पुत्र का सम्मान करो, ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नष्ट हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने पर है। क्या ही धन्य हैं वे सब जो उसकी शरण में आते हैं।
भजन संहिता 5:11 - नवीन हिंदी बाइबल परंतु जो तेरी शरण लेते हैं वे सब मगन हों। वे सदैव आनंद के गीत गाते रहें, क्योंकि तू उनकी रक्षा करता है; और जो तेरे नाम के प्रेमी हैं वे तुझमें प्रफुल्लित हों। पवित्र बाइबल किन्तु जो परमेश्वर के आस्थावान होते हैं, वे सभी प्रसन्न हों और वे सदा सर्वदा को आनन्दित रहें। हे परमेश्वर, तू उनकी रक्षा कर और उन्हें तू शक्ति दे जो जन तेरे नाम से प्रीति रखते हैं। Hindi Holy Bible परन्तु जितने तुझ पर भरोसा रखते हैं वे सब आनन्द करें, वे सर्वदा ऊंचे स्वर से गाते रहें; क्योंकि तू उनकी रक्षा करता है, और जो तेरे नाम के प्रेमी हैं तुझ में प्रफुल्लित हों। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) पर तू अपनी शरण में आनेवालों को आनन्दित कर। वे सदा गाते रहें, क्योंकि तू उनकी रक्षा करता है। तेरे नाम के प्रेमी फूले न समाएँ। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु जितने तुझ पर भरोसा रखते हैं वे सब आनन्द करें, वे सर्वदा ऊँचे स्वर से गाते रहें; क्योंकि तू उनकी रक्षा करता है, और जो तेरे नाम के प्रेमी हैं तुझ में प्रफुल्लित हों। सरल हिन्दी बाइबल आनंदित हों आपके सभी शरणागत; सदैव हो उनका आनंद. आप उन्हें सुरक्षित रखें, जो आपसे प्रेम रखते हैं, वे सदैव उल्लसित रहें. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु जितने तुझ में शरण लेते हैं वे सब आनन्द करें, वे सर्वदा ऊँचे स्वर से गाते रहें; क्योंकि तू उनकी रक्षा करता है, और जो तेरे नाम के प्रेमी हैं तुझ में प्रफुल्लित हों। |
पुत्र का सम्मान करो, ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नष्ट हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने पर है। क्या ही धन्य हैं वे सब जो उसकी शरण में आते हैं।
जो मेरी दोषमुक्ति की कामना करते हैं वे आनंदित हों और जय जयकार करें, और निरंतर कहते रहें, “यहोवा की प्रशंसा हो, जो अपने सेवक के कल्याण से प्रसन्न होता है।”
जितने तुझे खोजते हैं वे सब तुझमें आनंदित और मगन हों; जितने तेरे उद्धार को प्रिय जानते हैं, वे सब निरंतर कहें, “यहोवा की बड़ाई हो!”
चरागाह भेड़-बकरियों से भरे हैं, और तराइयाँ अन्न से ढँपी हैं, वे जय जयकार करती और गाती भी हैं।
हम जानते हैं कि जो लोग परमेश्वर से प्रेम रखते हैं अर्थात् जो उसके उद्देश्य के अनुसार बुलाए गए हैं, उनके लिए वह सब बातों को मिलाकर भलाई ही उत्पन्न करता है।
परंतु जैसा लिखा है : जो बातें आँख ने नहीं देखीं, कान ने नहीं सुनीं और न ही मनुष्य के मन में आईं, उन्हीं को परमेश्वर ने उससे प्रेम रखनेवालों के लिए तैयार किया है।
धन्य है वह मनुष्य जो परीक्षा में धीरज धरता है क्योंकि वह खरा उतरकर जीवन का वह मुकुट पाएगा जिसकी प्रतिज्ञा प्रभु ने अपने प्रेम रखनेवालों से की है।
हे मेरे प्रिय भाइयो, सुनो! क्या परमेश्वर ने इस जगत के कंगालों को नहीं चुना कि वे विश्वास में धनी और उस राज्य के उत्तराधिकारी हों जिसकी प्रतिज्ञा उसने अपने प्रेम करनेवालों से की है?
हे स्वर्ग! हे पवित्र लोगो, प्रेरितो और भविष्यवक्ताओ! उसके कारण आनंद मनाओ, क्योंकि परमेश्वर ने तुम्हारा न्याय किया है और उसके विरुद्ध निर्णय दिया है।”