और मुझसे आकाश और पृथ्वी के परमेश्वर यहोवा की शपथ खा कि जिन कनानियों के मध्य मैं रहता हूँ, तू उनकी बेटियों में से किसी को मेरे बेटे की पत्नी होने के लिए नहीं चुनेगा।
उत्पत्ति 26:34 - नवीन हिंदी बाइबल जब एसाव चालीस वर्ष का हुआ, तब उसने हित्ती बेरी की बेटी यहूदीत, और हित्ती एलोन की बेटी बासमत से विवाह कर लिया; पवित्र बाइबल जब एसाव चालीस वर्ष का हुआ, उसने हित्ती स्त्रियों से विवाह किया। एक बेरी की पुत्री यहूदीत थी। दूसरी एलोन की पुत्री बाशमत थी। Hindi Holy Bible जब ऐसाव चालीस वर्ष का हुआ, तब उसने हित्ती बेरी की बेटी यहूदीत, और हित्ती एलोन की बेटी बाशमत को ब्याह लिया। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब एसाव चालीस वर्ष का हुआ, उसने हित्ती जाति की दो कन्याओं से विवाह किया : यहूदीत और बाशमत। यहूदीत के पिता का नाम बएरी और बाशमत के पिता का नाम एलोन था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब एसाव चालीस वर्ष का हुआ, तब उसने हित्ती बेरी की बेटी यहूदीत, और हित्ती एलोन की बेटी बाशमत से विवाह कर लिया; सरल हिन्दी बाइबल जब एसाव चालीस वर्ष के हुए, तो उसने हित्ती बएरी की बेटी यूदित, और हित्ती एलोन की पुत्री बसेमाथ से भी विवाह किया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब एसाव चालीस वर्ष का हुआ, तब उसने हित्ती बेरी की बेटी यहूदीत, और हित्ती एलोन की बेटी बासमत को ब्याह लिया; |
और मुझसे आकाश और पृथ्वी के परमेश्वर यहोवा की शपथ खा कि जिन कनानियों के मध्य मैं रहता हूँ, तू उनकी बेटियों में से किसी को मेरे बेटे की पत्नी होने के लिए नहीं चुनेगा।
फिर रिबका ने इसहाक से कहा, “इन हित्ती लड़कियों के कारण तो मैं अपने ही जीवन से दुःखी हो गई हूँ; यदि याकूब भी इस देश की किसी लड़की से, अर्थात् किसी हित्ती लड़की से विवाह कर लेता है, तो मेरे जीवन का क्या लाभ?”
तो वह अब्राहम के पुत्र इश्माएल के पास गया, और अन्य पत्नियों के होते हुए भी उसने इश्माएल की बेटी महलत से, जो नबायोत की बहन थी, विवाह कर लिया।
रूएल के पुत्र ये थे : नहत, जेरह, शम्मा और मिज्जा। एसाव की पत्नी बासमत के वंशज ये ही हुए।
एसाव ने तो कनानी लड़कियों से विवाह किया : हित्ती एलोन की बेटी आदा से, तथा ओहोलीबामा से जो अना की बेटी और हिव्वी सिबोन की नातिन थी।
तथा ओहोलीबामा ने यूश, यालाम और कोरह को जन्म दिया। एसाव के ये ही पुत्र कनान देश में उत्पन्न हुए।
और तू उनकी बेटियों को अपने बेटों के लिए लाए, और उनकी बेटियाँ अपने देवताओं का अनुसरण करने का व्यभिचार करें, तथा तेरे बेटों से भी अपने देवताओं का अनुसरण करने का व्यभिचार करवाएँ।
परंतु व्यभिचार से बचने के लिए प्रत्येक पुरुष की अपनी पत्नी हो, और प्रत्येक स्त्री का अपना पति।
ऐसा न हो कि तुममें से कोई व्यभिचारी या एसाव के समान भक्तिहीन हो, जिसने एक बार के भोजन के लिए अपने पहलौठे होने का अधिकार बेच डाला था।