जब स्त्री ने देखा कि उस वृक्ष का फल खाने के लिए अच्छा, और आँखों के लिए लुभावना, और बुद्धि प्राप्त करने के लिए मनभावना है; तब उसने उसका फल तोड़कर खाया और अपने साथ अपने पति को भी दिया, और उसने भी खाया।
नीतिवचन 9:17 - नवीन हिंदी बाइबल “चोरी का पानी मीठा होता है, और छिपकर खाई रोटी अच्छी लगती है।” पवित्र बाइबल “चोरी का पानी तो, मीठा—मीठा होता है, छिप कर खाया भोजन, बहुत स्वाद देता है।” Hindi Holy Bible चोरी का पानी मीठा होता है, और लुके छिपे की रोटी अच्छी लगती है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘चोरी का जल मीठा होता है, रोटी लुक-छिपकर खाने में अच्छी लगती है।’ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “चोरी का पानी मीठा होता है, और लुके छिपे की रोटी अच्छी लगती है।” सरल हिन्दी बाइबल “मीठा लगता है चोरी किया हुआ जल; स्वादिष्ट लगता है वह भोजन, जो छिपा-छिपा कर खाया जाता है!” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “चोरी का पानी मीठा होता है, और लुके-छिपे की रोटी अच्छी लगती है।” |
जब स्त्री ने देखा कि उस वृक्ष का फल खाने के लिए अच्छा, और आँखों के लिए लुभावना, और बुद्धि प्राप्त करने के लिए मनभावना है; तब उसने उसका फल तोड़कर खाया और अपने साथ अपने पति को भी दिया, और उसने भी खाया।
छल-कपट से प्राप्त रोटी मनुष्य को मीठी तो लगती है, परंतु बाद में उसका मुँह कंकड़ से भर जाता है।
व्यभिचारिणी की चाल तो यह है : वह खाकर अपना मुँह पोंछती, और कहती है, “मैंने कोई बुरा काम नहीं किया है।”
परंतु पाप ने आज्ञा के द्वारा अवसर पाकर मुझमें हर प्रकार का लालच उत्पन्न किया; क्योंकि व्यवस्था के बिना पाप मृत है।