क्योंकि मैं उसे जानता हूँ कि वह अपने बच्चों और घराने को जो उसके पीछे रह जाएँगे, आज्ञा देगा कि वे यहोवा के मार्ग पर दृढ़ बने रहें, तथा धार्मिकता और न्याय के कार्य करते रहें; ताकि जो प्रतिज्ञा यहोवा ने अब्राहम से की है वह उसे पूरा करे।”
प्रेरितों के काम 10:2 - नवीन हिंदी बाइबल वह एक भक्त था और अपने सारे घराने समेत परमेश्वर का भय मानता था, और लोगों को बहुत दान देता और परमेश्वर से निरंतर प्रार्थना करता रहता था। पवित्र बाइबल वह परमेश्वर से डरने वाला भक्त था और उसका परिवार भी वैसा ही था। वह गरीब लोगों की सहायता के लिये उदारतापूर्वक दान दिया करता था और सदा ही परमेश्वर की प्रार्थना करता रहता था। Hindi Holy Bible वह भक्त था, और अपने सारे घराने समेत परमेश्वर से डरता था, और यहूदी लागों को बहुत दान देता, और बराबर परमेश्वर से प्रार्थना करता था। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वह, और उसका समस्त परिवार भी, धर्मपरायण तथा ईश्वर-भक्त था। वह जनता को बहुत दान दिया करता और हर समय परमेश्वर की प्रार्थना में लगा रहता था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वह भक्त था, और अपने सारे घराने समेत परमेश्वर से डरता था, और यहूदी लोगों को बहुत दान देता, और बराबर परमेश्वर से प्रार्थना करता था। सरल हिन्दी बाइबल वह परमेश्वर पर विश्वास रखनेवाले व्यक्ति थे. वह और उनका परिवार, सभी श्रद्धालु थे. वह यहूदियों को उदार मन से दान देते तथा परमेश्वर से निरंतर प्रार्थना करते थे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वह भक्त था, और अपने सारे घराने समेत परमेश्वर से डरता था, और यहूदी लोगों को बहुत दान देता, और बराबर परमेश्वर से प्रार्थना करता था। |
क्योंकि मैं उसे जानता हूँ कि वह अपने बच्चों और घराने को जो उसके पीछे रह जाएँगे, आज्ञा देगा कि वे यहोवा के मार्ग पर दृढ़ बने रहें, तथा धार्मिकता और न्याय के कार्य करते रहें; ताकि जो प्रतिज्ञा यहोवा ने अब्राहम से की है वह उसे पूरा करे।”
इसलिए जाति-जाति के लोग यहोवा के नाम का, और पृथ्वी के सब राजा तेरे प्रताप का भय मानेंगे।
मुझे अपने सत्य पर चला और मुझे सिखा, क्योंकि तू मेरा उद्धार करनेवाला परमेश्वर है; मैं दिन भर तेरी प्रतीक्षा करता रहता हूँ।
यह अच्छा है कि तू एक बात को तो पकड़े रहे, और दूसरी बात को भी अपने हाथ से जाने न दे, क्योंकि जो परमेश्वर का भय मानता है वह सब कठिनाइयों से पार हो जाता है।
फिर यीशु ने उनसे इस विषय में कि सदा प्रार्थना करना और निराश न होना कितना आवश्यक है, एक दृष्टांत कहा :
और देखो, यरूशलेम में शिमोन नामक एक मनुष्य था। वह धर्मी और भक्त मनुष्य था और इस्राएल की शांति की प्रतीक्षा कर रहा था, तथा पवित्र आत्मा उस पर था;
उन्होंने कहा, “शतपति कुरनेलियुस, जो एक धर्मी और परमेश्वर का भय माननेवाला और सारी यहूदी जाति में सुनाम व्यक्ति है, उसे एक पवित्र स्वर्गदूत के द्वारा यह निर्देश मिला है कि तुझे अपने घर बुलाकर तुझसे वचन सुने।”
और कहा, ‘हे कुरनेलियुस, तेरी प्रार्थना सुनी गई है और तेरे दान परमेश्वर के सामने स्मरण किए गए हैं।
बल्कि प्रत्येक जाति में जो उसका भय मानता और धार्मिकता के कार्य करता है, वह उसे ग्रहणयोग्य होता है।
उसने उसे ध्यान से देखा और भयभीत होकर कहा, “हे प्रभु, क्या है?” उसने उससे कहा, “तेरी प्रार्थनाएँ और तेरे दान परमेश्वर के सामने स्मृति के रूप में पहुँचे हैं।
जब वह स्वर्गदूत जिसने उससे बातें की थीं चला गया, तो उसने अपने दो सेवकों और निरंतर अपने पास रहनेवालों में से एक भक्त सैनिक को बुलाया,
तब पौलुस खड़ा हुआ और हाथ से संकेत करके कहने लगा, “हे इस्राएलियो और परमेश्वर का भय माननेवालो, सुनो।
“हे भाइयो, अब्राहम के घराने की संतानो और परमेश्वर का भय माननेवालो, हमारे लिए ही यह उद्धार का वचन भेजा गया है।
परंतु यहूदियों ने भक्त और कुलीन स्त्रियों तथा नगर के प्रमुख लोगों को उकसाया और पौलुस तथा बरनाबास के विरुद्ध उपद्रव करवाकर उन्हें अपनी सीमा से निकाल दिया।
तब उस आराधनालय के अधिकारी क्रिसपुस ने अपने सारे घराने समेत प्रभु पर विश्वास किया, और यह सुनकर बहुत से कुरिंथवासी भी विश्वास करने और बपतिस्मा लेने लगे।
तब हनन्याह नामक एक मनुष्य, जो व्यवस्था के अनुसार भक्त था और वहाँ रहनेवाले सब यहूदियों में सुनाम था,
तब प्रभु ने उससे कहा,“उठकर उस गली में जा जो युथुसकहलाती है और यहूदा के घर पर शाऊल नामक तरसुसवासी के विषय में पूछ; क्योंकि देख, वह प्रार्थना कर रहा है,
इस प्रकार सारे यहूदिया और गलील और सामरिया की कलीसिया को शांति मिली, और वह प्रभु के भय में चलते और उन्नति करते हुए पवित्र आत्मा के प्रोत्साहन में बढ़ती गई।
याफा में तबीता नामक एक शिष्या रहती थी, जिसके नाम का यूनानी अनुवाद है दोरकास। वह बहुत से भले कार्य और दान किया करती थी।
तुममें से यदि किसी को बुद्धि की कमी हो तो वह परमेश्वर से माँगे, जो बिना उलाहना दिए सब को उदारता से देता है, और वह उसे दी जाएगी।
हे प्रभु! कौन तुझसे न डरेगा और तेरे नाम की महिमा न करेगा? क्योंकि केवल तू ही पवित्र है। सब जातियाँ आएँगी और तेरे सामने दंडवत् करेंगी, क्योंकि तेरे न्याय के कार्य प्रकट हो गए हैं।”