32 ओ सिबमा की अंगूर लता, मैं तेरे लिए याजेर नगर से अधिक विलाप करता हूं। तेरी शाखाएं समुद्र तट तक, याजेर तक फैल गई थीं। किन्तु विनाश करनेवाला, तेरे ग्रीष्म फलों पर, तोड़े हुए अंगूर के भण्डारों पर टूट पड़ा है।
32 मैं याजेर के लोग के साथ याजेर के लिये रोता हूँ। सिबमा अतीत में तुम्हारी अंगूर की बेले सागर तक फैली थीं। वे याजेर नगर तक पहुँच गई थीं। किन्तु विध्वंसक ने तुम्हारे फल और अंगूर ले लिये।
32 हे सिबमा की दाखलता, मैं तुम्हारे लिये याजेर से भी अधिक विलाप करूंगा! तेरी डालियां तो ताल के पार बढ़ गई, वरन याजेर के ताल तक भी पहुंची थीं; पर नाश करने वाला तेरे धूपकाल के फलों पर, और तोड़ी हुई दाखों पर भी टूट पड़ा है।
32 हे सिबमा की दाखलता, मैं तुम्हारे लिये याजेर से भी अधिक विलाप करूँगा! तेरी डालियाँ तो ताल के पार बढ़ गईं, वरन् याजेर के ताल तक भी पहुँची थीं; पर नाश करनेवाला तेरे धूपकाल के फलों पर, और तोड़ी हुई दाखों पर भी टूट पड़ा है।
32 सिबमाह की लता मैं, याज़र पर विलाप से अधिक तुम्हारे लिए विलाप करूंगा. तुम्हारे लतातन्तु सागर पार तक तने हुए हैं; वे तो याज़र तक पहुंच चुके हैं. तुम्हारे ग्रीष्मकालीन फलों की उपज तथा तुम्हारे द्राक्षा की उपज पर विनाशक बरस पड़ा है.
32 हे सिबमा की दाखलता, मैं तुम्हारे लिये याजेर से भी अधिक विलाप करूँगा! तेरी डालियाँ तो ताल के पार बढ़ गई, वरन् याजेर के ताल तक भी पहुँची थीं; पर नाश करनेवाला तेरे धूपकाल के फलों पर, और तोड़ी हुई दाखों पर भी टूट पड़ा है।
जहां तक मेरा प्रश्न है, मैं मिस्पाह में रहूंगा, और जब कसदी उच्चाधिकारी यहां आएंगे, तब मैं आपकी ओर से उनके सम्मुख खड़ा हूंगा। आप लोग घबराइए मत, अपने-अपने नगर में जाइए, और अंगूर और ग्रीष्मऋतु के फल एकत्र कीजिए, तेल निकालिए, और उसको बर्तनों में जमा कीजिए। जिन नगरों पर आप लोगों ने पुन: अधिकार कर लिया है, उनमें निवास कीजिए।’
‘देखो, मोआब का विनाश करने वाला आ गया। और वह नगरों में पहुंच गया; मोआब के सर्वोत्तम सैनिक मौत के घाट उतार दिए गए। राजाधिराज ने, जिसका नाम “स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु है,” यह कहा है।
ओ दीबोन के निवासियो! अपने गौरवशाली आसन से नीचे उतरो, और सूखी भूमि पर बैठो। क्योंकि मोआब के विनाशक ने तुम पर आक्रमण किया है। उसने तुम्हारे गढ़ों को ध्वस्त कर दिया है।
विनाश करने वाला प्रत्येक नगर में आएगा, और कोई भी नगर विनाश के पंजे से बच नहीं सकेगा; हर एक घाटी विनाश के रक्त से भर जाएगी, सब मैदान उजड़ जाएंगे, जैसा प्रभु ने कहा है।