हाँ, हम उसी समय उमड़ती जल-धाराओं में बह जाते।
तब वे अभिमानी लोग उस जल जैसे हो जाते जो हमको डुबाता हुआ हमारे मुँह तक चढ़ रहा हो।
उमड़ते जल में हम उसी समय ही बह जाते॥
और उफनता जल हमारे गले तक चढ़ आता।’
उमड़ते जल में हम उसी समय ही बह जाते।
उग्र जल प्रवाह हमें दूर बहा ले गया होता.