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1 कुरिन्थियों 5:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

आप लोगों के बीच हो रहे व्‍यभिचार की चर्चा चारों ओर फैल गयी है-ऐसा व्‍यभिचार जो गैर-यहूदियों में भी नहीं होता। किसी ने अपने पिता की पत्‍नी को रख लिया है।

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पवित्र बाइबल

सचमुच ऐसा बताया गया है कि तुम लोगों में दुराचार फैला हुआ है। ऐसा दुराचार-व्यभिचार तो अधर्मियों तक में नहीं मिलता। जैसे कोई तो अपनी विमाता तक के साथ सहवास करता है।

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Hindi Holy Bible

यहां तक सुनने में आता है, कि तुम में व्यभिचार होता है, वरन ऐसा व्यभिचार जो अन्यजातियों में भी नहीं होता, कि एक मनुष्य अपने पिता की पत्नी को रखता है।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

यहाँ तक सुनने में आता है कि तुम में व्यभिचार होता है, वरन् ऐसा व्यभिचार जो अन्यजातियों में भी नहीं होता कि एक मनुष्य अपने पिता की पत्नी को रखता है।

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नवीन हिंदी बाइबल

यहाँ तक सुनने में आया है कि तुम्हारे बीच व्यभिचार होता है, और ऐसा व्यभिचार जो अविश्‍वासियों में भी नहीं होता कि कोई अपने पिता की पत्‍नी को रखता है।

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सरल हिन्दी बाइबल

तुम्हारे बीच में हो रहा वेश्यागामी हर जगह चर्चा का विषय बन गया है, वह भी ऐसा यौनाचार, जो गैर-यहूदियों तक में नहीं पाया जाता: किसी ने तो अपने पिता की स्त्री को ही रख लिया है.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

यहाँ तक सुनने में आता है, कि तुम में व्यभिचार होता है, वरन् ऐसा व्यभिचार जो अन्यजातियों में भी नहीं होता, कि एक पुरुष अपने पिता की पत्नी को रखता है। (लैव्य. 18:8, व्यव. 22:30)

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1 कुरिन्थियों 5:1
32 क्रॉस रेफरेंस  

जब याकूब उसी देश में निवास कर रहा था तब रूबेन अपने पिता की रखेल बिल्‍हा के पास गया और उसके साथ सहवास किया। याकूब ने यह बात सुनी। याकूब के बारह पुत्र थे।


यह याकूब के परिवार का वृत्तान्‍त है : यूसुफ सत्रह वर्ष का था। वह अपने भाइयों के साथ भेड़-बकरी चराता था। वह किशोर था। वह अपने पिता की अन्‍य स्‍त्रियों, बिल्‍हा और जिल्‍पा के पुत्रों के साथ रहता था। वह अपने उन भाइयों की बुरी बातों की खबर अपने पिता के पास लाया करता था।


तू जल के झाग के सदृश अस्‍थिर है। तू श्रेष्‍ठ नहीं रहेगा। क्‍योंकि तू अपने पिता की शय्‍या पर चढ़ा था, तूने उसे अपवित्र किया था, तू मेरे बिछौने पर चढ़ा था।


अत: सेवकों ने अबशालोम के लिए महल की छत पर एक तम्‍बू ताना। अबशालोम ने समस्‍त इस्राएली राष्‍ट्र की आँखों के सामने अपने पिता की रखेलों के साथ सहवास किया। उन दिनों में अहीतोफल का परामर्श ऐसा वचन माना जाता था मानो वह परमेश्‍वर से पूछा गया है। दाऊद और अबशालोम दोनों अहीतोफल के परामर्श को इतना महत्‍वपूर्ण मानते थे।


दाऊद यरूशलेम के अपने महल में आया। राजा ने अपनी दस रखेलों को, जिन्‍हें वह महल की देख-भाल के लिए छोड़ गया था, पहरे में अलग महल में रखा। यद्यपि वह उनकी भोजन-व्‍यवस्‍था करता रहा, तथापि उसने उनके साथ फिर सहवास नहीं किया। वे मृत्‍युपर्यन्‍त अपने महल में कैद रहीं। वे विधवा के सदृश जीवन व्‍यतीत करती रहीं।


ये इस्राएल के ज्‍येष्‍ठ पुत्र रूबेन के वंशज थे। (यद्यपि रूबेन ज्‍येष्‍ठ पुत्र था; किन्‍तु उसने पिता की पत्‍नी से बलात्‍कार किया था, इसलिए उसके ज्‍येष्‍ठ पुत्र होने का जन्‍म-सिद्ध अधिकार उसके छोटे भाई यूसुफ के पुत्रों को दे दिया गया था। इस कारण रूबेन के नाम का उल्‍लेख वंशावली में जन्‍म के क्रमानुसार नहीं किया गया है।


‘तू अपने प्रेमी ढूंढ़ने में कितनी चतुर है? तूने बुरी स्‍त्रियों को भी अपनी चाल सिखा दी है!


