सुन, मैं तेरे साथ रहूँगा, और जहाँ कहीं तू जाए वहाँ तेरी रक्षा करूँगा, और तुझे इस देश में लौटा ले आऊँगा। निश्चय ही मैं तुझे तब तक न छोडूँगा जब तक उस प्रतिज्ञा को पूरा न कर लूँ जो मैंने तुझसे की है।”
इब्रानियों 13:5 - नवीन हिंदी बाइबल तुम्हारा जीवन लोभ-रहित हो और जो तुम्हारे पास है उसमें संतुष्ट रहो। उसने स्वयं कहा है : मैं तुझे कभी न छोड़ूँगा, और न कभी त्यागूँगा। पवित्र बाइबल अपने जीवन को धन के लालच से मुक्त रखो। जो कुछ तुम्हारे पास है, उसी में संतोष करो क्योंकि परमेश्वर ने कहा है: “मैं तुझको कभी नहीं छोड़ूँगा; मैं तुझे कभी नहीं तजूँगा।” Hindi Holy Bible तुम्हारा स्वभाव लोभरिहत हो, और जो तुम्हारे पास है, उसी पर संतोष किया करो; क्योंकि उस ने आप ही कहा है, कि मैं तुझे कभी न छोडूंगा, और न कभी तुझे त्यागूंगा। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) आप लोग धन का लालच न करें। जो आपके पास है, उस से सन्तुष्ट रहें; क्योंकि परमेश्वर ने स्वयं कहा है, “मैं तुझको नहीं छोड़ूँगा। मैं तुझको कभी नहीं त्यागूँगा।” पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तुम्हारा स्वभाव लोभरहित हो, और जो तुम्हारे पास है उसी पर सन्तोष करो; क्योंकि उसने आप ही कहा है, “मैं तुझे कभी न छोड़ूँगा, और न कभी तुझे त्यागूँगा।” सरल हिन्दी बाइबल यह ध्यान रहे कि तुम्हारा चरित्र धन के लोभ से मुक्त हो. जो कुछ तुम्हारे पास है, उसी में संतुष्ट रहो क्योंकि स्वयं उन्होंने कहा है, “मैं न तो तुम्हारा त्याग करूंगा और न ही कभी तुम्हें छोड़ूंगा.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तुम्हारा स्वभाव लोभरहित हो, और जो तुम्हारे पास है, उसी पर संतोष किया करो; क्योंकि उसने आप ही कहा है, “मैं तुझे कभी न छोड़ूँगा, और न कभी तुझे त्यागूँगा।” (भज. 37:25, व्यव. 31:8, यहो. 1:5) |
सुन, मैं तेरे साथ रहूँगा, और जहाँ कहीं तू जाए वहाँ तेरी रक्षा करूँगा, और तुझे इस देश में लौटा ले आऊँगा। निश्चय ही मैं तुझे तब तक न छोडूँगा जब तक उस प्रतिज्ञा को पूरा न कर लूँ जो मैंने तुझसे की है।”
लाबान ने कहा, “मैं तुझे क्या दूँ?” याकूब ने उत्तर दिया, “तू मुझे कुछ न दे। यदि तू मेरे लिए यह एक काम करे तो मैं फिर तेरी भेड़-बकरियों को चराऊँगा और उनकी देखभाल करूँगा।
और उसने उनसे कहा, “मैं देखता हूँ कि तुम्हारे पिता का व्यवहार मेरे प्रति पहले जैसा नहीं है, परंतु मेरे पिता का परमेश्वर मेरे साथ रहा है।
दुष्ट अपने मन की अभिलाषा पर घमंड करता है, और लोभी मनुष्य यहोवा को शाप देता और उसका तिरस्कार करता है।
मैं पहले जवान था और अब बूढ़ा हो गया हूँ, परंतु मैंने न तो कभी धर्मी को त्यागा हुआ और न उसके वंश को कभी भीख माँगते देखा है।
क्योंकि यहोवा न्यायप्रिय है और अपने भक्तों को नहीं त्यागता; उनकी तो रक्षा सदा की जाती है, परंतु दुष्टों का वंश नाश किया जाएगा।
मूसा उस व्यक्ति के साथ रहने के लिए तैयार हुआ, और उसने अपनी बेटी सिप्पोरा का विवाह मूसा से करा दिया।
“तू किसी के घर का लालच न करना; न तो किसी की स्त्री का लालच करना, और न किसी के दास-दासी या बैल-गधे का, न किसी की वस्तु का लालच करना।”
“अपने लिए पृथ्वी पर धन इकट्ठा मत करो, जहाँ कीड़ा और ज़ंग उसको बिगाड़ते हैं, और जहाँ चोर सेंध लगाते और चुराते हैं;
“इसलिए मैं तुमसे कहता हूँ, अपने प्राण के लिए चिंता मत करो कि क्या खाएँगे या क्या पीएँगे, और न ही अपनी देह के लिए कि क्या पहनेंगे; क्या प्राण भोजन से और देह वस्त्र से बढ़कर नहीं?
अतः कल की चिंता न करो, क्योंकि कल अपनी चिंता आप करेगा; आज के लिए आज ही का दुःख बहुत है।
परस्त्रीगमन, लोभ, दुष्टता, छल, कामुकता, कुदृष्टि, निंदा, अहंकार और मूर्खता निकलती हैं।
सैनिक भी उससे पूछने लगे, “और हम क्या करें?” उसने उन्हें उत्तर दिया, “किसी पर अत्याचार न करना और न ही झूठा आरोप लगाना, परंतु अपने वेतन में संतुष्ट रहना।”
कँटीली झाड़ियों में गिरनेवाले बीज वे हैं, जो सुनते तो हैं, परंतु आगे चलकर चिंताओं, धन और जीवन की लालसाओं से दब जाते हैं, और उनका फल नहीं पकता।
वे सब प्रकार की अधार्मिकता, दुष्टता, लोभ और बुराई से भरकर ईर्ष्या, हत्या, झगड़े, छल और दुर्भावना से भर गए। वे चुगलखोर,
परंतु अब मैं तुम्हें लिखता हूँ कि यदि कोई भाई कहलाकर व्यभिचारी, लोभी, मूर्तिपूजक, गाली देनेवाला, पियक्कड़ या लुटेरा हो, तो उससे संगति न रखना; बल्कि ऐसे मनुष्य के साथ भोजन भी न करना।
न चोर, न लोभी, न पियक्कड़, न गाली देनेवाले और न लुटेरे परमेश्वर के राज्य के उत्तराधिकारी होंगे।
जैसा कि पवित्र लोगों के लिए उचित है, तुम्हारे बीच व्यभिचार, किसी भी प्रकार की अशुद्धता या लालच का नाम तक न लिया जाए,
क्योंकि तुम यह भली-भाँति जानते हो कि किसी व्यभिचारी या अशुद्ध या लोभी मनुष्य का, जो एक मूर्तिपूजक के समान है, मसीह और परमेश्वर के राज्य में कोई उत्तराधिकार नहीं है।
इसलिए जो कुछ तुममें सांसारिक है उसे मार डालो, जैसे व्यभिचार, अशुद्धता, कामुकता, बुरी लालसा, तथा लोभ को जो मूर्तिपूजा है।
उनकी आँखें व्यभिचार से भरी हैं और वे पाप करने से नहीं रुकते। वे अस्थिर मनवालों को फुसला लेते हैं। उनका मन लोभ का आदी हो गया है, और वे शापित संतान हैं।
वे लोभ में आकर बनावटी बातें गढ़ेंगे और तुम्हारा अनुचित लाभ उठाएँगे। दंड की आज्ञा उन पर पहले से ही हो चुकी है, जिसमें न तो अब देरी है, और न उनका विनाश सोया हुआ है।
हाय उन पर! क्योंकि वे कैन के मार्ग पर चले और मज़दूरी के लिए बिलाम के समान भटक गए और कोरह के समान विद्रोह में नाश हुए।