हे यहोवा, सहायता कर, क्योंकि एक भी भक्त न रहा, मनुष्यों में विश्वासयोग्य लोग नहीं रहे।
नीतिवचन 20:6 - नवीन हिंदी बाइबल बहुत से लोग अपनी विश्वासयोग्यता का दावा करते हैं, परंतु विश्वासयोग्य मनुष्य कौन पा सकता है? पवित्र बाइबल लोग अपनी विश्वास योग्यता का बहुत ढोल पीटते हैं, किन्तु विश्वसनीय जन किसको मिल पाता है Hindi Holy Bible बहुत से मनुष्य अपनी कृपा का प्रचार करते हैं; परन्तु सच्चा पुरूष कौन पा सकता है? पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अनेक मनुष्य अपनी मित्रता का दावा करते हैं; पर सच्चा मित्र किसे मिल सकता है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) बहुत से मनुष्य अपनी कृपा का प्रचार करते हैं; परन्तु सच्चा पुरुष कौन पा सकता है? सरल हिन्दी बाइबल अनेक अपने उत्कृष्ट प्रेम का दावा करते हुए खड़े हो जाएंगे, किंतु एक सच्चा व्यक्ति किसे प्राप्त होता है? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 बहुत से मनुष्य अपनी निष्ठा का प्रचार करते हैं; परन्तु सच्चा व्यक्ति कौन पा सकता है? |
हे यहोवा, सहायता कर, क्योंकि एक भी भक्त न रहा, मनुष्यों में विश्वासयोग्य लोग नहीं रहे।
वे एक दूसरे से झूठ बोलते हैं; वे चापलूसी भरे होंठों से और धोखा देनेवाले मन से बात करते हैं।
तेरी प्रशंसा कोई दूसरा करे तो करे, परंतु तू आप न करना; कोई अन्य करे तो करे, परंतु तू अपनी प्रशंसा न करना।
परंतु जिसे मेरा मन अब तक ढूँढ़ता आया है, उसे नहीं पाया। हज़ार में से मुझे एक सच्चा पुरुष मिला, परंतु उनमें एक भी ऐसी स्त्री नहीं मिली।
“इसलिए जब तू दान करे तो अपने आगे तुरही न बजवा, जैसे पाखंडी आराधनालयों और गलियों में करते हैं कि मनुष्यों के द्वारा उन्हें सम्मान मिले; मैं तुमसे सच कहता हूँ, वे अपना प्रतिफल पा चुके।
वह फरीसी खड़ा होकर अपने मन में इस प्रकार प्रार्थना करने लगा, ‘हे परमेश्वर, मैं तेरा धन्यवाद करता हूँ कि मैं अन्य मनुष्यों के समान लुटेरा, अधर्मी और व्यभिचारी नहीं हूँ, और न ही इस कर वसूलनेवाले के समान हूँ।
मैं तुमसे कहता हूँ कि वह शीघ्र उनका न्याय चुकाएगा। फिर भी जब मनुष्य का पुत्र आएगा, तो क्या वह पृथ्वी पर विश्वास पाएगा?”
यीशु ने नतनएल को अपनी ओर आते हुए देखा और उसके विषय में कहा,“देखो, यह सचमुच इस्राएली है, इसमें छल कपट नहीं।”
मैं मूर्ख बन गया हूँ, तुमने ही मुझे इसके लिए विवश किया है; वास्तव में तुम्हें तो मेरी प्रशंसा करनी चाहिए थी। यद्यपि मैं कुछ भी नहीं हूँ, फिर भी उन महाप्रेरितों से किसी भी प्रकार से कम नहीं हूँ।