रोमियों 2:10 - नवीन हिंदी बाइबल परंतु भला कार्य करनेवाले प्रत्येक को महिमा, आदर और शांति मिलेगी, पहले यहूदी और फिर यूनानी को : पवित्र बाइबल और जो कोई अच्छाई पर चलता है उसे महिमा, आदर और शांति मिलेगी। पहले यहूदी को और फिर ग़ैर यहूदी को Hindi Holy Bible पर महिमा और आदर ओर कल्याण हर एक को मिलेगा, जो भला करता है, पहिले यहूदी को फिर यूनानी को। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) और भलाई करने वाले प्रत्येक मनुष्य को—पहले यहूदी और फिर यूनानी को—महिमा, सम्मान और शान्ति मिलेगी; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु महिमा और आदर और कल्याण हर एक को मिलेगा, जो भला करता है, पहले यहूदी को फिर यूनानी को। सरल हिन्दी बाइबल मगर प्रत्येक अच्छे काम करनेवाले के लिए महिमा, आदर और शांति तय हैं—सबसे पहले यहूदी के लिए और फिर यूनानी के लिए भी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु महिमा और आदर और कल्याण हर एक को मिलेगा, जो भला करता है, पहले यहूदी को फिर यूनानी को। |
निर्दोष मनुष्य पर दृष्टि कर और खरे मनुष्य को देख, क्योंकि मेल से रहनेवाले मनुष्य का वंश बढ़ेगा।
दुष्ट का कमाया धन अस्थिर होता है, परंतु जो धार्मिकता का बीज बोता है, उसे सच्चा प्रतिफल मिलता है।
यदि वह घर उसके लिए योग्य होगा, तो तुम्हारी शांति उस पर आ जाएगी; परंतु यदि वह योग्य न होगा, तो तुम्हारी शांति तुम्हारे पास लौट आएगी।
कि अंधकार और मृत्यु की छाया में बैठनेवालों को प्रकाश दे, और हमारे पैरों को शांति के मार्ग पर ले जाए।
धन्य हैं वे दास, जिन्हें स्वामी आकर जागते हुए पाए; मैं तुमसे सच कहता हूँ कि वह अपनी कमर कसकर उन्हें भोजन करने के लिए बैठाएगा और आकर उन्हें परोसेगा।
और कहा,“भला होता यदि तूने, हाँ तूने भी आज ही शांति की बातों को जाना होता, परंतु अभी तो यह तेरी आँखों से छिपी हुई है।
और उनसे कहा,“जो कोई मेरे नाम से इस बच्चे को ग्रहण करता है, वह मुझे ग्रहण करता है, और जो मुझे ग्रहण करता है, वह मेरे भेजनेवाले को ग्रहण करता है; क्योंकि तुम सब में जो छोटा है, वही बड़ा है।”
यदि कोई मेरी सेवा करे तो मेरे पीछे हो ले, और जहाँ मैं हूँ वहाँ मेरा वह सेवक भी होगा; यदि कोई मेरी सेवा करे तो पिता उसका सम्मान करेगा।
“मैं तुम्हारे लिए शांति छोड़े जाता हूँ, अपनी शांति तुम्हें देता हूँ; जैसी संसार देता है, वैसी मैं तुम्हें नहीं देता। तुम्हारा मन व्याकुल न हो और न डरे।
मैंने ये बातें तुमसे इसलिए कही हैं कि तुम मुझमें शांति पाओ। संसार में तुम्हें क्लेश होता है, परंतु साहस रखो! मैंने संसार को जीत लिया है।”
बल्कि प्रत्येक जाति में जो उसका भय मानता और धार्मिकता के कार्य करता है, वह उसे ग्रहणयोग्य होता है।
क्योंकि परमेश्वर का राज्य खाना और पीना नहीं बल्कि धार्मिकता, मेल और पवित्र आत्मा में आनंद है।
अब जो आशा का परमेश्वर है, वह तुम्हारे विश्वास करने में तुम्हें संपूर्ण आनंद और शांति से भर दे, जिससे तुम पवित्र आत्मा के सामर्थ्य के द्वारा आशा से भरपूर हो जाओ।
जो धीरज से भला कार्य करते हुए महिमा, आदर और अमरता को खोजते हैं उन्हें अनंत जीवन मिलेगा,
बुरा कार्य करनेवाले प्रत्येक मनुष्य पर क्लेश और संकट आएँगे, पहले यहूदी और फिर यूनानी पर;
अतः विश्वास से धर्मी ठहराए जाकर हमारा मेल परमेश्वर से अपने प्रभु यीशु मसीह के द्वारा हुआ है,
क्या कुम्हार को मिट्टी पर यह अधिकार नहीं है कि वह एक ही लोंदे से एक पात्र आदर के लिए, और दूसरा अनादर के लिए बनाए?
ताकि अपनी महिमा का धन दया के उन पात्रों पर प्रकट करे, जिन्हें उसने महिमा के लिए पहले से तैयार किया था
मसीह यीशु में न तो ख़तने का कुछ महत्त्व है और न ही बिना ख़तने का, परंतु केवल उस विश्वास का जो प्रेम के द्वारा कार्य करता है।
तब परमेश्वर की शांति जो सारी समझ से परे है, मसीह यीशु में तुम्हारे हृदय और तुम्हारे विचारों को सुरक्षित रखेगी।
अब सनातन राजा, अर्थात् अविनाशी, अदृश्य और एकमात्र परमेश्वर का आदर और महिमा युगानुयुग होती रहे। आमीन।
तूने उसे थोड़े समय के लिए ही स्वर्गदूतों से कम किया; तूने उस पर महिमा और आदर का मुकुट रखा, और उसे अपने हाथों के कार्यों पर अधिकार दिया।
तूने देखा कि विश्वास उसके कार्यों के साथ मिलकर कार्य करता रहा और कार्यों से ही उसका विश्वास सिद्ध हुआ,
तुममें बुद्धिमान और समझदार कौन है? यदि कोई है तो वह अपने कार्यों को अच्छे आचरण के द्वारा उस नम्रता में प्रकट करे जो ज्ञान से उत्पन्न होती है।
ताकि तुम्हारा परखा हुआ विश्वास, जो आग में ताए गए नाशवान सोने से भी अधिक बहुमूल्य है, यीशु मसीह के प्रकट होने पर प्रशंसा, महिमा और आदर का कारण ठहरे।
जब प्रधान चरवाहा प्रकट होगा, तब तुम महिमा के उस मुकुट को प्राप्त करोगे जो कभी नहीं मुरझाएगा।