तुम्हें उसके उन नियमों, विधियों, उपदेशों और आदेशों का पालन करना चाहिये जिन्हें उसने तुम्हारे लिये लिखा। तुम्हें इनका पालन सदैव करना चाहिये। तुम्हें अन्य देवताओं का सम्मान नहीं करना चाहिये।
“मूसा की व्यवस्था को याद करो और पालन करो। मूसा मेरा सेवक था। मैंने होरेब (सिनाइ) पर्वत पर उन विधियों और नियमों को उसे दिया। वे नियम इस्राएल के सभी लोगों के लिये हैं।”
इस प्रकार ये नियम और आदेश यरीहो के पार यरदन नदी के किनारे मोआब क्षेत्र में मूसा को दिये गए यहोवा के आदेश थे और मूसा ने उन नियमों और आदेशों को इस्राएल के लोगों को दिया।
तब इन नियमों की सारी बातें इन पत्थरों पर लिख दो। तुम्हें यह तब करना चाहिये जब तुम यरदन नदी के पार पहुँच जाओ। तब तुम उस देश में जा सकोगे जिसे यहोवा तुम्हारा परमेश्वर तुम्हें अच्छी चीजों से भरा—पूरा दे रहा है। यहोवा तुम्हारे पूर्वजों के परमेश्वर ने इसे देकर अपने वचन को पूरा किया है।
मूसा ने जिन तीन नगरों को चुना, वे ये थे: रुबेनी लोगों के लिए मरुभूमि की मैदानी भूमि में बेसेर; गादी लोगों के लिए गिलाद में रामोत और मनश्शे लोगों के लिए बाशान में गोलान।
इस्राएल के लोगों ने यरदन नदी के पूर्व की भूमि पर अधिकार कर लिया। उनके अधिकार में अब अर्नोन की संकरी घाटी से हेर्मोन पर्वत तक की भूमि और यरदन घाटी के पूर्व का सारा प्रदेश था। इस देश को लेने के लिये इस्राएल के लोगों ने जिन राजाओं को हराया उनकी सूची यह है: