Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल
- विज्ञापनों -




रोमियों 14:17 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

17 क्‍योंकि परमेश्‍वर का राज्‍य खाने-पीने का नहीं, बल्‍कि वह धार्मिकता, शान्‍ति और आनन्‍द का विषय है, जो पवित्र आत्‍मा से प्राप्‍त होते हैं।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबल

17 क्योंकि परमेश्वर का राज्य बस खाना-पीना नहीं है बल्कि वह तो धार्मिकता है, शांति है और पवित्र आत्मा से प्राप्त आनन्द है।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

17 क्योंकि परमेश्वर का राज्य खाना पीना नहीं; परन्तु धर्म और मिलाप और वह आनन्द है;

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

17 क्योंकि परमेश्‍वर का राज्य खाना–पीना नहीं, परन्तु धर्म और मेलमिलाप और वह आनन्द है जो पवित्र आत्मा से होता है।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

नवीन हिंदी बाइबल

17 क्योंकि परमेश्‍वर का राज्य खाना और पीना नहीं बल्कि धार्मिकता, मेल और पवित्र आत्मा में आनंद है।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

17 क्योंकि परमेश्वर का राज्य मात्र खान-पान के विषय में नहीं परंतु पवित्र आत्मा में धार्मिकता, शांति तथा आनंद में है.

अध्याय देखें प्रतिलिपि




रोमियों 14:17
38 क्रॉस रेफरेंस  

धार्मिकता से शान्‍ति मिलेगी, और धार्मिकता का फल होगा: चिर सुख-चैन और सुरक्षा!


लोग मेरे विषय में यह कहेंगे: ‘केवल प्रभु में ही धार्मिकता और सामर्थ्य है। जो उसके विरोधी हैं, वे सब उसके पास आएंगे, और लज्‍जित होंगे।


तुम इस देश से आनन्‍दपूर्वक निकलोगे, और कुशलतापूर्वक तुम्‍हारा नेतृत्‍व किया जाएगा। मार्ग में आनेवाली पहाड़ियां और पहाड़ तुम्‍हारे सम्‍मुख आनन्‍द के गीत गाएंगे; मैदान के पेड़ हर्ष से तालियाँ बजाएंगे।


प्रभु ने मुझे इसलिए भेजा है कि मैं सियोन में शोक करनेवालों को राख नहीं, वरन् विजय-माला पहनाऊं; विलाप नहीं, बल्‍कि उनके मुख पर आनन्‍द का तेल मलूं, उन्‍हें निराशा की आत्‍मा नहीं, वरन् स्‍तुति की चादर ओढ़ाऊं, ताकि वे धार्मिकता के बांज वृक्ष कहलाएँ; वे प्रभु के पौधे कहलाएँ और उनसे प्रभु की महिमा हो।


उन राजाओं के राज्‍य-काल में स्‍वर्ग में विराजमान परमेश्‍वर एक ऐसा राज्‍य उदय करेगा जो अनंतकाल तक न नष्‍ट होगा और न उसकी राज्‍य-सत्ता किसी दूसरी कौम के हाथ में सौंपी जाएगी। यह राज्‍य सब राज्‍यों का अंत कर देगा, उनको मिटा डालेगा; पर वह स्‍वयं सदा-सर्वदा सुदृढ़ बना रहेगा।


“तेरी कौम और तेरे पवित्र नगर के लिए वर्षों के सत्तर सप्‍ताह निश्‍चित किए गए हैं। इन वर्षों के व्‍यतीत होने में सब प्रकार के अपराध समाप्‍त हो जाएँगे, पाप का अन्‍त हो जाएगा, अधर्म का प्रायश्‍चित कराया जाएगा, धार्मिकता शाश्‍वत बना दी जाएगी, दर्शन और नबूवत सत्‍य प्रमाणित होगी और “परम पवित्र’ को अभ्‍यंजित किया जाएगा।


“पश्‍चात्ताप करो, क्‍योंकि स्‍वर्ग का राज्‍य निकट आ गया है।”


तुम सब से पहले परमेश्‍वर के राज्‍य और उसकी धार्मिकता की खोज करो तो ये सब वस्‍तुएँ भी तुम्‍हें मिल जाएँगी।


साथ भोजन करने वालों में किसी ने यह सुन कर येशु से कहा, “धन्‍य है वह, जो परमेश्‍वर के राज्‍य में भोजन करेगा!”


मैंने तुम से यह सब इसलिए कहा है कि तुम मुझ में शान्‍ति प्राप्‍त कर सको। संसार में तुम्‍हें क्‍लेश सहना पड़ेगा। परन्‍तु धैर्य रखो; मैंने संसार पर विजय पायी है।”


येशु ने उसे उत्तर दिया, “मैं आप से सच-सच कहता हूँ, जब तक कोई ऊपर से† जन्‍म न ले, तब तक वह परमेश्‍वर का राज्‍य नहीं देख सकता।”


येशु ने उत्तर दिया, “मैं आप से सच-सच कहता हूँ; जब तक कोई जल और आत्‍मा से जन्‍म न ले, तब तक वह परमेश्‍वर के राज्‍य में प्रवेश नहीं कर सकता।


