भजन संहिता 27:5 - नवीन हिंदी बाइबल विपत्ति के दिन वह मुझे अपने मंडप में छिपा लेगा; वह मुझे अपने तंबू के गुप्त स्थान में छिपा लेगा; वह मुझे चट्टान पर चढ़ा देगा। पवित्र बाइबल जब कभी कोई विपत्ति मुझे घेरेगी, यहोवा मेरी रक्षा करेगा। वह मुझे अपने तम्बू मैं छिपा लेगा। वह मुझे अपने सुरक्षित स्थान पर ऊपर उठा लेगा। Hindi Holy Bible क्योंकि वह तो मुझे विपत्ति के दिन में अपने मण्डप में छिपा रखेगा; अपने तम्बू के गुप्त स्थान में वह मुझे छिपा लेगा, और चट्टान पर चढ़ाएगा। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु संकट के दिन मुझे अपने मंडप में छिपा लेगा; वह अपने शिविर के भीतर मुझे आश्रय देगा; वह मुझे चट्टान पर ऊंचा उठाएगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि वह तो मुझे विपत्ति के दिन में अपने मण्डप में छिपा रखेगा; अपने तम्बू के गुप्तस्थान में वह मुझे छिपा लेगा, और चट्टान पर चढ़ाएगा। सरल हिन्दी बाइबल क्योंकि वही हैं जो संकट काल में मुझे आश्रय देंगे; वही मुझे अपने गुप्त-मंडप के आश्रय में छिपा लेंगे और एक उच्च चट्टान में मुझे सुरक्षा प्रदान करेंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि वह तो मुझे विपत्ति के दिन में अपने मण्डप में छिपा रखेगा; अपने तम्बू के गुप्त स्थान में वह मुझे छिपा लेगा, और चट्टान पर चढ़ाएगा। (भज. 91:1, भज. 40:2, भज. 138:7) |
चाहे मैं संकट से होकर जाऊँ, फिर भी तू मुझे सुरक्षित रखेगा; तू मेरे शत्रुओं के क्रोध के विरुद्ध अपना हाथ बढ़ाएगा, और तेरा दाहिना हाथ मुझे बचाएगा।
अपनी आँख की पुतली के समान मुझे सुरक्षित रख; अपने पंखों के तले मुझे उन दुष्टों से छिपा ले, जो मुझ पर अत्याचार करते हैं, अर्थात् मेरे प्राणघातक शत्रुओं से जो मुझे घेरे हुए हैं।
वही मेरे पैरों को हरिणियों के पैरों के समान बनाता है, और मुझे ऊँचे स्थानों पर खड़ा करता है।
तू उन्हें मनुष्य के षड्यंत्रों से बचाकर अपनी उपस्थिति की सुरक्षा में छिपाता है; तू उन्हें अपने शरणस्थान में रखकर झगड़ालू जीभ से बचाता है।
यहोवा धन्य है, क्योंकि उसने घिरे हुए नगर में भी मुझ पर अपनी करुणा अद्भुत रीति से प्रकट की है।
उसने मुझे विनाश के गड्ढे और दलदल में से निकाला, और मुझे चट्टान पर खड़ा करके मेरे कदमों को दृढ़ किया है।
उसने मेरे मुँह में एक नया गीत डाला है, जो हमारे परमेश्वर की स्तुति का गीत है। बहुत से लोग यह देखकर भयभीत होंगे, और यहोवा पर भरोसा रखेंगे।
हे परमेश्वर, मुझ पर अनुग्रह कर! मुझ पर अनुग्रह कर क्योंकि मैं तेरा शरणागत हूँ; और जब तक ये विपत्तियाँ दूर न हो जाएँ, मैं तेरे पंखों की छाया में शरण लिए रहूँगा।
मूर्च्छित होते समय मैं पृथ्वी की छोर से तुझे पुकारूँगा; मुझे उस चट्टान पर ले चल जो मेरे लिए ऊँची है।
संकट के दिन मैं प्रभु की खोज में लगा रहा, रात भर मेरे हाथ फैले रहे और ढीले न पड़े; मेरा प्राण बेचैन रहा।
वे तेरी प्रजा के विरुद्ध चतुराई से योजनाएँ बनाते हैं, और तेरे शरणागतों के विरुद्ध षड्यंत्र रचते हैं।
जब वह मुझे पुकारेगा, तब मैं उसकी सुनूँगा; संकट में मैं उसके साथ रहूँगा; मैं उसे बचाकर उसका सम्मान बढ़ाऊँगा।
“हे यरूशलेम, हे यरूशलेम! तू जो भविष्यवक्ताओं को मार डालती है और जो तेरे पास भेजे गए, उन पर पथराव करती है। मैंने कितनी बार चाहा कि जैसे मुरगी अपने बच्चों को पंखों तले इकट्ठा करती है, वैसे ही तेरे बच्चों को इकट्ठा करूँ, परंतु तूने न चाहा।