ओ यरूशलेम, तूने आरम्‍भ में उनके समान दुराचरण नहीं किया और न ही उनके समान घृणित कर्म किए थे। किन्‍तु थोड़े ही समय में कुकर्म करने में तूने उनको हरा दिया : तू उनसे अधिक भ्रष्‍ट हो गई।


ओ यरूशलेम, तुझ में ऐसे भी लोग रहते हैं, जो अपने पिता की स्‍त्री के साथ संभोग करते हैं, जो ऋतुमति स्‍त्री के साथ बलात् सहवास करते हैं।


तुम अपने पिता की रखेल स्‍त्री के साथ संभोग मत करना; क्‍योंकि उसके साथ तुम्‍हारे पिता ने संभोग किया है।


जो पुरुष अपने पिता की स्‍त्री के साथ सहवास करता है, वह अपने पिता का अनादर करता है। दोनों को मृत्‍यु-दण्‍ड दिया जाएगा। उनका रक्‍त उनके सिर पर पड़ेगा।


वे जमीन की धूल पर निर्धन का सिर रौंदते हैं; वे सीधे-सादे व्यक्‍ति को उसके मार्ग से फेर देते हैं। पिता और पुत्र, दोनों एक ही कन्‍या से सम्‍भोग करते हैं। यों उन्‍होंने मेरे पवित्र नाम को अपवित्र कर दिया है।


बल्‍कि पत्र लिख कर उन्‍हें बताया जाये कि वे मूर्तियों की अशुद्धताओं से, व्‍यभिचार से, गला घोंटे हुए पशुओं के मांस से और रक्‍त के खान-पान से परहेज करें;


आप लोग मूर्तियों पर चढ़ाये हुए मांस से, रक्‍त के खान-पान से, गला घोंटे हुए पशुओं के मांस से और व्‍यभिचार से परहेज करें। इन से अपने को बचाये रखने में आप लोगों का कल्‍याण है। शुभकामना!”


ओ मेरे भाइयो-बहिनो! खलोए के घर वालों से मुझे पता चला कि आप लोगों में फूट पड़ गयी है।


बल्‍कि मैंने लिखा कि यदि ‘भाई’ कहलाने वाला कोई व्यक्‍ति व्‍यभिचारी, लोभी, मूर्तिपूजक, निन्‍दक, शराबी या धोखेबाज है, तो उसके साथ भोजन तक नहीं करें।


कोई यह भी कहेगा, “किन्‍तु भोजन पेट के लिए है और पेट भोजन के लिए।” हां, किन्‍तु परमेश्‍वर दोनों का अन्‍त कर देगा। शरीर व्‍यभिचार के लिए नहीं, बल्‍कि प्रभु के लिए है और प्रभु शरीर के लिए।


व्‍यभिचार से दूर रहें। मनुष्‍य के दूसरे सभी पाप उसके शरीर से बाहर हैं, किन्‍तु व्‍यभिचार करने वाला अपने ही शरीर के विरुद्ध पाप करता है।


क्‍या आप यह नहीं जानते कि अन्‍याय करने वाले व्यक्‍ति परमेश्‍वर के राज्‍य के अधिकारी नहीं होंगे? धोखे में न रहें! व्‍यभिचारी, मूर्तिपूजक, परस्‍त्रीगामी, कामातुर और पुरुषगामी,


कहीं ऐसा न हो कि मेरे आपके यहाँ पहुँचने पर मेरा परमेश्‍वर मुझे फिर आपके सामने नीचा दिखाए और मुझे उन बहुसंख्‍यक लोगों के लिए शोक मनाना पड़े, जिन्‍होंने पहले पाप किया और अपनी अशुद्धता, व्‍यभिचार और लम्‍पटता के लिए पश्‍चात्ताप नहीं किया है।


यदि किसी ने दु:ख दिया है, तो उसने मुझे नहीं, बल्‍कि एक प्रकार से आप सब को दु:ख दिया है, हालांकि हमें इस बात को अधिक महत्व नहीं देना चाहिए।


वास्‍तव में मैंने वह पत्र इसलिए नहीं लिखा था कि मुझे अन्‍याय करने वाले अथवा अन्‍याय सहने वाले व्यक्‍ति की अधिक चिन्‍ता थी, बल्‍कि इसलिए कि आप लोग परमेश्‍वर के सामने यह अच्‍छी तरह समझ लें कि हमारे प्रति आपकी कितनी निष्‍ठा है।


शारीरिक स्‍वभाव के कर्म प्रत्‍यक्ष हैं, अर्थात् व्‍यभिचार, अशुद्धता, लम्‍पटता,


जैसा कि सन्‍तों के लिए उचित है, आप लोगों के बीच किसी प्रकार के व्‍यभिचार और अशुद्धता अथवा लोभ की चर्चा तक न हो,


‘कोई भी पुरुष अपनी सौतेली माँ से विवाह नहीं करेगा, और न अपने पिता की चादर, जो उसकी सौतेली मां ने ओढ़ी है, हटाएगा।


“अपनी सौतेली मां के साथ सहवास करनेवाला, और उस पर से अपने पिता की चादर हटाने वाला व्यक्‍ति शापित है।” सब लोग प्रत्‍युत्तर में कहेंगे, “ऐसा ही हो!”


इसलिए आप लोग अपने शरीर में इन बातों को निर्जीव करें जो संसार की हैं, अर्थात् व्‍यभिचार, अशुद्धता, कामुकता, विषयवासना और लोभ को जो मूर्तिपूजा के सदृश है।


क्‍योंकि परमेश्‍वर ने हमें अशुद्धता के लिए नहीं, बल्‍कि पवित्रता के लिए बुलाया है।


मैंने उसे पश्‍चात्ताप करने का समय दिया, किन्‍तु वह अपने व्‍यभिचार के लिए पश्‍चात्ताप करना नहीं चाहती।


लेकिन कायरों, अविश्‍वासियों, नीचों, हत्‍यारों, व्‍यभिचारियों, ओझों, मूर्तिपूजकों और हर प्रकार के मिथ्‍यावादियों का अंत यह होगा − धधकती आग और गन्‍धक के कुण्‍ड में द्वितीय मृत्‍यु!”


नहीं, मेरे पुत्रो! जिन बातों को प्रभु के लोग सर्वत्र फैला रहे हैं, और जिन्‍हें मैं सुन रहा हूँ, वे अच्‍छी नहीं है।