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भजन संहिता 6:3 - पवित्र बाइबल

मेरी समूची देह थर—थर काँप रही है। हे यहोवा, मेरा भारी दु:ख तू कब तक रखेगा।

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Hindi Holy Bible

मेरा प्राण भी बहुत खेदित है। और तू, हे यहोवा, कब तक?

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पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

मेरा प्राण भी बहुत बेचैन है; पर तू, हे प्रभु, कब तक? . . .

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

मेरा प्राण भी बहुत खेदित है। पर तू, हे यहोवा, कब तक?

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नवीन हिंदी बाइबल

मेरा प्राण भी बहुत बेचैन है। पर तू, हे यहोवा, कब तक?

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सरल हिन्दी बाइबल

मेरे प्राण घोर पीड़ा में हैं. याहवेह, आप कब तक ठहरे रहेंगे?

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

मेरा प्राण भी बहुत खेदित है। और तू, हे यहोवा, कब तक? (यूह. 12:27)

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भजन संहिता 6:3
15 क्रॉस रेफरेंस  

मेरी शक्ति धरती पर बिखरे जल सी लुप्त हो गई। मेरी हड्डियाँ अलग हो गई हैं। मेरा साहस खत्म हो चुका है।


मैं पूरी तरह से दुर्बल हो गया हूँ। मैं कष्ट में हूँ इसलिए मैं कराहता और विलाप करता हूँ।


मैं इतना दुखी क्यों हूँ? मैं क्यों इतना व्याकुल हूँ? मुझे परमेश्वर के सहारे की बाट जोहनी चाहिए। मुझे अब भी उसकी स्तुति करने का अवसर मिलगा। वह मुझे बचाएगा।


मैं इतना दुखी क्यों हूँ? मैं इतना व्याकुल क्यों हूँ? मुझे परमेश्वर के सहारे की बाट जोहनी चाहिए। मुझे अब भी उसकी स्तुति का अवसर मिलेगा। वह मुझे बचाएगा। हे मेरे परमेश्वर, मैं अति दुखी हूँ। इसलिए मैंने तुझे यरदन की घाटी में, हेर्मोन की पहाड़ी पर और मिसगार के पर्वत पर से पुकारा।


मुझको यह हैरानी है, “क्या हमारे स्वमी ने हमे सदा के लिये त्यागा है क्या वह हमको फिर नहीं चाहेगा


जिससे यहोवा यरूशलेम के फाटक पर मैं तेरी स्तुति गीत गा सकूँ। मैं अति प्रसन्न होऊँगा क्योंकि तूने मुझको बचा लिया।”


हे यहोवा, तू सदा हमारे पास लौट आ। अपने सेवकों पर दया कर।


मनुष्य का मन उसे व्याधि में थामें रखता किन्तु टूटे मन को भला कोई कैसे थामे।


हे यहोवा, यदि तू मुझे स्वस्थ करता है, मैं सचमुच स्वस्थ हो जाऊँगा। मेरी रक्षा कर, और मेरी सचमुच रक्षा हो जायेगी। हे यहोवा, मैं तेरी स्तुति करता हूँ!


फिर उसने उनसे कहा, “मेरा मन बहुत दुःखी है, जैसे मेरे प्राण निकल जायेंगे। तुम मेरे साथ यहीं ठहरो और सावधान रहो।”


सो क्या परमेश्वर अपने चुने हुए लोगों पर ध्यान नहीं देगा कि उन्हें, जो उसे रात दिन पुकारते रहते हैं, न्याय मिले? क्या वह उनकी सहायता करने में देर लगायेगा?


“अब मेरा जी घबरा रहा है। क्या मैं कहूँ, ‘हे पिता, मुझे दुःख की इस घड़ी से बचा’ किन्तु इस घड़ी के लिए ही तो मैं आया हूँ।