इब्रानियों 6:1 - नवीन हिंदी बाइबल इसलिए आओ हम मसीह संबंधी आरंभिक शिक्षा से परिपक्वता की ओर आगे बढ़ जाएँ, और मरे हुए कार्यों से पश्चात्ताप करने, और परमेश्वर पर विश्वास करने, पवित्र बाइबल अतः आओ, मसीह सम्बन्धी आरम्भिक शिक्षा को छोड़ कर हम परिपक्वता की ओर बढ़ें। हमें उन बातों की ओर नहीं बढ़ना चाहिए जिनसे हमने शुरूआत की जैसे मृत्यु की ओर ले जाने वाले कर्मों के लिए मनफिराव, परमेश्वर में विश्वास, Hindi Holy Bible इसलिये आओ मसीह की शिक्षा की आरम्भ की बातों को छोड़ कर, हम सिद्धता की ओर आगे बढ़ते जाएं, और मरे हुए कामों से मन फिराने, और परमेश्वर पर विश्वास करने। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इसलिए हम मसीह-सम्बन्धी प्रारम्भिक शिक्षा से आगे बढ़कर सिद्धता की ओर प्रगति करें। अब हम मृत्यु की ओर ले जाने वाले कर्मों से हृदय-परिवर्तन, परमेश्वर में विश्वास, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसलिये आओ मसीह की शिक्षा की आरम्भ की बातों को छोड़कर हम सिद्धता की ओर आगे बढ़ते जाएँ, और मरे हुए कामों से मन फिराने, और परमेश्वर पर विश्वास करने, सरल हिन्दी बाइबल इसलिये हम सिद्धता को अपना लक्ष्य बना लें, मसीह संबंधित प्रारंभिक शिक्षाओं से ऊपर उठकर परिपक्वता की ओर बढ़ें. नींव दोबारा न रखें, जो व्यर्थ की प्रथाओं से मन फिराना और परमेश्वर के प्रति विश्वास, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसलिए आओ मसीह की शिक्षा की आरम्भ की बातों को छोड़कर, हम सिद्धता की ओर बढ़ते जाएँ, और मरे हुए कामों से मन फिराने, और परमेश्वर पर विश्वास करने, |
क्योंकि यूहन्ना धार्मिकता का मार्ग दिखाने तुम्हारे पास आया, और तुमने उसका विश्वास नहीं किया; परंतु कर वसूलनेवालों और वेश्याओं ने उसका विश्वास किया; और यह देखने के बाद भी तुम न पछताए कि उसका विश्वास करते।
उस समय से यीशु ने प्रचार करना और यह कहना आरंभ किया,“पश्चात्ताप करो, क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है।”
फिर वर्षा हुई और बाढ़ें आईं, और हवाएँ चलीं और उस घर से टकराईं, फिर भी वह नहीं गिरा, क्योंकि उसकी नींव चट्टान पर डाली गई थी।
वह उस मनुष्य के समान है जिसने घर बनाते समय भूमि को गहरा खोदकर चट्टान पर नींव डाली; और जब बाढ़ आई तो जल की धारा उस घर से टकराई, परंतु उसे हिला न सकी, क्योंकि वह अच्छी तरह बना था।
यीशु ने पुकारकर कहा,“जो मुझ पर विश्वास करता है, वह मुझ पर नहीं बल्कि मेरे भेजनेवाले पर विश्वास करता है;
“मैं तुमसे सच-सच कहता हूँ कि जो मेरे वचन को सुनता और मेरे भेजनेवाले पर विश्वास करता है, अनंत जीवन उसका है, और उस पर दंड की आज्ञा नहीं होती, बल्कि वह मृत्यु में से निकलकर जीवन में प्रवेश कर चुका है।
ये सुनकर वे चुप हो गए और परमेश्वर की महिमा करते हुए कहने लगे, “तब तो परमेश्वर ने गैरयहूदियों को भी पश्चात्ताप का वह दान दिया है जो जीवन की ओर ले जाता है।”
इसलिए अब परमेश्वर अज्ञानता के समयों को अनदेखा करके हर स्थान पर सब मनुष्यों को पश्चात्ताप करने की आज्ञा देता है,
पतरस ने उनसे कहा, “पश्चात्ताप करो, और तुममें से हर एक अपने पापों की क्षमा के लिए यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा ले, और तुम पवित्र आत्मा का दान पाओगे;
और यहूदियों और यूनानियों, दोनों को परमेश्वर के प्रति पश्चात्ताप और हमारे प्रभु यीशु पर विश्वास करने के विषय में दृढ़तापूर्वक साक्षी देता रहा।
