1 इतिहास 5:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यह भी सच है कि यहूदा अपने भाइयों में शक्तिशाली हो गया था और उसके ही वंश से अगुवा हुआ था, तो भी ज्येष्ठ पुत्र के जन्म-सिद्ध अधिकार पर यूसुफ का ही अधिकार था।) Hindi Holy Bible क्योकि यहूदा अपने भाइयों पर प्रबल हो गया, और प्रधान उसके वंश से हुआ परन्तु जेठे का अधिकार यूसुफ का था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यद्यपि यहूदा अपने भाइयों पर प्रबल हो गया, और प्रधान उसके वंश से हुआ परन्तु जेठे का अधिकार यूसुफ का था। सरल हिन्दी बाइबल यद्यपि यहूदाह अपने भाइयों में मजबूत ज़रूर हुआ और उसके वंश से एक प्रधान का आगमन भी हुआ, फिर भी पहलौठे का जन्मसिद्ध अधिकार योसेफ़ को ही मिला.) इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यद्यपि यहूदा अपने भाइयों पर प्रबल हो गया, और प्रधान उसके वंश से हुआ परन्तु जेठे का अधिकार यूसुफ का था |
ये लिआ के पुत्र थे : रूबेन (याकूब का ज्येष्ठ पुत्र), शिमोन, लेवी, यहूदा, इस्साकार और ज़बूलून।
अब तेरे दोनों पुत्र, जो मिस्र देश में मेरे आगमन के पूर्व तुझे उत्पन्न हुए थे, वे मेरे हैं। जैसे रूबेन और शिमोन हैं वैसे मनश्शे और एफ्रइम मेरे हैं।
तेरे पिता के आशीर्वाद, चिरस्थायी पर्वतों के आशीर्वादों की अपेक्षा, सनातन पहाड़ियों के वरदानों से अधिक महान हो गए हैं। वे यूसुफ के सिर पर ठहरें, उसके ललाट पर ठहरें, जो अपने भाइयों से बिछुड़ गया था।
यों दाऊद समस्त इस्राएल देश पर राज्य करने लगा। वह जनता पर न्याय और धार्मिकता से शासन करता था।
इस्राएली राष्ट्र के प्रभु परमेश्वर ने मेरे पिता के समस्त परिवारों में से मुझे चुना और मुझे सदा-सर्वदा के लिए इस्राएली देश का राजा बनाया। उसके प्रशासक के रूप में इस्राएली कुलों में से यहूदा कुल को चुना, और यहूदा कुल के सब परिवारों में से मेरे पिता को। वह मुझसे प्रसन्न हुआ, और उसने समस्त इस्राएल देश का राजा बनाने के लिए मेरे पिता के पुत्रों में से मुझे चुना।
गिलआद प्रदेश मेरा है, और मनश्शे प्रदेश भी मेरा है एफ्रइम प्रदेश मेरा शिरस्त्राण है, यहूदा प्रदेश मेरा राजदण्ड है।
गिलआद प्रदेश मेरा है; और मनश्शे प्रदेश भी मेरा है; एफ्रइम प्रदेश मेरा शिरस्त्राण है; यहूदा प्रदेश मेरा राजदण्ड है।
‘ओ बेतलेहम एप्राता, तू निस्सन्देह यहूदा प्रदेश के सब नगरों में छोटा है; पर तुझसे ही वह व्यक्ति निकलेगा, जो मुझ-प्रभु के लिए इस्राएली राष्ट्र पर शासन करेगा। उसका उद्गम प्राचीन काल से, पुराने जमाने से है।’
पूर्व में, सूर्योदय की दिशा में अपने दल-बल सहित पड़ाव डालने वाला दल यहूदा होगा, जो अपनी ध्वजा के साथ पड़ाव डालेगा। यहूदा वंशीय दल का नेता अम्मीनादब का पुत्र नहशोन होगा।
‘ओ बेतलेहम, यहूदा प्रदेश के नगर! तू यहूदा प्रदेश के प्रमुख नगरों में किसी से कम नहीं है; क्योंकि तुझ में एक नेता उत्पन्न होगा, जो मेरी प्रजा इस्राएल का चरवाहा बनेगा।’ ”
क्योंकि परमेश्वर ने निश्चित किया कि जिन्हें उसने पहले से अपना समझा, वे उसके पुत्र के प्रतिरूप बनाये जायेंगे, जिससे उसका पुत्र इस प्रकार बहुत-से भाई-बहिनों में पहिलौठा हो।
वरन् वह अपनी अप्रिय स्त्री के पुत्र को कुल सम्पत्ति में से दुगुना भाग देकर उसके ज्येष्ठ पुत्र होने के विशिष्ट अधिकार को स्वीकार करेगा, क्योंकि वह ही उसके पौरुष का प्रथम फल है। उसको ही ज्येष्ठ पुत्र होने का विशिष्ट अधिकार प्राप्त है।
वह पहिलौठे सांड़ के सदृश महाबलवान है। जैसे जंगली भैंसे के सींगों में अपार शक्ति होती है, वैसे उसमें है। वह अपनी शक्ति रूपी सींग के द्वारा शत्रु पक्ष के लोगों को पृथ्वी के सीमान्तों तक खदेड़ देगा। एफ्रइम वंश के लाखों पुरुष, मनश्शे वंश के हजारों लोग ऐसे शक्तिशाली हैं!’
क्योंकि यह तो प्रत्यक्ष है कि हमारे प्रभु येशु यहूदा के कुल में उत्पन्न हुए हैं और मूसा ने पुरोहितों के विषय में लिखते समय उस कुल का उल्लेख नहीं किया।
यहूदा कुल के लोग गिलगाल में यहोशुअ के पास आए। यपून्ने के पुत्र और कनिज्जी गोत्र के कालेब ने उससे कहा, ‘जो बातें प्रभु ने मेरे और तुम्हारे सम्बन्ध में अपने सेवक मूसा से कादेश-बर्नेअ नगर में की थीं, उन्हें तुम जानते हो।
इस पर धर्मवृद्धों में से एक ने मुझ से कहा, “मत रोओ! देखो, वह, जो यहूदा कुल का सिंह है, जो दाऊद का श्रेष्ठ वंशज है, वह विजयी हुआ है। वह पुस्तक और उसकी सात मोहरें खोलने योग्य है।”
प्रभु ने उत्तर दिया, ‘यहूदा कुल चढ़ाई करेगा। देखो, मैंने कनान देश को उसके अधिकार में कर दिया है।’
प्रभु ने शमूएल से कहा, ‘जब मैंने शाऊल को इस्राएलियों के राजा के रूप में अस्वीकार कर दिया है, तब तू कब तक शाऊल के लिए शोक करता रहेगा? कुप्पी में तेल भर और चल। मैं तुझे बेतलेहम नगर के रहने वाले यिशय के पास भेजूँगा। मैंने उसके पुत्रों में से एक को अपने लिए राजा निश्चित किया है।’
इस प्रकार यिशय ने अपने सात पुत्रों को शमूएल के सामने भेजा। परन्तु शमूएल ने यिशय से कहा, ‘प्रभु ने इन्हें नहीं चुना है।’
अत: यिशय ने किसी को भेजा और उस पुत्र को भीतर बुलाया। उससे किशोरावस्था की ललाई झलकती थी। उसकी आँखें आकर्षक थीं। वह देखने में सुन्दर था। प्रभु ने शमूएल से कहा, ‘उठ! इसे अभिषिक्त कर। यह वही है।’