जंगली गधे नंगी पहाड़ी पर खड़े होते हैं। वे गीदड़ की तरह हवा सूंघते हैं। किन्तु उनकी आँखों को कोई चरने की चीज़ नहीं दिखाई पड़ती। क्योंकि चरने योग्य वहाँ कोई पौधे नहीं हैं।
लोग इस प्रमुख नगर को छोड़ जायेंगे। यह महल और ये मिनारें वीरान छोड़ दिये जायेंगे। वे जानवरों की माँद जैसे हो जाएँगे। नगर में जंगली गधे विहार करेंगे। वहाँ भेड़े घास चरती फिरेंगी।
तुम उस जँगली गधी की तरह हो जो मरुभूमि में रहती है और सहभोग के मौसम में जो हवा को सूंघती है (गन्ध लेती है।) कोई व्यक्ति उसे कामोत्तेजना के समय लौटा कर ला नहीं सकता। सहभोग के समय हर एक गधा जो उसे चाहता है, पा सकता है। उसे खोज निकालना सरल है।
सहायता पाने की बाट जोहते—जोहते अपनी आँखों ने काम करना बंद किया, और अब हमारी आँखें थक गई है। किन्तु कोई भी सहायता नहीं आई। हम प्रतीक्षा करते रहे कि कोई ऐसी जाति आये जो हमको बचा ले। हम अपनी निगरानी बुर्ज से देखते रह गये। किन्तु किसी ने भी हम को बचाया नहीं।