परंतु पहले दमिश्क के और फिर यरूशलेम के, और यहूदिया के प्रत्येक क्षेत्र के लोगों को और गैरयहूदियों को भी यही प्रचार करता रहा कि वे पश्चात्ताप करके परमेश्वर की ओर फिरें और पश्चात्ताप के योग्य कार्य करें।
फिर भी परिपक्व लोगों के बीच हम ज्ञान की बातें बताते हैं, परंतु यह ज्ञान इस युग का नहीं और न ही इस युग के शासकों का है जो मिटने वाले हैं;
अतः हे प्रियो, जब कि हमें ये प्रतिज्ञाएँ प्राप्त हैं, तो आओ हम अपने आपको देह और आत्मा की सारी मलिनता से शुद्ध करते हुए परमेश्वर के भय में पवित्रता को पूर्ण करें।
क्योंकि जो दुःख परमेश्वर की इच्छा के अनुसार होता है, वह उद्धार के लिए ऐसा पश्चात्ताप उत्पन्न करता है जिसके लिए पछताना नहीं पड़ता; परंतु सांसारिक दुःख मृत्यु उत्पन्न करता है।
हमें मसीह के साथ जीवित किया जबकि हम अपराधों में मरे हुए थे (अनुग्रह से ही तुम्हारा उद्धार हुआ है)
उसी का प्रचार हम सारी बुद्धि से प्रत्येक मनुष्य को चेतावनी देते और प्रत्येक मनुष्य को सिखाते हुए करते हैं ताकि हम प्रत्येक मनुष्य को मसीह में सिद्ध प्रस्तुत करें।
इपफ्रास, जो तुममें से है और मसीह यीशु का दास है, तुम्हें नमस्कार कहता है। वह अपनी प्रार्थनाओं में तुम्हारे लिए सदा संघर्ष करता है कि तुम परिपक्व और परमेश्वर की संपूर्ण इच्छा पर आश्वस्त होकर स्थिर रहो।
निस्संदेह भक्ति का यह भेद बड़ा है : वह देह में प्रकट हुआ, आत्मा के द्वारा धर्मी ठहरा, स्वर्गदूतों को दिखाई दिया, गैरयहूदियों में उसका प्रचार हुआ, जगत में उस पर विश्वास किया गया और महिमा में ऊपर उठा लिया गया।
कि वे अपने लिए ऐसा धन संचय करें जो भविष्य के लिए अच्छी नींव बन जाए, जिससे वे सच्चे जीवन को थाम लें।
परंतु परमेश्वर की पक्की नींव बनी रहती है, जिस पर यह मुहर लगी है : “प्रभु अपने लोगों को जानता है,” और “जो कोई प्रभु का नाम लेता है वह अधर्म से दूर रहे।”
विश्वास के बिना उसे प्रसन्न करना असंभव है, क्योंकि जो कोई परमेश्वर के पास आता है उसके लिए यह विश्वास करना आवश्यक है कि परमेश्वर है; और जो उसे खोजते हैं उनको वह प्रतिफल देता है।
और अपने पैरों के लिए सीधे मार्ग बनाओ, कि वह पैर जो लंगड़ा है जोड़ से न उखड़ जाए बल्कि स्वस्थ हो जाए।
अब यदि सिद्धता लेवीय याजक पद के द्वारा प्राप्त होती (क्योंकि इसी आधार पर लोगों को व्यवस्था प्राप्त हुई थी), तो फिर किसी दूसरे याजक के खड़े होने की क्या आवश्यकता थी जो हारून की रीति के अनुसार न होकर मलिकिसिदक की रीति के अनुसार हो?
तो मसीह, जिसने अपने आपको अनंत आत्मा के द्वारा परमेश्वर के सामने निर्दोष चढ़ा दिया, उसका लहू हमारे विवेक को मरे हुए कार्यों से कितना अधिक शुद्ध करेगा ताकि हम जीवित परमेश्वर की सेवा कर सकें।
धीरज को अपना पूरा कार्य करने दो कि तुम सिद्ध और पूर्ण हो जाओ, और तुममें किसी बात की कमी न रहे।
तुम मसीह के द्वारा उस परमेश्वर पर विश्वास करते हो, जिसने मसीह को मृतकों में से जिलाया और उसे महिमा दी कि तुम्हारा विश्वास और आशा परमेश्वर पर हो।
अब परमेश्वर जो समस्त अनुग्रह का दाता है, और जिसने तुम्हें मसीह में अपनी अनंत महिमा के लिए बुलाया है, वह तुम्हारे थोड़ी देर तक दुःख उठाने के बाद स्वयं तुम्हें सिद्ध, ढृढ़, बलवंत और स्थिर करेगा।
परमेश्वर को कभी किसी ने नहीं देखा। यदि हम आपस में प्रेम रखते हैं, तो परमेश्वर हममें बना रहता है और उसका प्रेम हममें सिद्ध हो चुका है।