6 मूसा ने प्रत्येक कुल के इन हजार-हजार पुरुषों को युद्ध में भेज दिया। इनके साथ पुरोहित एलआजर का पुत्र पीनहास था। उसके हाथ में पवित्र-स्थान के पात्र और संकट की सूचना देने के लिए तुरहियाँ थीं।
6 प्रत्येक गोत्र में से उन हजार हजार पुरूषों को, और एलीआजर याजक के पुत्र पीनहास को, मूसा ने युद्ध करने के लिये भेजा, और उसके हाथ में पवित्रस्थान के पात्र और वे तुरहियां थीं जो सांस बान्ध बान्ध कर फूंकी जाती थीं।
6 प्रत्येक गोत्र में से उन हज़ार हज़ार पुरुषों को, और एलीआज़ार याजक के पुत्र पीनहास को, मूसा ने युद्ध करने के लिये भेजा, और उसके हाथ में पवित्रस्थान के पात्र और वे तुरहियाँ थीं जो साँस बाँध बाँध कर फूँकी जाती थीं।
6 मोशेह ने इन्हें हर एक गोत्र से एक-एक हज़ार योद्धा को युद्ध के लिए भेज दिया. पुरोहित एलिएज़र का पुत्र फिनिहास युद्ध के लिए इनके साथ था. वह अपने हाथ में पवित्र पात्र एवं तुरहियां लिए हुए था कि इनसे चेतावनी नाद किया जा सके.
6 प्रत्येक गोत्र में से उन हजार-हजार पुरुषों को, और एलीआजर याजक के पुत्र पीनहास को, मूसा ने युद्ध करने के लिये भेजा, और पीनहास के हाथ में पवित्रस्थान के पात्र और वे तुरहियां थीं जो साँस बाँध बाँधकर फूँकी जाती थीं।
ऊरियाह ने दाऊद को उत्तर दिया, ‘महाराज, मंजूषा तथा इस्राएल और यहूदा प्रदेशों के सैनिक झोपड़ियों में निवास कर रहे हैं। मेरे स्वामी योआब और उनके सेवक खुले मैदान में पड़ाव डाले हुए हैं। ऐसी स्थिति में मैं अपने घर जाऊं? खाऊं-पीऊं और अपनी पत्नी के साथ सोऊं? जीवन्त प्रभु की सौगन्ध! मैं यह कार्य कदापि नहीं करूँगा।’
यद्यपि प्रभु के विधान की मंजूषा और मूसा पड़ाव से नहीं हटे, तो भी उन्होंने आक्रमण के उद्देश्य से पहाड़ी क्षेत्र के उच्च स्थल पर चढ़ने की धृष्टता की।
समाचार लाने वाले व्यक्ति ने उत्तर दिया, ‘इस्राएली पलिश्तियों के सम्मुख से भाग गए हैं। इस्राएली सेना का महा संहार हुआ है। आप के दोनों पुत्र, होफ्नी और पीनहास भी मारे गए हैं। पलिश्तियों ने परमेश्वर की मंजूषा छीन ली है।’