क्योंकि उसने दुःखी के दुःख को न तो तुच्छ जाना और न उससे घृणा की, और न ही उससे अपना मुख छिपाया है; पर जब भी उसने उसे सहायता के लिए पुकारा, तब उसकी सुन ली।
इब्रानियों 5:7 - नवीन हिंदी बाइबल यीशु ने अपनी देह में रहने के दिनों में ऊँचे स्वर से पुकारकर और आँसू बहा बहाकर, उससे जो उसे मृत्यु से बचा सकता था, प्रार्थनाएँ और विनतियाँ कीं; और भक्ति के कारण उसकी सुनी गई। पवित्र बाइबल यीशु ने इस धरती पर के जीवनकाल में जो उसे मृत्यु से बचा सकता था, ऊँचे स्वर में पुकारते हुए और रोते हुए उससे प्रार्थनाएँ तथा विनतियाँ की थीं और आदरपूर्ण समर्पण के कारण उसकी सुनी गयी। Hindi Holy Bible उस ने अपनी देह में रहने के दिनों में ऊंचे शब्द से पुकार पुकार कर, और आंसू बहा बहा कर उस से जो उस को मृत्यु से बचा सकता था, प्रार्थनाएं और बिनती की और भक्ति के कारण उस की सुनी गई। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मसीह ने इस पृथ्वी पर रहते समय पुकार-पुकार कर और आँसू बहा-बहा कर परमेश्वर से, जो उन्हें मृत्यु से बचा सकता था, प्रार्थना और अनुनय-विनय की। श्रद्धाभक्ति के कारण उनकी प्रार्थना सुनी गयी। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यीशु ने अपनी देह में रहने के दिनों में ऊँचे शब्द से पुकार–पुकारकर और आँसू बहा–बहाकर उससे जो उसको मृत्यु से बचा सकता था, प्रार्थनाएँ और विनती की, और भक्ति के कारण उसकी सुनी गई। सरल हिन्दी बाइबल अपने देह में रहने के समय में उन्होंने ऊंचे शब्द में रोते हुए, आंसुओं के साथ उनके सामने प्रार्थनाएं और विनती की, जो उन्हें मृत्यु से बचा सकते थे, उनकी परमेश्वर में भक्ति के कारण उनकी प्रार्थनाएं स्वीकार की गई. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यीशु ने अपनी देह में रहने के दिनों में ऊँचे शब्द से पुकार पुकारकर, और आँसू बहा-बहाकर उससे जो उसको मृत्यु से बचा सकता था, प्रार्थनाएँ और विनती की और भक्ति के कारण उसकी सुनी गई। |
क्योंकि उसने दुःखी के दुःख को न तो तुच्छ जाना और न उससे घृणा की, और न ही उससे अपना मुख छिपाया है; पर जब भी उसने उसे सहायता के लिए पुकारा, तब उसकी सुन ली।
वह उसे हारून के पुत्रों के पास लाए जो याजक हैं; और वह उस तेल मिले हुए मैदे में से इस तरह अपनी मुट्ठी भरकर निकाले कि उसमें सारा लोबान आ जाए; और याजक उसे स्मरण दिलानेवाले भाग के रूप में वेदी पर जलाए कि यह यहोवा के लिए सुखदायक सुगंधवाली अग्नि में अर्पित बलि ठहरे।
लगभग तीन बजे यीशु ने ऊँची आवाज़ में पुकारकर कहा,“एली, एली, लमा शबक्तनी?” जिसका अर्थ है,“हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, तूने मुझे क्यों छोड़ दिया?”
तीन बजे, यीशु ने ऊँची आवाज़ में पुकारा,“इलोई, इलोई, लमा शबक्तनी?” जिसका अर्थ है,“हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, तूने मुझे क्यों छोड़ दिया?”
तब यीशु ने ऊँची आवाज़ से पुकारकर कहा,“हे पिता, मैं अपनी आत्मा तेरे हाथों में सौंपता हूँ।” और यह कहकर उसने प्राण त्याग दिया।
वचन देहधारी हुआ और हमारे बीच में डेरा किया। हमने उसकी ऐसी महिमा देखी, जैसी पिता के एकलौते की महिमा। वह अनुग्रह और सच्चाई से परिपूर्ण था।
मैं जानता था कि तू सदैव मेरी सुनता है; फिर भी चारों ओर खड़े इन लोगों के कारण मैंने यह कहा, ताकि ये विश्वास करें कि तूने मुझे भेजा है।”
यीशु ने ये बातें कहीं और स्वर्ग की ओर अपनी आँखें उठाकर कहा :“हे पिता, समय आ पहुँचा है; अपने पुत्र की महिमा कर, कि पुत्र भी तेरी महिमा करे,
जो कार्य शरीर के दुर्बल होने के कारण व्यवस्था से असंभव था, उसे परमेश्वर ने किया अर्थात् अपने पुत्र को पापमय शरीर की समानता में और पापबलि होने के लिए भेजकर शरीर में पाप को दोषी ठहराया,
परंतु जब समय पूरा हुआ तो परमेश्वर ने अपने पुत्र को भेजा, जो स्त्री से जन्मा और व्यवस्था के अधीन उत्पन्न हुआ,
निस्संदेह भक्ति का यह भेद बड़ा है : वह देह में प्रकट हुआ, आत्मा के द्वारा धर्मी ठहरा, स्वर्गदूतों को दिखाई दिया, गैरयहूदियों में उसका प्रचार हुआ, जगत में उस पर विश्वास किया गया और महिमा में ऊपर उठा लिया गया।
इसी इच्छा से हम यीशु मसीह की देह के बलिदान चढ़ाए जाने के द्वारा, जो सदा के लिए एक ही बार हुआ, पवित्र किए गए हैं।
इस कारण मसीह ने जगत में आते समय कहा : तूने बलिदान और भेंट को न चाहा, परंतु तूने मेरे लिए एक देह तैयार की है।
विश्वास ही से नूह ने उन बातों के विषय में, जो दिखाई नहीं देती थीं, चेतावनी पाकर भक्तिपूर्ण भय के साथ अपने परिवार के बचाव के लिए जहाज़ बनाया, जिसके द्वारा उसने संसार को दोषी ठहराया, और उस धार्मिकता का उत्तराधिकारी हुआ जो विश्वास के अनुसार है।
अतः जब हमें ऐसा राज्य मिल रहा है जो अटल है, तो आओ, हम आभारी रहें, और भय और आदर के साथ परमेश्वर की ऐसी आराधना करें जो उसे ग्रहणयोग्य हो।
अब शांति का परमेश्वर, जिसने अनंत वाचा के लहू के द्वारा भेड़ों के महान चरवाहे हमारे प्रभु यीशु को मृतकों में से जीवित कर दिया,
अतः जैसे बच्चे लहू और मांस में सहभागी हैं, वैसे ही वह स्वयं भी उनमें सहभागी हुआ, ताकि मृत्यु के द्वारा मृत्यु पर अधिकार रखनेवाले, अर्थात् शैतान को निष्फल कर दे,
और प्रत्येक आत्मा जो यीशु को नहीं मानती, वह परमेश्वर की ओर से नहीं है; और यही मसीह-विरोधी की आत्मा है जिसके विषय में तुम सुन चुके हो कि वह आने पर है और अब तो जगत में ही है।
क्योंकि संसार में बहुत से भरमानेवाले निकल पड़े हैं जो नहीं मानते कि यीशु मसीह देह में आया। यही भरमानेवाला और मसीह-विरोधी है।