1 शमूएल 22:17 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)17 जो अंगरक्षक राजा के आस-पास खड़े थे, उन्हें राजा ने आदेश दिया, ‘आगे बढ़ो, और प्रभु के पुरोहितों का वध करो। इन्होंने भी दाऊद के हाथ मजबूत किए हैं। ये जानते थे कि दाऊद भाग गया है। फिर भी इन्होंने मुझ पर यह भेद प्रकट नहीं किया।’ परन्तु राजा के सेवकों ने प्रभु के पुरोहितों का वध करने के लिए अपना हाथ उठाना अस्वीकार कर दिया। अध्याय देखेंपवित्र बाइबल17 तब राजा ने अपने बगल में खड़े रक्षकों से कहा, “जाओ और यहोवा के याजकों को मार डालो। यह इसलिए करो क्योंकि वे भी दाऊद के पक्ष में हैं। वे जानते थे कि दाऊद भागा है, किन्तु उन्होंने मुझे बताया नहीं।” किन्तु राजा के अधिकारियों ने यहोवा के याजकों को मारने से इन्कार कर दिया। अध्याय देखेंHindi Holy Bible17 फिर राजा ने उन पहरुओं से जो उसके आसपास खड़े थे आज्ञा दी, कि मुड़ो और यहोवा के याजकों को मार डालो; क्योंकि उन्होंने भी दाऊद की सहायता की है, और उसका भागना जानने पर भी मुझ पर प्रगट नहीं किया। परन्तु राजा के सेवक यहोवा के याजकों को मारने के लिये हाथ बढ़ाना न चाहते थे। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)17 फिर राजा ने उन पहरुओं से जो उसके आसपास खड़े थे आज्ञा दी, “मुड़ो और यहोवा के याजकों को मार डालो; क्योंकि उन्होंने भी दाऊद की सहायता की है, और उसका भागना जानने पर भी मुझ पर प्रगट नहीं किया।” परन्तु राजा के सेवक यहोवा के याजकों को मारने के लिये हाथ बढ़ाना न चाहते थे। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल17 तब राजा ने अपने पास खड़े रक्षकों को आदेश दिया: “आगे बढ़कर याहवेह के इन पुरोहितों को खत्म करो, क्योंकि ये सभी दावीद ही के सहयोगी हैं. इन्हें यह मालूम था कि वह मुझसे बचकर भाग रहा है, फिर भी इन्होंने मुझे इसकी सूचना नहीं दी.” मगर राजा के अंगरक्षक याहवेह के पुरोहितों पर प्रहार करने में हिचकते रहे. अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201917 फिर राजा ने उन पहरुओं से जो उसके आस-पास खड़े थे आज्ञा दी, “मुड़ो और यहोवा के याजकों को मार डालो; क्योंकि उन्होंने भी दाऊद की सहायता की है, और उसका भागना जानने पर भी मुझ पर प्रगट नहीं किया।” परन्तु राजा के सेवक यहोवा के याजकों को मारने के लिये हाथ बढ़ाना न चाहते थे। अध्याय देखें |
जब येहू ने अग्नि-बलि चढ़ाना समाप्त किया तब उसने अंगरक्षकों और सेना-नायकों को आदेश दिया, ‘भीतर जाओ, और बअल देवता के सेवकों का वध करो। सावधान! एक भी आदमी बचकर भाग न सके।’ अत: उन्होंने तलवार से उनको मौत के घाट उतार दिया, और उनके शव बाहर फेंक दिए। तत्पश्चात् वे बअल देवता के मन्दिर के भीतरी कक्ष में घुसे
परन्तु इस्राएली सैनिकों ने शाऊल से कहा, ‘क्या योनातन को मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा, जिसने इस्राएली राष्ट्र के लिए यह महा विजय प्राप्त की है? यह कदापि नहीं होगा। जीवन्त प्रभु की सौगन्ध! उसके सिर का एक बाल भी भूमि पर नहीं गिरेगा। उसने परमेश्वर की सहायता से आज यह कार्य सम्पन्न किया है।’ अत: सैनिकों ने योनातन को छुड़ा लिया और उसको मृत्यु-दण्ड नहीं दिया गया।