Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल
- विज्ञापनों -




यिर्मयाह 48:33 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

33 मोआब की उपजाऊ भूमि से आनन्‍द और हर्ष विदा हो गए। मैंने अंगूर रस-कुण्‍डों में रस सुखा दिया, अब हंसते-गाते किसान रसकुण्‍डों से रस नहीं निकालते। उनके मुंह से हर्ष की आवाज नहीं निकलती।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबल

33 मोआब के विशाल अंगूर के बागों से सुख और आनन्द विदा हो गये। मैंने दाखमधु निष्कासकों से दाखमधु का बहना रोक दिया है। अब दाखमधु बनाने के लिये अंगूरों पर चलने वालों के नृत्य गीत नहीं रह गए हैं। खुशी का शोर गुल सभी समाप्त हो गया है।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

33 फलवाली बारियों से और मोआब के देश से आनन्द और मगन होना उठ गया है; मैं ने ऐसा किया कि दाखरस के कुण्डों में कुछ दाखमधु न रहा; लोग फिर ललकारते हुए दाख न रौंदेंगे; जो ललकार होने वाली है, वह अब नहीं होगी।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

33 फलवाली बारियों से और मोआब के देश से आनन्द और मगन होना उठ गया है; मैं ने ऐसा किया कि दाखरस के कुण्डों में कुछ दाखमधु न रहा; लोग फिर ललकारते हुए दाख न रौंदेंगे; जो ललकार होनेवाली है, वह अब नहीं होगी।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

33 इसलिये मोआब के फलदायी उद्यान से उल्लास एवं आनंद समाप्‍त कर दिए गए हैं. द्राक्षा रौंदने के कुंड से रस निकलना समाप्‍त हो गया है; कोई भी उन्हें उल्लास-स्वर के साथ न रौंदेगा. जो ध्वनि होगी वह उल्लास-ध्वनि न होगी.

अध्याय देखें प्रतिलिपि

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

33 फलवाली बारियों से और मोआब के देश से आनन्द और मगन होना उठ गया है; मैंने ऐसा किया कि दाखरस के कुण्डों में कुछ दाखमधु न रहा; लोग फिर ललकारते हुए दाख न रौंदेंगे; जो ललकार होनेवाली है, वह अब नहीं होगी।

अध्याय देखें प्रतिलिपि




यिर्मयाह 48:33
13 क्रॉस रेफरेंस  

अंगूर-उद्यान की दस बीघा भूमि पर केवल एक बीघा भूमि की फसल होगी; दस किलो बीज से केवल एक किलो अन्न उपजेगा।


उस दिन वे सब स्‍थान, जहाँ अंगूर की हजार बेलें थीं, जिनका मूल्‍य चांदी के हजार सिक्‍के था वहाँ अब कंटीले झाड़-झंखाड़ होंगे।


प्रभु, तूने इस्राएली राष्‍ट्र की समृद्धि की; तूने उसके आनन्‍द में समृद्धि की; जैसे वे लूट का माल परस्‍पर बांटते समय उल्‍लसित होते हैं, जैसे वे फसल-कटाई के पर्व पर हर्षित होते हैं, वैसे ही आज तेरे सम्‍मुख आनन्‍द मना रहे हैं।


क्‍या हमारी आंखों के सामने से भोजन की थाली नहीं हटाई गई? क्‍या हमारे परमेश्‍वर के भवन से हर्षोल्‍लास और आनन्‍द विदा नहीं हो गया?


ओ शराबियो, जागो, और रोओ! ओ शराब पीनेवालो, अंगूर-रस के लिए विलाप करो। वह तुम्‍हारे मुंह से छिन गया।


अंगूर के सब उद्यानों में रोदन का स्‍वर सुनाई देगा; क्‍योंकि मैं तुम्‍हारे मध्‍य से गुजरूंगा।’ प्रभु ने यह कहा है।


उन दिनों में जब कोई व्यक्‍ति अन्न के ढेर के पास दो सौ किलो की आशा से जाता था, तब उसे एक सौ प्राप्‍त होता था। जब वह अंगूर-रस के कुण्‍ड के पास जाता और सोचता था कि वह एक सौ लिटर रस निकालेगा तब उसे चालीस ही मिलता था।


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों