झूठ बोलनेवाले मुँह जो अहंकार और अपमान से धर्मी के विरुद्ध निंदा की बातें बोलते हैं, बंद हो जाएँ।
नीतिवचन 17:7 - नवीन हिंदी बाइबल उत्तम बातें बोलना मूर्ख के मुँह से शोभा नहीं देतीं, शासक के लिए झूठ बोलना और भी अशोभनीय है। पवित्र बाइबल मूर्ख को जैसे अधिक बोलना नहीं सजता है वैसे ही गरिमापूर्ण व्यक्ति को झूठ बोलना नहीं सजता। Hindi Holy Bible मूढ़ के मुख से उत्तम बात फबती नहीं, और अधिक करके प्रधान को झूठी बात नहीं फबती। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मूर्ख मनुष्य के मुख में शुभ वचन फबता नहीं; इससे अधिक अशोभनीय है शासक के मुख से झूठी बात का निकलना। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मूढ़ के मुख से उत्तम बात फबती नहीं, और इससे अधिक प्रधान के मुख से झूठी बात नहीं फबती। सरल हिन्दी बाइबल अशोभनीय होती है मूर्ख द्वारा की गई दीर्घ बात; इससे कहीं अधिक अशोभनीय होती है प्रशासक द्वारा की गई झूठी बात. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मूर्ख के मुख से उत्तम बात फबती नहीं, और इससे अधिक प्रधान के मुख से झूठी बात नहीं फबती। |
झूठ बोलनेवाले मुँह जो अहंकार और अपमान से धर्मी के विरुद्ध निंदा की बातें बोलते हैं, बंद हो जाएँ।
यहोवा को झूठ बोलनेवाले होंठों से घृणा है; परंतु जो लोग विश्वासयोग्यता से कार्य करते हैं, उनसे वह प्रसन्न होता है।
मूर्ख को सुख-विलास से रहना शोभा नहीं देता, और दास का प्रधानों पर प्रभुता करना और भी अशोभनीय है।
जैसे ग्रीष्मकाल में हिम का गिरना और कटनी के समय वर्षा का होना, वैसे ही मूर्ख को सम्मान मिलना भी उचित नहीं।
जैसे लंगड़े व्यक्ति के लटकते हुए पैर व्यर्थ होते हैं, वैसे ही मूर्खों के मुँह में नीतिवचन होता है।
अरे पाखंडी, पहले अपनी आँख में से लट्ठा निकाल, तब तू अपने भाई की आँख से तिनका निकालने के लिए स्पष्ट देख पाएगा।