जैसे ही एलीशा ने पानी पर चोट की, पानी दाँयी और बांयी ओर को फट गया और एलीशा ने नदी पार की।
भजन संहिता 74:15 - पवित्र बाइबल तूने नदी, झरने रचे, फोड़कर जल बहाया। तूने उफनती हुई नदियों को सुखा दिया। Hindi Holy Bible तू ने तो सोता खोल कर जल की धारा बहाई, तू ने तो बारहमासी नदियों को सुखा डाला। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तूने चट्टान फोड़ कर झरने और स्रोत बहाए थे, तूने सदा बहनेवाली जलधाराओं को भी सुखाया था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तू ने तो सोता खोलकर जल की धारा बहाई, तू ने तो बारहमासी नदियों को सुखा डाला। नवीन हिंदी बाइबल तूने सोतों और जल-धाराओं को खोला; तूने बारहमासी नदियों को सुखा डाला। सरल हिन्दी बाइबल आपने ही झरने और धाराएं प्रवाहित की; और आपने ही सदा बहने वाली नदियों को सुखा दिया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तूने तो सोता खोलकर जल की धारा बहाई, तूने तो बारहमासी नदियों को सूखा डाला। |
जैसे ही एलीशा ने पानी पर चोट की, पानी दाँयी और बांयी ओर को फट गया और एलीशा ने नदी पार की।
एलिय्याह ने अपना अंगरखा उतारा, उसे तह किया और उससे पानी पर चोट की। पानी दायीं और बायीं ओर को फट गया। एलिय्याह और एलीशा ने सूखी भूमि पर चलकर नदी को पार किया।
परमेश्वर ने चट्टान को फाड़ा और जल उछलता हुआ बाहर फूट पड़ा। उस मरुभूमि के बीच एक नदी बहने लगी।
परमेश्वर के वे लोग जो वहाँ छूट गये थे अश्शूर को छोड़ देने के लिए रास्ता पा जायेंगे। यह वैसा ही होगा, जैसा उस समय हुआ था, जब परमेश्वर लोगों को मिस्र से बाहर निकाल कर लाया था।
यहोवा ने अपने लोगों को मरूस्थल में राह दिखाई, और वे लोग कभी प्यासे नहीं रहे! क्यों क्योंकि उसने अपने लोगों के लिये चट्टान फोड़कर पानी बहा दिया!
तूने अपना धनुष ताना और तीरों ने अपने लक्ष्य को बेध दिया। जल की धाराएँ धरती को चीरने के लिए फूट पड़ी।
मूसा ने अपनी भुजा उठाई और दो बार चट्टान पर चोट की। चट्टान से पानी बहने लगा और लोगों तथा जानवरों ने पानी पिया।
हम लोग डरे हुए हैं क्योंकि हम सुन चुके हैं कि यहोवा ने तुम लोगों की सहायता कैसे की है। हमने सुना है कि तुम मिस्र से बाहर आए तो यहोवा न लाल सागर के पानी को सुखा दिया। हम लोगों ने यह भी सुना है कि तुम लोगो ने दो एमोरी राजाओं सीहोन और ओग के साथ क्या किया। हम लोगों ने सुना कि तुम लोगों ने यरदन नदी के पूर्व में रहने वाले उन दोनों राजाओं को कैसे नष्ट किया।
फिर छठे दूत ने अपना कटोरा फरात नामक महानदी पर उँडेल दिया और उसका पानी सूख गया। इससे पूर्व दिशा के राजाओं के लिए मार्ग तैयार हो गया।