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मत्ती 13:36 - नवीन हिंदी बाइबल

तब यीशु भीड़ को छोड़कर घर आया। फिर उसके शिष्य यह कहते हुए उसके पास आए, “हमें खेत के जंगली बीजों का दृष्‍टांत समझा दे।”

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पवित्र बाइबल

फिर यीशु उस भीड़ को विदा करके घर चला आया। तब उसके शिष्यों ने आकर उससे कहा, “खेत के खरपतवार के दृष्टान्त का अर्थ हमें समझा।”

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Hindi Holy Bible

तब वह भीड़ को छोड़ कर घर में आया, और उसके चेलों ने उसके पास आकर कहा, खेत के जंगली दाने का दृष्टान्त हमें समझा दे।

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पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

येशु लोगों को विदा कर घर आए। उनके शिष्‍यों ने उनके पास आ कर कहा, “खेत के जंगली बीज का दृष्‍टान्‍त हमें समझा दीजिए।”

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

तब वह भीड़ को छोड़कर घर में आया, और उसके चेलों ने उसके पास आकर कहा, “खेत के जंगली दाने का दृष्‍टान्त हमें समझा दे।”

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सरल हिन्दी बाइबल

जब येशु भीड़ को छोड़कर घर के भीतर चले गए, उनके शिष्यों ने उनके पास आकर उनसे विनती की, “गुरुवर, हमें खेत के जंगली बीज का दृष्टांत समझा दीजिए.”

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

तब वह भीड़ को छोड़कर घर में आया, और उसके चेलों ने उसके पास आकर कहा, “खेत के जंगली दाने का दृष्टान्त हमें समझा दे।”

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मत्ती 13:36
13 क्रॉस रेफरेंस  

उसी दिन यीशु घर से निकलकर झील के किनारे बैठा हुआ था;


इस पर उसने उनसे कहा,“तुम्हें तो स्वर्ग के राज्य के भेदों को जानने की समझ दी गई है, परंतु उन्हें नहीं दी गई।


“अब तुम बीज बोनेवाले के दृष्‍टांत का अर्थ सुनो।


परंतु जब लोग सो रहे थे, तो उसका शत्रु आया और गेहूँ के बीच जंगली बीज बोकर चला गया।


फिर यीशु ने तुरंत शिष्यों को नाव पर चढ़ने और उससे पहले उस पार चले जाने के लिए विवश किया, जबकि वह लोगों को विदा करता रहा।


तब भीड़ को विदा करके वह नाव पर चढ़ गया, और मगदन के क्षेत्र में आया।


घर पहुँचने पर वे अंधे व्यक्‍ति उसके पास आए। यीशु ने उनसे कहा,“क्या तुम विश्‍वास करते हो कि मैं यह कर सकता हूँ?” उन्होंने उससे कहा, “हाँ, प्रभु।”


वह उन्हें बिना दृष्‍टांत के कुछ भी नहीं बताता था परंतु अपने शिष्यों को एकांत में सब कुछ समझाता था।


फिर उसने तुरंत अपने शिष्यों को नाव पर चढ़ने और उस पार बैतसैदा को पहले चले जाने के लिए विवश किया; जबकि वह लोगों को विदा करता रहा।


भीड़ से निकलकर जब उसने घर में प्रवेश किया तो उसके शिष्यों ने इस दृष्‍टांत के विषय में उससे पूछा।


वे लगभग चार हज़ार लोग थे। फिर उसने उनको विदा किया