ऑनलाइन बाइबिल

विज्ञापनों


संपूर्ण बाइबिल पुराना वसीयतनामा नया करार




लैव्यव्यवस्था 27:30 - नवीन हिंदी बाइबल

“फिर भूमि की उपज का सारा दशमांश, चाहे वह भूमि के बीज का हो या वृक्षों के फल का, यहोवा का है; वह यहोवा के लिए पवित्र ठहरे।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबल

“सभी पैदावारों का दसवाँ भाग यहोवा का है। इसमें खेतों, फसलें और पेड़ों के फल सम्मिलित हैं। वह दसवाँ भाग यहोवा का है।

अध्याय देखें

Hindi Holy Bible

फिर भूमि की उपज का सारा दशमांश, चाहे वह भूमि का बीज हो चाहे वृक्ष का फल, वह यहोवा ही का है; वह यहोवा के लिये पवित्र ठहरे।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

‘भूमि की उपज का दशमांश, चाहे वह भूमि का बीज हो, अथवा वृक्ष का फल, मुझ-प्रभु का ही है। वह मुझ-प्रभु के लिए पवित्र है।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

“फिर भूमि की उपज का सारा दशमांश, चाहे वह भूमि का बीज हो चाहे वृक्ष का फल, वह यहोवा ही का है; वह यहोवा के लिये पवित्र ठहरे।

अध्याय देखें

सरल हिन्दी बाइबल

“ ‘भूमि का दसवां अंश, चाहे वह खेत की उपज का हो या वृक्षों के फलों का, उस पर याहवेह का अधिकार है. वह याहवेह के लिए पवित्र है.

अध्याय देखें

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

“फिर भूमि की उपज का सारा दशमांश, चाहे वह भूमि का बीज हो चाहे वृक्ष का फल, वह यहोवा ही का है; वह यहोवा के लिये पवित्र ठहरे। (मत्ती 23:23, लूका 11:42)

अध्याय देखें



लैव्यव्यवस्था 27:30
22 क्रॉस रेफरेंस  

और धन्य है परमप्रधान परमेश्‍वर जिसने तेरे शत्रुओं को तेरे वश में कर दिया है।” तब अब्राम ने उसे सब वस्तुओं का दशमांश दिया।


यह पत्थर जिसका मैंने खंभा खड़ा किया है, परमेश्‍वर का भवन ठहरेगा, और जो कुछ तू मुझे दे मैं उसका दशमांश तुझे दिया करूँगा।”


कटनी के समय तुम्हें पाँचवाँ भाग फ़िरौन को देना होगा, बाकी चार भाग तुम्हारे होंगे ताकि तुम उसे खेत में बो सको, और अपने घराने, तथा अपने बाल-बच्‍चों के साथ भोजन के रूप में खा सको।”


अतः यूसुफ ने मिस्र की भूमि के विषय में ऐसा नियम बनाया, जो आज तक चला आता है कि पाँचवाँ भाग फ़िरौन का होगा। केवल याजकों की भूमि ही फ़िरौन की नहीं हुई।


मनुष्यों में से जो कोई मृत्यु-दंड के लिए अर्पित किया गया हो, वह छुड़ाया न जाए; वह निश्‍चय मार डाला जाए।


यदि कोई अपने दशमांश में से कुछ छुड़ाना चाहे, तो उसमें पाँचवाँ भाग बढ़ाकर उसे छुड़ाए।


“हे पाखंडी शास्‍त्रियो और फरीसियो, तुम पर हाय! क्योंकि तुम पुदीने, सौंफ और जीरे का दशमांश देते हो, परंतु न्याय, दया और विश्‍वास जैसी व्यवस्था की गंभीर बातों को छोड़ देते हो; चाहिए था कि इन्हें करते और उन्हें भी न छोड़ते।


“परंतु हे फरीसियो, तुम पर हाय! क्योंकि तुम पुदीने, सिताब और हर प्रकार के साग-पात का दशमांश तो देते हो, परंतु परमेश्‍वर के न्याय और प्रेम की उपेक्षा करते हो; चाहिए था कि इन्हें करते और उनमें भी कमी न आने देते।


मैं सप्‍ताह में दो बार उपवास करता हूँ, और जितना मुझे मिलता है उन सब का दशमांश देता हूँ।’