Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल

- विज्ञापनों -




लैव्यव्यवस्था 27:30 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

30 ‘भूमि की उपज का दशमांश, चाहे वह भूमि का बीज हो, अथवा वृक्ष का फल, मुझ-प्रभु का ही है। वह मुझ-प्रभु के लिए पवित्र है।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबल

30 “सभी पैदावारों का दसवाँ भाग यहोवा का है। इसमें खेतों, फसलें और पेड़ों के फल सम्मिलित हैं। वह दसवाँ भाग यहोवा का है।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

30 फिर भूमि की उपज का सारा दशमांश, चाहे वह भूमि का बीज हो चाहे वृक्ष का फल, वह यहोवा ही का है; वह यहोवा के लिये पवित्र ठहरे।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

30 “फिर भूमि की उपज का सारा दशमांश, चाहे वह भूमि का बीज हो चाहे वृक्ष का फल, वह यहोवा ही का है; वह यहोवा के लिये पवित्र ठहरे।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

नवीन हिंदी बाइबल

30 “फिर भूमि की उपज का सारा दशमांश, चाहे वह भूमि के बीज का हो या वृक्षों के फल का, यहोवा का है; वह यहोवा के लिए पवित्र ठहरे।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

30 “ ‘भूमि का दसवां अंश, चाहे वह खेत की उपज का हो या वृक्षों के फलों का, उस पर याहवेह का अधिकार है. वह याहवेह के लिए पवित्र है.

अध्याय देखें प्रतिलिपि




लैव्यव्यवस्था 27:30
22 क्रॉस रेफरेंस  

यह पत्‍थर जिसे मैंने स्‍तम्‍भ के रूप में खड़ा किया है, परमेश्‍वर का भवन बनेगा। जो कुछ तू मुझे प्रदान करेगा, उसका दशमांश मैं तुझे अर्पित करूँगा।’


“ढोंगी शास्‍त्रियो और फरीसियो! धिक्‍कार है तुम्‍हें! तुम पुदीने, सौंफ और जीरे का दशमांश तो देते हो, किन्‍तु धर्म-व्‍यवस्‍था की मुख्‍य बातों − न्‍याय, करुणा और विश्‍वास की उपेक्षा करते हो। तुम्‍हारे लिए उचित तो यह था कि तुम इन्‍हें करते रहते और उन को भी नहीं छोड़ते!


उस समय से यहूदा-प्रदेश के सब इस्राएली अन्न, अंगूर-रस और तेल का दशमांश भण्‍डार-गृह में लाने लगे।


मैं सप्‍ताह में दो बार उपवास करता हूँ और अपनी सारी आय का दशमांश दान करता हूँ।’


इस्राएली लोग सच्‍चाई से प्रभु को दशमांश तथा उसके लिए अलग की गई पवित्र वस्‍तुएँ भेंट में चढ़ाने लगे। इस भेंट की देखभाल करनेवाला मुख्‍य अधिकारी कोनन्‍याह था। वह लेवीय उप-पुरोहित था। उसका सहायक उसका भाई शिमई था।


सर्वोच्‍च परमेश्‍वर धन्‍य है, जिसने तेरे बैरियों को तेरे हाथ में सौंप दिया।’ अब्राम ने उसको अपनी प्रत्‍येक वस्‍तु का दसवां अंश भेंट किया।


“फरीसियो! धिक्‍कार है तुम लोगों को! क्‍योंकि तुम पुदीने, सदाब और हर प्रकार के साग का दशमांश तो देते हो; लेकिन न्‍याय और परमेश्‍वर के प्रति प्रेम की उपेक्षा करते हो। तुम्‍हारे लिए उचित तो यह था कि तुम इन्‍हें भी करते रहते और उनकी भी उपेक्षा नहीं करते।


उसने तोबियाह के लिए एक बड़े कमरे का प्रबन्‍ध किया। इस कमरे में पहले अन्न-बलि का सामान, लोबान, मन्‍दिर के पात्र, उपपुरोहितों, गायकों और द्वारपालों के लिए नियत किया गया अन्न, अंगूर-रस और तेल का दशमांश तथा पुरोहितों की भेटें रखी जाती थीं।


उसी दिन भण्‍डार-गृहों के संरक्षकों की नियुिक्‍त की गई। इन भण्‍डार-गृहों में मन्‍दिर में चढ़ाई गई भेंट, उपज का प्रथम फल और दशमांश रहता था। इनके अतिरिक्‍त पुरोहितों और उपपुरोहितों के नियत भाग भी रहते थे, जो नगर के खेतों से एकत्र किए जाते थे। यह धर्म-व्‍यवस्‍था के अनुसार निर्धारित कर दिया गया था। यहूदा प्रदेश की जनता परमेश्‍वर की सेवा करनेवाले पुरोहितों और उपपुरोहितों से प्रसन्न थी।


कोई भी पूर्ण-समर्पित व्यक्‍ति जिसे मनुष्‍यों में से पूर्णत: नष्‍ट किया जाना चाहिए, छुड़ाया नहीं जाएगा, वरन् उसका वध किया जाएगा।


यदि कोई मनुष्‍य अपने किसी दशमांश को मूल्‍य देकर मुक्‍त करना चाहेगा, तो वह मूल्‍य का पांचवां भाग उसमें जोड़कर उसको छुड़ा लेगा।


अपने पूर्वजों की पैतृक-सम्‍पत्ति बेचकर जो आमदनी उसकी होगी, उसके अतिरिक्‍त वह उनके साथ समान भोजन-अंश प्राप्‍त करेगा।


‘जब तू तीसरे वर्ष, अर्थात् दशमांश वर्ष में, अपनी उपज का समस्‍त दशमांश लेवीय जन, प्रवासी, पितृहीन और विधवा को चुका देगा कि वे तेरे नगर में भर पेट भोजन करें


तुम फसल की कटाई के समय उपज का पाँचवाँ अंश फरओ को दोगे। शेष चार अंश तुम्‍हारे होंगे। अर्थात् प्रत्‍येक अंश खेत के बीज के लिए, तुम्‍हारे एवं परिवार के सदस्‍यों के लिए तथा छोटे बच्‍चों के आहार के लिए होगा।’


यूसुफ ने मिस्र देश की भूमि से सम्‍बन्‍धित नियम बनाया कि फरओ उपज का पांचवां अंश लेगा। यह नियम आज तक प्रचलित है। केवल पुरोहितों के खेतों पर फरओ का अधिकार नहीं हुआ।


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों