तूने मेरे विलाप को नृत्य में बदल दिया है; तूने मेरा टाट उतारकर आनंद का कमरबंध बाँधा है,
यूहन्ना 16:20 - नवीन हिंदी बाइबल मैं तुमसे सच-सच कहता हूँ कि तुम रोओगे और विलाप करोगे, परंतु संसार आनंदित होगा; तुम शोकित होगे, परंतु तुम्हारा शोक आनंद में बदल जाएगा। पवित्र बाइबल मैं तुम्हें सत्य कहता हूँ, तुम विलाप करोगे और रोओगे किन्तु यह जगत प्रसन्न होगा। तुम्हें शोक होगा किन्तु तुम्हारा शोक आनन्द में बदल जायेगा। Hindi Holy Bible मैं तुम से सच सच कहता हूं; कि तुम रोओगे और विलाप करोगे, परन्तु संसार आनन्द करेगा: तुम्हें शोक होगा, परन्तु तुम्हारा शोक आनन्द बन जाएगा। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं तुम से सच-सच कहता हूँ : तुम रोओगे और विलाप करोगे, परन्तु संसार आनन्द मनाएगा। तुम शोक करोगे, किन्तु तुम्हारा शोक आनन्द में बदल जाएगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मैं तुम से सच सच कहता हूँ कि तुम रोओगे और विलाप करोगे, परन्तु संसार आनन्द करेगा; तुम्हें शोक होगा, परन्तु तुम्हारा शोक आनन्द में बदल जाएगा। सरल हिन्दी बाइबल मैं तुम पर यह अटल सच्चाई प्रकट कर रहा हूं: तुम रोओगे और विलाप करोगे जबकि संसार आनंद मना रहा होगा. तुम शोकाकुल होगे किंतु तुम्हारा शोक आनंद में बदल जाएगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मैं तुम से सच-सच कहता हूँ; कि तुम रोओगे और विलाप करोगे, परन्तु संसार आनन्द करेगा: तुम्हें शोक होगा, परन्तु तुम्हारा शोक आनन्द बन जाएगा। |
तूने मेरे विलाप को नृत्य में बदल दिया है; तूने मेरा टाट उतारकर आनंद का कमरबंध बाँधा है,
क्योंकि उसका क्रोध तो क्षण भर का होता है, पर उसकी कृपा जीवन भर की होती है। यद्यपि रात को रोना पड़े, परंतु भोर को आनंद होता है।
परंतु जब किसानों ने पुत्र को देखा तो आपस में कहा, ‘यह तो उत्तराधिकारी है। आओ, इसे मार डालें और इसका उत्तराधिकार हड़प लें।’
और तुरंत मुरगे ने दूसरी बार बाँग दी; तब पतरस को वह बात स्मरण आई जो यीशु ने उससे कही थी :“मुरगे के दो बार बाँग देने से पहले, तू तीन बार मेरा इनकार करेगा।” तब वह फूट फूटकर रोने लगा।
लोगों की एक बड़ी भीड़ उसके पीछे चली आ रही थी जिनमें स्त्रियाँ भी थीं जो उसके लिए छाती पीट-पीटकर विलाप कर रही थीं।
उसने उनसे कहा,“ये कौन सी बातें हैं जिनकी चर्चा तुम चलते-चलते आपस में कर रहे हो?” वे उदास होकर रुक गए।
परंतु हम आशा कर रहे थे कि वही इस्राएल को छुड़ाने वाला है; इन सब के अतिरिक्त, इन बातों को हुए यह तीसरा दिन है।
धन्य हो तुम जो अब भूखे हो, क्योंकि तुम तृप्त किए जाओगे। धन्य हो तुम जो अब रोते हो, क्योंकि तुम हँसोगे।
मैंने ये बातें तुमसे इसलिए कही हैं कि तुम मुझमें शांति पाओ। संसार में तुम्हें क्लेश होता है, परंतु साहस रखो! मैंने संसार को जीत लिया है।”
और यह कहकर उसने अपने हाथ और अपनी पसली उन्हें दिखाई। तब शिष्य प्रभु को देखकर आनंदित हुए।
तब वे महासभा के सामने से आनंदित होकर चले गए कि हम उसके नाम के लिए अपमानित होने के योग्य तो ठहरे;
इतना ही नहीं, बल्कि हम अपने प्रभु यीशु मसीह के द्वारा परमेश्वर में प्रफुल्लित भी होते हैं, जिसके द्वारा अब हमारा मेल-मिलाप हुआ है।
शोक मनानेवाले समझे जाते हैं फिर भी सदैव आनंद मनाते हैं, कंगाल समझे जाते हैं फिर भी बहुतों को धनी बना देते हैं, ऐसे समझे जाते हैं मानो हमारे पास कुछ नहीं फिर भी हमारे पास सब कुछ है।
तुम बड़े क्लेश में पवित्र आत्मा के आनंद के साथ वचन को ग्रहण करके हमारे और प्रभु के अनुकरण करनेवाले बन गए,
अब जो तुम्हें ठोकर खाने से बचा सकता है और अपनी महिमामय उपस्थिति में आनंद के साथ निर्दोष खड़ा कर सकता है,
पृथ्वी पर रहनेवाले उनके मरने से आनंदित और मगन होंगे, और एक दूसरे के पास उपहार भेजेंगे, क्योंकि इन दोनों भविष्यवक्ताओं ने पृथ्वी पर रहनेवालों को कष्ट पहुँचाया था।
जितनी उसने अपनी बड़ाई की और भोग-विलास किया, उतनी ही उसे पीड़ा और शोक दो। क्योंकि वह अपने मन में कहती है, ‘मैं रानी बनकर बैठी हूँ, मैं विधवा नहीं हूँ; मैं कभी शोक नहीं देखूँगी।’