो पुत्र अपने माता-पिता के घर में चोरी करता है, और कहता है, “यह अपराध नहीं है” वह घर उजाड़नेवाले का साथी है।
यदि तुम किसी प्रदेश में गरीबों पर अत्याचार होते देखो, यदि तुम वहाँ न्याय और धर्म का गला घोंटा जाता हुआ देखो, तो आश्चर्य मत करना; क्योंकि एक अधिकारी के ऊपर उससे बड़ा अधिकारी होता है और उससे भी ऊपर उच्च अधिकारी होता है।
स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु का यह अंगूर-उद्यान इस्राएल वंश है। यहूदा प्रदेश के निवासी प्रभु के सुन्दर पौधे हैं। प्रभु ने उनसे न्याय की आशा की, पर उसे देखने को मिला: रक्त पात। प्रभु ने उनसे धार्मिकता की आशा की, पर उसे सुनने को मिला: गरीबों का करुण- क्रंदन!
यदि तुम विदेशियों, अनाथों और विधवाओं पर अत्याचार नहीं करोगे, इस स्थान पर निर्दोष मनुष्य की हत्या नहीं करोगे; यदि तुम अन्य देवताओं का अनुसरण नहीं करोगे जिससे तुम्हारा अनिष्ट होता है;
प्रत्येक मनुष्य अपने पड़ोसी से सावधान रहे, और न अपने भाई पर भरोसा करे। क्योंकि भाई, भाई को धोखा देता है, पड़ोसी, पड़ोसी की निन्दा करता है।
‘अन्याय और शोषण से तूने जो धन कमाया है, तेरी चहारदीवारी के मध्य जो रक्तपात किया गया है, उसके कारण मेरी क्रोधाग्नि भड़क उठी है, और मैं तुझ पर हाथ उठाऊंगा।
तुम अपने पड़ोसी पर अत्याचार मत करना, और न उसको लूटना। किसी मजदूर की मजदूरी रात से सबेरे तक तुम्हारे पास नहीं रहनी चाहिए।
यदि तुम अपने किसी देश-भाई अथवा बहिन को कुछ बेचोगे अथवा उसके हाथ से कुछ खरीदोगे, तो एक दूसरे पर अन्धेर मत करना।
तुम एक दूसरे पर अन्धेर मत करना; वरन् अपने परमेश्वर से डरना; क्योंकि मैं प्रभु, तुम्हारा परमेश्वर हूँ।
वे पराए खेतों का लालच करते हैं, और उन्हें हड़प लेते हैं; वे दूसरे के मकानों की लालसा करते हैं, और उन्हें हथिया लेते हैं। वे पड़ोसी और उसके परिवार पर अत्याचार करते हैं, वे अन्य व्यक्ति और उसकी पैतृक सम्पत्ति का शोषण करते हैं।
उसमे मध्य में रहनेवाला प्रभु धार्मिक है, वह अनुचित कार्य नहीं करता; वह हर सुबह सूर्य की किरणों की तरह न्याय प्रकट करता है। वह अपना यह कार्य कभी नहीं भूलता; पर जो अन्यायी है, उसके लिए शर्म क्या!
