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उत्पत्ति 25:31 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

31 याकूब बोला, ‘पहले मुझे अपना ज्‍येष्‍ठ पुत्र होने का अधिकार बेच दो।’

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पवित्र बाइबल

31 किन्तु याकूब ने कहा, “तुम्हें पहलौठा होने का अधिकार मुझको आज बेचना होगा।”

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Hindi Holy Bible

31 याकूब ने कहा, अपना पहिलौठे का अधिकार आज मेरे हाथ बेच दे।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

31 याक़ूब ने कहा, “अपना पहिलौठे का अधिकार आज मेरे हाथ बेच दे।”

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नवीन हिंदी बाइबल

31 याकूब ने कहा, “पहले मुझे अपने पहलौठे होने का अधिकार बेच दे।”

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सरल हिन्दी बाइबल

31 किंतु याकोब ने उससे कहा, “पहले आप अपने पहलौठे का अधिकार मुझे दे दो.”

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उत्पत्ति 25:31
9 क्रॉस रेफरेंस  

उसने याकूब से कहा, ‘मुझे लाल-लाल वस्‍तु में से कुछ खिला, क्‍योंकि मुझे बहुत भूख लगी है।’ (इसलिए उसका नाम ‘एदोम’ भी पड़ा।)


एसाव ने कहा, ‘देख, मैं मरने पर हूँ। इस अधिकार का मेरे लिए क्‍या लाभ?’


एसाव ने कहा, ‘उसका नाम याकूब ठीक ही रखा गया था। उसने दो बार मुझे अड़ंगा मारा : पहले तो मेरा ज्‍येष्‍ठ पुत्र होने का अधिकार ले लिया, और अब मेरा आशीर्वाद भी छीन लिया।’ एसाव ने पूछा, ‘क्‍या आपने मेरे लिए कोई आशीर्वाद बचाकर नहीं रखा?’


तब वह बोला, ‘अब तेरा नाम याकूब न होगा, वरन् “इस्राएल” होगा; क्‍योंकि तूने परमेश्‍वर और मनुष्‍य से लड़कर विजय प्राप्‍त की है।’


ये इस्राएल के ज्‍येष्‍ठ पुत्र रूबेन के वंशज थे। (यद्यपि रूबेन ज्‍येष्‍ठ पुत्र था; किन्‍तु उसने पिता की पत्‍नी से बलात्‍कार किया था, इसलिए उसके ज्‍येष्‍ठ पुत्र होने का जन्‍म-सिद्ध अधिकार उसके छोटे भाई यूसुफ के पुत्रों को दे दिया गया था। इस कारण रूबेन के नाम का उल्‍लेख वंशावली में जन्‍म के क्रमानुसार नहीं किया गया है।


यह भी सच है कि यहूदा अपने भाइयों में शक्‍तिशाली हो गया था और उसके ही वंश से अगुवा हुआ था, तो भी ज्‍येष्‍ठ पुत्र के जन्‍म-सिद्ध अधिकार पर यूसुफ का ही अधिकार था।)


तो जिस दिन वह अपनी सम्‍पत्ति पैतृक अधिकार के लिए अपने पुत्रों में वितरित करेगा, तब वह अपनी अप्रिय स्‍त्री के ज्‍येष्‍ठ पुत्र की अपेक्षा अपनी प्रिय स्‍त्री के पुत्र को ज्‍येष्‍ठ नहीं मान सकेगा;


वरन् वह अपनी अप्रिय स्‍त्री के पुत्र को कुल सम्‍पत्ति में से दुगुना भाग देकर उसके ज्‍येष्‍ठ पुत्र होने के विशिष्‍ट अधिकार को स्‍वीकार करेगा, क्‍योंकि वह ही उसके पौरुष का प्रथम फल है। उसको ही ज्‍येष्‍ठ पुत्र होने का विशिष्‍ट अधिकार प्राप्‍त है।


आप लोगों में न तो कोई व्‍यभिचारी हो और न एसाव के सदृश कोई अधर्मी, जिसने एक ही बार के भोजन के लिए अपना पहलौठे का अधिकार बेच दिया।


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