शिष्‍य आनन्‍द और पवित्र आत्‍मा से परिपूर्ण थे।


अब समस्‍त यहूदा, गलील तथा सामरी प्रदेशों में कलीसिया को शान्‍ति मिली और उसका निर्माण होता रहा। वह प्रभु के भय में आचरण करती हुई और पवित्र आत्‍मा की सान्‍त्‍वना प्राप्‍त कर वृद्धि करती गई।


आशा का स्रोत, परमेश्‍वर आप लोगों को विश्‍वास द्वारा प्रचुर आनन्‍द और शान्‍ति प्रदान करे, जिससे पवित्र आत्‍मा के सामर्थ्य से आप लोगों की आशा परिपूर्ण हो।


उसी परमेश्‍वर के वरदान से आप लोग येशु मसीह के अंग बन गये हैं। परमेश्‍वर ने मसीह को हमारा ज्ञान, धार्मिकता, पवित्रता और पापमुक्‍ति बना दिया है।


क्‍योंकि परमेश्‍वर का राज्‍य बातों में नहीं, बल्‍कि शक्‍तिशाली कार्यों में है।


क्‍या आप यह नहीं जानते कि अन्‍याय करने वाले व्यक्‍ति परमेश्‍वर के राज्‍य के अधिकारी नहीं होंगे? धोखे में न रहें! व्‍यभिचारी, मूर्तिपूजक, परस्‍त्रीगामी, कामातुर और पुरुषगामी,


“भोजन हमें परमेश्‍वर के निकट नहीं पहुंचा सकता।” यदि हम उसे नहीं खाते तो उससे हमें कोई हानि नहीं और यदि हम उसे खाते हैं, तो उससे हमें कोई लाभ नहीं।


मसीह, जो आप से अपरिचित ही थे, उनको परमेश्‍वर ने हमारे लिए पाप बना दिया, जिससे हम उनके द्वारा परमेश्‍वर की धार्मिकता प्राप्‍त कर सकें।


परन्‍तु पवित्र आत्‍मा का फल है : प्रेम, आनन्‍द, शान्‍ति, सहनशीलता, दयालुता, हितकामना, ईमानदारी,


यदि आप लोगों के लिए मसीह में सांत्‍वना, प्रेम से उत्‍प्रेरणा तथा पवित्र आत्‍मा की सहभागिता कुछ महत्‍व रखती हो, यदि हार्दिक अनुराग तथा सहानुभूति का कुछ अर्थ हो,


सच पूछिए तो “खतने वाले” हम हैं; हम परमेश्‍वर के आत्‍मा से प्रेरित हो कर उपासना करते हैं और बाह्य प्रथाओं पर नहीं, बल्‍कि येशु मसीह पर गर्व करते हैं-


और उनके साथ पूर्ण रूप से एक हो जाऊं। मुझे अपनी धार्मिकता का नहीं, जो व्‍यवस्‍था के पालन से मिलती है, बल्‍कि उस धार्मिकता का भरोसा है, जो मसीह में विश्‍वास करने से मिलती है। उस धार्मिकता का उद्गम परमेश्‍वर है और उसका आधार विश्‍वास है।


आप लोग प्रभु में हर समय आनन्‍दित रहें। मैं फिर कहता हूँ, आनन्‍दित रहें।


और परमेश्‍वर की शान्‍ति, जो हमारी समझ से परे है, आपके हृदय और विचारों को येशु मसीह में सुरक्षित रखेगी।


आप परमेश्‍वर की महिमामय शक्‍ति से अत्‍यधिक बल पा कर सदा दृढ़ बने रहेंगे, सब कुछ आनन्‍द के साथ सह सकेंगे


आप ने हमारा तथा प्रभु का अनुसरण किया और घोर कष्‍टों का सामना करते हुए पवित्र आत्‍मा की प्रेरणा से आनन्‍दपूर्वक शुभसंदेश स्‍वीकार किया।


उपदेश और सान्‍त्‍वना देते और अनुरोध करते थे कि आप उस परमेश्‍वर के योग्‍य जीवन बितायें, जो आप को अपने राज्‍य की महिमा के लिए बुलाता है।


नाना प्रकार के अनोखे सिद्धान्‍तों के फेर में नहीं पड़ें। उत्तम यह है कि हमारा मन भोजन से नहीं, बल्‍कि परमेश्‍वर की कृपा से बल प्राप्‍त करे। भोजन-सम्‍बन्‍धी निषेध-विधियों का पालन करने वालों को इन से लाभ नहीं हुआ।


आपने येशु को कभी देखा नहीं, फिर भी आप उन्‍हें प्‍यार करते हैं। आप अब भी उन्‍हें नहीं देखते, फिर भी उन में आप विश्‍वास करते हैं। और इस विश्‍वास के कारण आप एक अकथनीय एवं महिमामय आनन्‍द से परिपूर्ण हैं।


येशु मसीह के सेवक और प्रेरित शिमोन पतरस का यह पत्र उन लोगों के नाम है, जिन्‍हें हमारे परमेश्‍वर और मुक्‍तिदाता येशु मसीह की धार्मिकता द्वारा हमारे ही समान विश्‍वास का बहुमूल्‍य वरदान मिला है।


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों