मूसा ने जिन तीन नगरों को चुना, वे ये थे: रुबेनी लोगों के लिए मरुभूमि की मैदानी भूमि में बेसेर; गादी लोगों के लिए गिलाद में रामोत और मनश्शे लोगों के लिए बाशान में गोलान।
बेनगेबेर, रामोत गिलाद का प्रशासक था वह गिलाद में मनश्शे के पुत्र याईर के सारे नगरों और गाँवों का भी प्रशासक था। वह बाशान में अर्गोब के जनपद का भी प्रशासक था। इस क्षेत्र में ऊँची चहारदीवारी वाले साठ नगर थे। इन नगरों के फाटकों में काँसे की छड़ें भी लगी थीं।
मरारी के वंशजों के परिवार समूह ने बारह नगर प्राप्त किये। उन्होंने उन नगरों को रूबेन, गाद, और जबूलून के परिवार समूहों से प्राप्त किया। उन्होंने नगरों को गोटें डालकर प्राप्त किया।
गेर्शोमी परिवार ने मनश्शे परिवार समूह के आधे से, बाशान और अश्तारोत क्षेत्रों में गोलान के नगरों को प्राप्त किया। उन्होंने उन नगरों के पास के खेत भी पाए।
मरारी परिवारों ने गिलाद में रामोत, महनैम, हेशोबोन और याजेर नगरों को गाद के परिवार समूह से प्राप्त किया। उन्होंने उन नगरों के पास के खेत भी प्राप्त कियो।
यदि कोई व्यक्ति किसी वयक्ति को संयोगवश मार डाले तो वह इन नगरों में से किसी में भागकर जा सकता था और सुरक्षित रह सकता था। यदि वह मारे गए व्यक्ति से घृणा नहीं करता था और उसे मार डालने का इरादा नहीं रखता था तो वह उन नगरों में से किसी एक में जा सकता था और उसे प्राण—दण्ड नहीं दिया जा सकता था।
लेवीवंशी परिवार समूह के गेर्शोनी समूह को ये नगर दिये गए थे। मनश्शे परिवार समूह के आधे परिवार ने उन्हे बाशान में गोलान दिया। (गोलान एक सुरक्षा नगर था)। मनश्शे ने उन्हें बेशतरा भी दिया। इन दोनों नगरों के चारों ओर की भूमि भी उनके जानवरों के लिये गेर्शोनी समूह को दी गई।