7 समूचा मोआब देश अपने अभिमान के कारण कष्ट उठायेगा। मोआब के सारे लोग विलाप करेंगे। वे लोग बहुत दु:खी रहेंगे। वे ऐसी वस्तुओं की इच्छा करेंगेजैसी उनके पास पहले हुआ करती थीं। वे कीरहरासत में बने हुए अंजीर के पेंड़ों की इच्छा करेंगे।
7 क्योंकि मोआब हाय हाय करेगा; सब के सब मोआब के लिये हाहाकार करेंगे। कीरहरासत की दाख की टिकियों के लिये वे अति निराश हो कर लम्बी लम्बी सांस लिया करेंगे॥
7 क्योंकि मोआब हाय! हाय! करेगा; सब के सब मोआब के लिये हाहाकार करेंगे। कीरहरासत की दाख की टिकियों के लिये वे अति निराश होकर लम्बी-लम्बी साँस लिया करेंगे।
उन्होंने उनके नगरों को खण्डहर कर दिया। प्रत्येक इस्राएली सैनिक ने उनके उपजाऊ खेतों पर एक-एक पत्थर फेंका, और उनको पत्थरों से पाट दिया। उन्होंने पानी के झरनों को पूर दिया। उनके उत्तम वृक्ष काट डाले। अन्त में राजधानी कीर-हरेशेत ही शेष रही। पर उनको भी गोफन चलाने वाले इस्राएली सैनिकों ने घेर लिया, और नष्ट कर दिया।
उनके पड़ोसी भी, इस्साकार, जबूलून और नफ्ताली जैसे दूर के कुल-क्षेत्रों के लोग, गधों, ऊंटों, बैलों और खच्चरों पर भोजन-वस्तु लाए। वे प्रचुर मात्रा में आटा, सूखे अंजीर फल, किशमिश, अंगूर रस, तेल, बैल और भेड़-बकरियां भी लाए; क्योंकि इस्राएली राष्ट्र में आनन्द व्याप्त था।
ओ मेरे शिष्यो! जब लोग तुमसे यह कहेंगे, ‘बुदबुदानेवाले और गुनगुनानेवाले भूत-प्रेत के साधकों और जादू-टोना करनेवालों से मार्गदर्शन प्राप्त करो’ तो तुम यह कहना, ‘क्या हमें परमेश्वर से मार्गदर्शन नहीं प्राप्त करना चाहिए? क्या जीवित जाति के लिए मुर्दों से मार्ग-दर्शन प्राप्त करना उचित है?’