मिलापवाले तंबू में उस परदे के बाहर जो साक्षीपत्र के सामने है, हारून और उसके पुत्र उस दीपक को यहोवा के सामने साँझ से सुबह तक जलता हुआ रखें। यह विधि इस्राएलियों के लिए पीढ़ी से पीढ़ी तक सदा बनी रहे।
लैव्यव्यवस्था 10:9 - नवीन हिंदी बाइबल “जब कभी तू या तेरे साथ तेरे पुत्र मिलापवाले तंबू में आएँ, तब तुममें से कोई न तो दाखमधु पीए और न किसी प्रकार की मदिरा, कहीं ऐसा न हो कि तुम मर जाओ। तुम्हारी पीढ़ी-पीढ़ी में यह सदा की विधि रहे, पवित्र बाइबल “तुम्हें और तम्हारे पुत्रों को दाखमधु या मध उस समय नहीं पीनी चाहिए जब तुम लोग मिलापवाले तम्बू में आओ। यदि तुम ऐसा करोगे तो मर जाओगे! यह नियम तुम्हारी पीढ़ियों में सदा चलता रहेगा। Hindi Holy Bible कि जब जब तू वा तेरे पुत्र मिलापवाले तम्बू में आएं तब तब तुम में से कोई न तो दाखमधु पिए हो न और किसी प्रकार का मद्य, कहीं ऐसा न हो कि तुम मर जाओ; तुम्हारी पीढ़ी पीढ़ी में यह विधि प्रचलित रहे, पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘जब तू अथवा तेरे साथ तेरे पुत्र मिलन-शिविर में प्रवेश करें तब अंगूर का रस या मदिरा मत पीना। ऐसा न हो कि तुम मर जाओ। यह तुम्हारी पीढ़ी से पीढ़ी के लिए स्थायी संविधि है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “जब जब तू या तेरे पुत्र मिलापवाले तम्बू में आएँ तब तब तुम में से कोई न तो दाखमधु पीए हो न और किसी प्रकार का मद्य, कहीं ऐसा न हो कि तुम मर जाओ; तुम्हारी पीढ़ी पीढ़ी में यह विधि प्रचलित रहे, सरल हिन्दी बाइबल “जब तुम मिलनवाले तंबू में प्रवेश करो, तो न तो तुम और न ही तुम्हारे पुत्र दाखरस अथवा दाखमधु का उपभोग करें, कि तुम्हारी मृत्यु न हो जाए. यह तुम्हारी आनेवाली सारी पीढ़ियों के लिए हमेशा के लिए विधि है, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “जब जब तू या तेरे पुत्र मिलापवाले तम्बू में आएँ तब-तब तुम में से कोई न तो दाखमधु पीए हो न और किसी प्रकार का मद्य, कहीं ऐसा न हो कि तुम मर जाओ; तुम्हारी पीढ़ी-पीढ़ी में यह विधि प्रचलित रहे, |
मिलापवाले तंबू में उस परदे के बाहर जो साक्षीपत्र के सामने है, हारून और उसके पुत्र उस दीपक को यहोवा के सामने साँझ से सुबह तक जलता हुआ रखें। यह विधि इस्राएलियों के लिए पीढ़ी से पीढ़ी तक सदा बनी रहे।
दाखमधु ठट्ठा करनेवाला और मदिरा हल्ला मचानेवाली है; जो कोई उनसे मतवाला होता है, वह बुद्धिमान नहीं होता।
यह तुम्हारी पीढ़ी से पीढ़ी तक तुम्हारे सब निवासस्थानों में सदा की विधि ठहरेगी कि तुम चरबी और लहू कभी न खाओ।”
क्योंकि वह प्रभु की दृष्टि में महान होगा, और कभी दाखरस और मदिरा न पीएगा, और अपनी माता के गर्भ से ही पवित्र आत्मा से परिपूर्ण होगा।
इसी प्रकार सेवकों का भी सम्माननीय होना आवश्यक है; वे न दोगले, न पियक्कड़ और न ही धन के लोभी हों,
अब से केवल पानी ही न पी, बल्कि अपने पेट और बार-बार हो रही बीमारियों के कारण थोड़े दाखरस का भी उपयोग कर लिया कर।
परमेश्वर के भंडारी के रूप में अध्यक्ष के लिए आवश्यक है कि वह निर्दोष हो; वह न तो अहंकारी, न क्रोधी, न पियक्कड़, न मारपीट करनेवाला और न ही धन का लोभी हो,