यहोवा का भय मानना बुद्धि का मूल है। जो उसकी आज्ञाओं को मानते हैं, उन सब की समझ उत्तम होती है। उसकी स्तुति सदा होती रहेगी।
प्रेरितों के काम 10:35 - नवीन हिंदी बाइबल बल्कि प्रत्येक जाति में जो उसका भय मानता और धार्मिकता के कार्य करता है, वह उसे ग्रहणयोग्य होता है। पवित्र बाइबल बल्कि हर जाति का कोई भी ऐसा व्यक्ति जो उससे डरता है और नेक काम करता है, वह उसे स्वीकार करता है। Hindi Holy Bible अब मुझे निश्चय हुआ, कि परमेश्वर किसी का पक्ष नहीं करता, वरन हर जाति में जो उस से डरता और धर्म के काम करता है, वह उसे भाता है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मनुष्य किसी भी जाति का क्यों न हो, यदि वह परमेश्वर की भक्ति करता और धर्माचरण करता है, तो वह परमेश्वर का कृपापात्र बन जाता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वरन् हर जाति में जो उससे डरता और धर्म के काम करता है, वह उसे भाता है। सरल हिन्दी बाइबल हर एक जनता में उस व्यक्ति को परमेश्वर अंगीकार करता है, जो परमेश्वर में श्रद्धा रखता तथा वही करता है जो सही है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वरन् हर जाति में जो उससे डरता और धार्मिक काम करता है, वह उसे भाता है। |
यहोवा का भय मानना बुद्धि का मूल है। जो उसकी आज्ञाओं को मानते हैं, उन सब की समझ उत्तम होती है। उसकी स्तुति सदा होती रहेगी।
यहोवा का भय पवित्र है, जो अनंतकाल तक बना रहता है। यहोवा के नियम सत्य और पूरी रीति से धर्ममय हैं।
निश्चय उसका भय माननेवालों के उद्धार का समय निकट है कि हमारे देश में महिमा का निवास हो।
अधर्म का प्रायश्चित्त करुणा और सच्चाई से होता है, और यहोवा का भय मानने से मनुष्य बुराई से दूर रहता है।
जब सब कुछ सुन लिया गया है तो निष्कर्ष यह है : परमेश्वर का भय मान और उसकी आज्ञाओं का पालन कर, क्योंकि यही मनुष्य का संपूर्ण कर्त्तव्य है।
स्वर्गदूत ने उसके पास भीतर आकर कहा, “हे प्रभु की कृपापात्री, आनंदित हो! प्रभु तेरे साथ है।”
वह एक भक्त था और अपने सारे घराने समेत परमेश्वर का भय मानता था, और लोगों को बहुत दान देता और परमेश्वर से निरंतर प्रार्थना करता रहता था।
और उसने उनसे कहा, “तुम जानते हो कि एक यहूदी के लिए किसी गैरयहूदी से मिलना या उसके पास जाना वर्जित है, परंतु परमेश्वर ने मुझ पर प्रकट किया है कि मैं किसी भी मनुष्य को अपवित्र या अशुद्ध न कहूँ।
इस प्रकार सारे यहूदिया और गलील और सामरिया की कलीसिया को शांति मिली, और वह प्रभु के भय में चलते और उन्नति करते हुए पवित्र आत्मा के प्रोत्साहन में बढ़ती गई।
(क्योंकि परमेश्वर की दृष्टि में व्यवस्था के सुननेवाले नहीं, बल्कि व्यवस्था का पालन करनेवाले धर्मी ठहराए जाएँगे।
फिर जब गैरयहूदी लोग जिनके पास व्यवस्था नहीं, स्वभाव से ही व्यवस्था की बातों का पालन करते हैं, तो उनके पास व्यवस्था न होने पर भी वे स्वयं ही अपने लिए व्यवस्था हैं।
अर्थात् परमेश्वर की वह धार्मिकता जो यीशु मसीह पर विश्वास करने के द्वारा सब विश्वास करनेवालों के लिए है। इसमें कोई भेदभाव नहीं है;
क्योंकि चाहे यहूदी हों या यूनानी, दास हों या स्वतंत्र, हम सब को एक ही आत्मा के द्वारा एक देह होने के लिए बपतिस्मा दिया गया, और हम सब को एक ही आत्मा पिलाया गया।
अतः हे प्रियो, जब कि हमें ये प्रतिज्ञाएँ प्राप्त हैं, तो आओ हम अपने आपको देह और आत्मा की सारी मलिनता से शुद्ध करते हुए परमेश्वर के भय में पवित्रता को पूर्ण करें।
अब न कोई यहूदी है और न यूनानी, न कोई दास है और न स्वतंत्र, न कोई पुरुष है और न स्त्री; क्योंकि तुम सब मसीह यीशु में एक हो।
वास्तविक ख़तनावाले तो हम हैं, जो परमेश्वर के आत्मा में आराधना करते और मसीह यीशु पर गर्व करते हैं, और शरीर पर भरोसा नहीं रखते।
जो तुम्हारे पास पहुँचा है, और जैसे यह सुसमाचार सारे जगत में फलता और बढ़ता जा रहा है, वैसे ही जिस दिन तुमने उसे सुना और सत्य से परमेश्वर के अनुग्रह को जाना, तब से तुम्हारे बीच में भी हो रहा है;
जिसमें न कोई यूनानी है और न यहूदी, न ख़तनावाला और न ख़तनारहित, न बर्बर, न असभ्य, न दास और न स्वतंत्र, परंतु मसीह सब कुछ और सब में है।
यदि तुम जानते हो कि वह धर्मी है, तो यह भी जानते हो कि प्रत्येक जो धार्मिकता का कार्य करता है वह उससे उत्पन्न हुआ है।