ऑनलाइन बाइबिल

विज्ञापनों


संपूर्ण बाइबिल पुराना वसीयतनामा नया करार




लूका 18:14 - नवीन हिंदी बाइबल

मैं तुमसे कहता हूँ, यही मनुष्य धर्मी ठहराया जाकर अपने घर गया, न कि वह दूसरा मनुष्य; क्योंकि प्रत्येक जो अपने आपको ऊँचा उठाता है वह नीचा किया जाएगा, परंतु जो अपने आपको दीन करता है वह ऊँचा उठाया जाएगा।”

अध्याय देखें

पवित्र बाइबल

मैं तुम्हें बताता हूँ, यही मनुष्य नेक ठहराया जाकर अपने घर लौटा, न कि वह दूसरा। क्योंकि हर वह व्यक्ति जो अपने आप को बड़ा समझेगा, उसे छोटा बना दिया जायेगा और जो अपने आप को दीन मानेगा, उसे बड़ा बना दिया जायेगा।”

अध्याय देखें

Hindi Holy Bible

मैं तुम से कहता हूं, कि वह दूसरा नहीं; परन्तु यही मनुष्य धर्मी ठहराया जाकर अपने घर गया; क्योंकि जो कोई अपने आप को बड़ा बनाएगा, वह छोटा किया जाएगा; और जो अपने आप को छोटा बनाएगा, वह बड़ा किया जाएगा॥

अध्याय देखें

पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

येशु ने कहा, “मैं तुम से कहता हूँ, वह पहला नहीं, बल्‍कि यह मनुष्‍य पापमुक्‍त हो कर अपने घर गया। क्‍योंकि जो कोई अपने आपको ऊंचा करता है, वह नीचा किया जाएगा; परन्‍तु जो अपने आप को नीचा करता है, वह ऊंचा किया जाएगा।”

अध्याय देखें

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

मैं तुम से कहता हूँ कि वह दूसरा नहीं, परन्तु यही मनुष्य धर्मी ठहराया जाकर अपने घर गया; क्योंकि जो कोई अपने आप को बड़ा बनाएगा, वह छोटा किया जाएगा; और जो अपने आप को छोटा बनाएगा, वह बड़ा किया जाएगा।”

अध्याय देखें

सरल हिन्दी बाइबल

“विश्वास करो वास्तव में यही चुंगी लेनेवाला (परमेश्वर से) धर्मी घोषित किया जाकर घर लौटा—न कि वह फ़रीसी. क्योंकि हर एक, जो स्वयं को बड़ा बनाता है, छोटा बना दिया जाएगा तथा जो व्यक्ति स्वयं नम्र हो जाता है, वह ऊंचा उठाया जाता है.”

अध्याय देखें

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

मैं तुम से कहता हूँ, कि वह दूसरा नहीं; परन्तु यही मनुष्य धर्मी ठहरा और अपने घर गया; क्योंकि जो कोई अपने आपको बड़ा बनाएगा, वह छोटा किया जाएगा; और जो अपने आपको छोटा बनाएगा, वह बड़ा किया जाएगा।”

अध्याय देखें



लूका 18:14
39 क्रॉस रेफरेंस  

यद्यपि यहोवा महान है, फिर भी वह नम्र मनुष्य की ओर दृष्‍टि करता है; परंतु अहंकारी मनुष्य को दूर से ही पहचानता है।


अपने दास को दोषी न ठहरा, क्योंकि तेरी दृष्‍टि में कोई भी मनुष्य धर्मी नहीं है।


अब मैंने जान लिया है कि यहोवा सब देवताओं से बड़ा है; क्योंकि इस विषय में उन्होंने इस्राएलियों के साथ अहंकारपूर्ण व्यवहार किया था।”


यहोवा का भय मानने से बुद्धि प्राप्‍त होती है, और आदर प्राप्‍त होने से पहले नम्रता आती है।


विनाश से पहले मनुष्य का हृदय घमंडी हो जाता है, परंतु सम्मान से पहले नम्रता आती है।


क्योंकि किसी कुलीन पुरुष के सामने तुझे नीचे बैठा दिए जाने की अपेक्षा यह अच्छा है कि तुझसे कहा जाए, “आगे आकर बैठ।”


मनुष्य का अहंकार उसे नीचा दिखाएगा, परंतु विनम्र व्यक्‍ति आदर प्राप्‍त करेगा।


ठट्ठा करनेवालों को तो वह ठट्ठों में उड़ाता है, परंतु दीनों पर अनुग्रह करता है।


जा, आनंद के साथ अपनी रोटी खा, और प्रसन्‍नचित्त होकर अपना दाखमधु पी, क्योंकि परमेश्‍वर ने तेरे कार्यों को स्वीकार कर लिया है।


जो कोई अपने आपको ऊँचा उठाएगा वह नीचा किया जाएगा, और जो अपने आपको दीन करेगा वह ऊँचा उठाया जाएगा।


“धन्य हैं वे जो मन के दीन हैं, क्योंकि स्वर्ग का राज्य उन्हीं का है।


उसने शासकों को सिंहासनों से गिराकर दीनों को ऊँचा उठाया,


परंतु अपने आपको धर्मी ठहराने की इच्छा से उसने यीशु से कहा, “तो मेरा पड़ोसी कौन है?”


क्योंकि प्रत्येक जो अपने आपको ऊँचा उठाता है वह नीचा किया जाएगा, और जो अपने आपको दीन करता है वह ऊँचा उठाया जाएगा।”


तब यीशु ने उनसे कहा :“तुम अपने आपको मनुष्यों के सामने धर्मी ठहराते हो, परंतु परमेश्‍वर तुम्हारे मनों को जानता है; क्योंकि जो मनुष्यों में सम्मानित है वह परमेश्‍वर की दृष्‍टि में घृणित है।


क्योंकि व्यवस्था के कार्यों के द्वारा कोई प्राणी उसके सामने धर्मी नहीं ठहरेगा, इसलिए कि व्यवस्था के द्वारा पाप की पहचान होती है।


परंतु वह जो कार्य न करने पर भी भक्‍तिहीन को धर्मी ठहरानेवाले परमेश्‍वर पर विश्‍वास करता है, उसका विश्‍वास उसके लिए धार्मिकता गिना जाता है।


अतः विश्‍वास से धर्मी ठहराए जाकर हमारा मेल परमेश्‍वर से अपने प्रभु यीशु मसीह के द्वारा हुआ है,


परमेश्‍वर के चुने हुओं पर कौन आरोप लगाएगा? परमेश्‍वर ही है जो उनको धर्मी ठहराता है।


फिर भी यह जानकर कि मनुष्य व्यवस्था के कार्यों से नहीं परंतु केवल यीशु मसीह पर विश्‍वास करने के द्वारा धर्मी ठहराया जाता है, हमने भी मसीह यीशु पर विश्‍वास किया है, ताकि हम व्यवस्था के कार्यों से नहीं परंतु मसीह पर विश्‍वास करने से धर्मी ठहराए जाएँ, क्योंकि व्यवस्था के कार्यों से कोई भी मनुष्य धर्मी नहीं ठहराया जाएगा।


प्रभु के सामने दीन बनो और वह तुम्हें ऊँचा उठाएगा।


क्या वह और अधिक अनुग्रह नहीं देता? इस कारण वह कहता है : परमेश्‍वर अभिमानियों का विरोध करता है, परंतु दीनों पर अनुग्रह करता है।