ऑनलाइन बाइबिल

विज्ञापनों


संपूर्ण बाइबिल पुराना वसीयतनामा नया करार




1 तीमुथियुस 1:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

इस आदेश का लक्ष्य वह प्रेम है, जो शुद्ध हृदय, निर्दोष अन्‍त:करण और निष्‍कपट विश्‍वास से उत्‍पन्न होता है।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबल

इस आग्रह का प्रयोजन है वह प्रेम जो पवित्र हृदय, उत्तम चेतना और छल रहित विश्वास से उत्पन्न होता है।

अध्याय देखें

Hindi Holy Bible

आज्ञा का सारांश यह है, कि शुद्ध मन और अच्छे विवेक, और कपट रहित विश्वास से प्रेम उत्पन्न हो।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

आज्ञा का सारांश यह है कि शुद्ध मन और अच्छे विवेक, और कपटरहित विश्‍वास से प्रेम उत्पन्न हो।

अध्याय देखें

नवीन हिंदी बाइबल

परंतु हमारे इस निर्देश का लक्ष्य वह प्रेम है जो शुद्ध मन और खरे विवेक और निष्कपट विश्‍वास से उत्पन्‍न‍ होता है,

अध्याय देखें

सरल हिन्दी बाइबल

हमारी आज्ञा का उद्देश्य है निर्मल हृदय से उत्पन्‍न प्रेम, शुद्ध अंतरात्मा तथा निष्कपट विश्वास.

अध्याय देखें

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

आज्ञा का सारांश यह है कि शुद्ध मन और अच्छे विवेक, और निष्कपट विश्वास से प्रेम उत्पन्न हो।

अध्याय देखें



1 तीमुथियुस 1:5
43 क्रॉस रेफरेंस  

वह जिसके हाथ निर्दोष और हृदय निर्मल है, वह जो व्‍यर्थ बातों पर मन नहीं लगाता। वह जो धोखा देने के लिए शपथ नहीं खाता।


हे परमेश्‍वर, मुझ में शुद्ध हृदय उत्‍पन्न कर। तू मेरे भीतर नई और स्‍थिर आत्‍मा निर्मित कर।


ओ यरूशलेम, अपने हृदय से दुष्‍कर्म की इच्‍छा निकाल दे, और हृदय को धो ले। तब ही तू बच सकती है। कब तक तेरे अन्‍त: करण में बुरे विचार घर किए रहेंगे?


मैंने यह सोचा था, “वह मुझसे अवश्‍य डरेगी, वह ताड़ना से सुधर जाएगी। उसकी दृष्‍टि से वे दण्‍ड भी नहीं छिपे थे, जो मैंने उसे दिए थे।” फिर भी वह अधिकाधिक दुष्‍कर्म करती गई।’


अच्‍छा मनुष्‍य अपने अच्‍छे भण्‍डार से अच्‍छी वस्‍तुएँ निकालता है और बुरा मनुष्‍य अपने बुरे भण्‍डार से बुरी वस्‍तुएँ।


धन्‍य हैं वे, जिनका हृदय निर्मल है; क्‍योंकि वे परमेश्‍वर के दर्शन करेंगे।


और विश्‍वास द्वारा उनका हृदय शुद्ध कर हम में और उन में कोई भेद नहीं किया।


पौलुस ने धर्म-महासभा की ओर एकटक दृष्‍टि से देखा, और कहा, “भाइयो! मैं इस दिन तक परमेश्‍वर की दृष्‍टि में शुद्ध अन्‍त:करण से जीवन व्‍यतीत करता रहा।”


इसलिए मैं परमेश्‍वर तथा मनुष्‍यों की दृष्‍टि में अपना अन्‍त:करण निर्दोष बनाये रखने का निरन्‍तर प्रयत्‍न करता रहता हूँ।


क्‍योंकि मसीह व्‍यवस्‍था को परिपूर्णता तक पहुँचाते हैं और प्रत्‍येक विश्‍वास करने वाले को धार्मिकता प्रदान करते हैं।


आप लोगों का प्रेम निष्‍कपट हो। आप बुराई से घृणा करें तथा भलाई में लगे रहें।


यदि तुम अपने भोजन के कारण अपने भाई अथवा बहिन को दु:ख देते हो, तो तुम प्रेम-मार्ग पर नहीं चलते। जिस मनुष्‍य के लिए मसीह मर गये हैं, तुम अपने भोजन के कारण उसके विनाश का कारण न बनो।


मैं मसीह में सच कहता हूँ और मेरा अन्‍त:करण पवित्र आत्‍मा में इस बात की साक्षी है कि मैं झूठ नहीं बोलता—


मैं भले ही मनुष्‍यों तथा स्‍वर्गदूतों की भाषाओं में बोलूँ; किन्‍तु यदि मुझ में प्रेम का अभाव है, तो मैं ठनठनाता पीतल अथवा झनझनाती झाँझ मात्र हूँ।


हमें एक बात का गर्व है-हमारा अन्‍त:करण हमें विश्‍वास दिलाता है कि हमने मनुष्‍यों के साथ और विशेष कर आप लोगों के साथ जो व्‍यवहार किया है, वह संसार की बुद्धिमानी के अनुसार नहीं, बल्‍कि उस सच्‍चाई और ईमानदारी के अनुसार था जो परमेश्‍वर की कृपा का वरदान है।


परन्‍तु पवित्र आत्‍मा का फल है : प्रेम, आनन्‍द, शान्‍ति, सहनशीलता, दयालुता, हितकामना, ईमानदारी,