स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है, ‘तब मैं अदालत में तुम्हारे सम्मुख उपस्थित होऊंगा। मैं इन सब लोगों के विरुद्ध तुरन्त साक्षी दूंगा: झाड़-फूंक करनेवाले ओझा, व्यभिचारी, झूठी शपथ खानेवाले, मजदूर की मजदूरी दबानेवाले, विधवाओं और अनाथों पर अत्याचार करनेवाले, प्रवासी के अधिकारों को छीननेवाले और मुझसे न डरनेवाले।
तुम आज्ञाओं को जानते हो : हत्या मत करो, व्यभिचार मत करो, चोरी मत करो, झूठी गवाही मत दो, किसी को मत ठगो, अपने माता पिता का आदर करो।”
मैं तुम्हें बताता हूँ कि किस से डरना चाहिए। उस से डरो, जिसमें तुम्हें मारने के बाद नरक में डालने की शक्ति है। हाँ, मैं तुम से कहता हूँ, उसी से डरो।
क्योंकि मेरे पाँच भाई हैं। लाजर उन्हें चेतावनी दे। कहीं ऐसा न हो कि वे भी यन्त्रणा के इस स्थान में आ जाएँ।’
परमेश्वर का क्रोध स्वर्ग से उन लोगों के सब प्रकार के अधर्म और अन्याय पर प्रकट हो रहा है, जो अन्याय द्वारा सत्य को दबाये रखते हैं।
प्रिय भाइयो और बहिनो! आप स्वयं बदला न लें, बल्कि उसे परमेश्वर के प्रकोप पर छोड़ दें; क्योंकि धर्मग्रंथ में लिखा है : “प्रभु कहता है: प्रतिशोध लेना मेरा काम है, मैं ही बदला लूंगा।”
क्योंकि वे तुम्हारी भलाई के लिए परमेश्वर के सेवक हैं। किन्तु यदि तुम कुकर्म करते हो, तो उन से अवश्य डरो; क्योंकि वे व्यर्थ ही तलवार नहीं बाँधते। वे परमेश्वर के सेवक हैं और उसके प्रकोप का साधन होकर कुकर्मियों को दण्ड देते हैं।
आप देखते हैं कि आपने जो दु:ख परमेश्वर की इच्छानुसार स्वीकार किया, उससे आप में कितनी निष्ठा उत्पन्न हुई, अपनी सफाई देने की कितनी तत्परता, कितना रोष, कितनी आशंका, कितनी अभिलाषा, कितना उत्साह और न्याय चुकाने की कितनी इच्छा! इस प्रकार आपने इस मामले में हर तरह से निर्दोष होने का प्रमाण दिया है।
द्वेष, मतवालापन, रंगरलियाँ और इसी प्रकार की अन्य बातें। मैं आप लोगों से कहता हूँ, जैसा कि मैंने पहले भी कहा है, जो लोग इस प्रकार का आचरण करते हैं, वे परमेश्वर के राज्य के अधिकारी नहीं होंगे।
मैं आप लोगों से यह कहता हूँ और प्रभु के नाम पर यह अनुरोध करता हूँ कि आप अब से विधर्मियों-जैसा आचरण नहीं करें, जो निस्सार बातों की चिन्ता करते हैं।
जो चोरी किया करता था, वह अब से चोरी नहीं करे, बल्कि किसी अच्छे व्यवसाय में अपने हाथों से परिश्रम करे। इस प्रकार वह दरिद्रों की भी कुछ सहायता कर सकेगा।
कोई निरर्थक तर्कों से आप लोगों को धोखा न दे। इन बातों के कारण परमेश्वर का क्रोध विद्रोही लोगों पर आ पड़ता है।
‘यदि कोई मनुष्य इस्राएली समाज में से अपने किसी भाई-बन्धु का अपहरण करता हुआ पकड़ा जाएगा, और यदि वह उसके साथ गुलाम का व्यवहार करेगा अथवा उसको बेच देगा, तो ऐसे अपहरणकर्त्ता को मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा। यों तू अपने मध्य से इस बुराई को दूर करना।
प्रतिशोध लेना मेरा काम है, मैं बदला लूंगा; उनके पैर निर्धारित समय पर फिसलेंगे। उनके घोर संकट का दिन समीप है, उनका सर्वनाश अविलम्ब होगा।
आप लोगों में विवाह सम्मानित और दाम्पत्य जीवन अदूषित हो; क्योंकि परमेश्वर लम्पटों और व्यभिचारियों का न्याय करेगा।
धर्मग्रंथ के किसी स्थान पर कोई यह साक्षी देता है, “मनुष्य क्या है, जो तू उसकी सुधि ले? मनुष्य का पुत्र क्या है, जो तू उसकी देखभाल करे?
तब भी आपने दरिद्र का तिरस्कार किया है। क्या धनी आप लोगों का शोषण नहीं करते और आप को अदालतों में घसीट कर नहीं ले जाते?
मजदूरों ने तुम्हारे खेतों की फसल लुनी और तुमने उन्हें मजदूरी नहीं दी। वह मजदूरी पुकार रही है और लुनने वालों की दुहाई स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु के कानों तक पहुँच गयी है।