प्रेरितों के काम 10:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)2 वह, और उसका समस्त परिवार भी, धर्मपरायण तथा ईश्वर-भक्त था। वह जनता को बहुत दान दिया करता और हर समय परमेश्वर की प्रार्थना में लगा रहता था। अध्याय देखेंपवित्र बाइबल2 वह परमेश्वर से डरने वाला भक्त था और उसका परिवार भी वैसा ही था। वह गरीब लोगों की सहायता के लिये उदारतापूर्वक दान दिया करता था और सदा ही परमेश्वर की प्रार्थना करता रहता था। अध्याय देखेंHindi Holy Bible2 वह भक्त था, और अपने सारे घराने समेत परमेश्वर से डरता था, और यहूदी लागों को बहुत दान देता, और बराबर परमेश्वर से प्रार्थना करता था। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)2 वह भक्त था, और अपने सारे घराने समेत परमेश्वर से डरता था, और यहूदी लोगों को बहुत दान देता, और बराबर परमेश्वर से प्रार्थना करता था। अध्याय देखेंनवीन हिंदी बाइबल2 वह एक भक्त था और अपने सारे घराने समेत परमेश्वर का भय मानता था, और लोगों को बहुत दान देता और परमेश्वर से निरंतर प्रार्थना करता रहता था। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल2 वह परमेश्वर पर विश्वास रखनेवाले व्यक्ति थे. वह और उनका परिवार, सभी श्रद्धालु थे. वह यहूदियों को उदार मन से दान देते तथा परमेश्वर से निरंतर प्रार्थना करते थे. अध्याय देखें |
तब तू अपने निवास-स्थान स्वर्ग से उसकी प्रार्थना सुनना। जिस कार्य के लिए विदेशी तुझे पुकारेंगे, तू उस कार्य को करना। इस प्रकार तेरे निज लोग इस्राएलियों के समान पृथ्वी के सब लोग भी तेरे नाम को जानेंगे, और तेरी भक्ति करेंगे। उनको ज्ञात होगा कि यह भवन जो मैंने निर्मित किया है, तेरे नाम को समर्पित है।
जब भोज-उत्सव के दिन समाप्त हो जाते, तब अय्यूब सन्देश भेजता और अपने पुत्रों को बुलवाकर उनको शुद्ध करता था। वह उनकी शुद्धि के लिए सबेरे उठता और अपने सात पुत्रों की गिनती के अनुसार, सात अग्नि-बलि चढ़ाता था, क्योंकि अय्यूब सोचता था, ‘यह हो सकता है कि मेरे पुत्रों ने पाप किया हो, और अपने हृदय में ईश-निन्दा की हो।’ अय्यूब प्रत्येक भोज-उत्सव पर हर बार ऐसा ही किया करता था।
जब दानिएल को यह मालूम हुआ कि निषेधाज्ञा के पत्र पर सम्राट दारा का हस्ताक्षर हो गया, तब वह अपने घर गए। उनके घर की ऊपरी मंजिल के कमरे की खिड़कियां यरूशलेम नगर की दिशा में खुलती थीं। वह दिन में तीन बार घुटने टेककर परमेश्वर से प्रार्थना करते और उसको धन्यवाद दिया करते थे। आज भी उन्होंने वैसा ही किया।
यदि प्रभु की आराधना करना तुम्हें अपनी दृष्टि में बुरा लगता है तो तुम्हें आज ही इस बात का निर्णय करना होगा कि तुम किसकी आराधना करोगे : क्या उन देवताओं की आराधना करोगे, जिनकी आराधना तुम्हारे पूर्वज मसोपोतामिया में करते थे? या एमोरी जाति के देवताओं की आराधना करोगे जिसके देश में तुम निवास कर रहे हो? जहां तक मेरा और मेरे परिवार का प्रश्न है, हम प्रभु ही की आराधना करेंगे।’