यदि हम येशु मसीह से संयुक्‍त हैं, तो न तो खतने का कोई महत्व है और न उसके अभाव का। महत्‍व विश्‍वास का है, जो प्रेम द्वारा क्रियाशील होता है।


‘अब, ओ इस्राएल, तेरा प्रभु परमेश्‍वर तुझ से क्‍या चाहता है? केवल यह कि तू अपने प्रभु परमेश्‍वर की भक्‍ति करे उसके सब मार्गों पर चले और उससे प्रेम करे; तू अपने सम्‍पूर्ण हृदय और सम्‍पूर्ण प्राण से अपने प्रभु परमेश्‍वर की सेवा करे,


पुत्र तिमोथी! जो नबूवतें पहले तुम्‍हारे विषय में हो चुकी हैं, उनके अनुरूप मैं तुम्‍हें यह भार सौंप रहा हूँ। तुम उनसे बल ग्रहण करो और विश्‍वास एवं शुद्ध अन्‍त:करण से सज्‍जित हो कर अच्‍छी लड़ाई लड़ो। कुछ लोगों ने अपने अन्‍त:करण की वाणी का तिरस्‍कार किया और इस कारण उनकी विश्‍वास-रूपी नौका डूब गई!


वे निर्मल अन्‍त:करण से विश्‍वास के रहस्‍य के प्रति ईमानदार रहें।


मैं अपने पूर्वजों की तरह शुद्ध अन्‍त:करण से परमेश्‍वर की सेवा करता हूँ और उसे धन्‍यवाद देता हुआ निरन्‍तर रात-दिन तुम्‍हें अपनी प्राथनाओं में याद करता हूँ।


तब मुझे तुम्‍हारा निष्‍कपट विश्‍वास सहज ही याद आता है। यह विश्‍वास पहले तुम्‍हारी नानी लोइस तथा तुम्‍हारी माता युनीके में विद्यमान था और मुझे निश्‍चय है, अब यह तुम में भी विद्यमान है।


तुम युवावस्‍था की वासनाओं से दूर रहो और उन सब के साथ, जो शुद्ध हृदय से प्रभु का नाम लेते हैं, धार्मिकता, विश्‍वास, प्रेम तथा शान्‍ति की साधना करते रहो।


जो शुद्ध हैं, उनके लिए सब कुछ शुद्ध है। किन्‍तु जो दूषित और अविश्‍वासी हैं, उनके लिए कुछ भी शुद्ध नहीं हैं, क्‍योंकि उनका मन और अन्‍त:करण, दोनों दूषित हैं।


इसलिए हम अपने दोषी अंत:करण से शुद्ध होने के लिए हृदय पर छिड़काव कर और अपने शरीर को स्‍वच्‍छ जल से धो कर निष्‍कपट हृदय से तथा पूर्ण विश्‍वास के साथ परमेश्‍वर के पास आएं।


आप हमारे लिए प्रार्थना करें। हमें विश्‍वास है कि हमारा अन्‍त:करण शुद्ध है, क्‍योंकि हम हर परिस्‍थिति में सही आचरण करना चाहते हैं।


तो फिर मसीह का रक्‍त, जिन्‍होंने अपने आपको शाश्‍वत आत्‍मा के द्वारा निर्दोष बलि के रूप में परमेश्‍वर को अर्पित किया, हमारे अन्‍त:करण को मृत कर्मों से क्‍यों नहीं शुद्ध करेगा और हमें जीवन्‍त परमेश्‍वर की सेवा के योग्‍य क्‍यों नहीं बनायेगा?


परमेश्‍वर के पास जायें और वह आप के पास आयेगा। पापियो! अपने हाथ शुद्ध करो। कपटियो! अपना हृदय पवित्र करो।


आप लोगों ने आज्ञाकारी बन कर सत्‍य को स्‍वीकार किया और इस प्रकार निष्‍कपट भ्रातृप्रेम के लिए अपनी आत्‍मा को पवित्र कर लिया है; इसलिए अब आप लोगों को शुद्ध हृदय और सच्‍ची लगन से एक दूसरे से प्रेम करना चाहिए।


यह बपतिस्‍मा का प्रतीक है, जो अब आपका उद्धार करता है। बपतिस्‍मा का अर्थ शरीर का मैल धोना नहीं, बल्‍कि शुद्ध हृदय से अपने को परमेश्‍वर के प्रति समर्पित करना है। यह बपतिस्‍मा येशु मसीह के पुनरुत्‍थान द्वारा हमारा उद्धार करता है।


मुख्‍य बात यह है कि आप आपस में गहरा प्रेम बनाये रखें, क्‍योंकि प्रेम बहुत-से पाप ढाँक देता है।


आपकी भक्‍ति भ्रातृ-भाव से और आपका भ्रातृ-भाव प्रेम से युक्‍त हो।


परमेश्‍वर की सन्‍तान और शैतान की सन्‍तान की पहचान यह है: जो भी व्यक्‍ति धर्माचरण नहीं करता, वह परमेश्‍वर की सन्‍तान नहीं है और वह भी नहीं, जो अपने भाई अथवा बहिन से प्रेम नहीं करता।


और उसकी आज्ञा यह है कि हम उसके पुत्र येशु मसीह के नाम में विश्‍वास करें और एक दूसरे से प्रेम करें, जैसा कि मसीह ने हमें आज्ञा दी है।


जो कोई मसीह से ऐसी आशा करता है, उसे वैसा ही पवित्र बनना चाहिए, जैसा कि वह पवित्र हैं।