यहोवा ने प्रतिज्ञा की। उसने “याकूब गर्व” नामक अपने नाम का उपयोग किया और यह प्रतिज्ञा की: “मैं उन लोगों के किये कामों के लिये उन्हें क्षमा नहीं कर सकता।
अत: दीन जन सोचने लगते हैं, “परमेश्वर ने हमको भुला ही दिया है! हमसे तो परमेश्वर सदा—सदा के लिये दूर हो गया है। जो कुछ भी हमारे साथ घट रहा, उससे परमेश्वर ने दृष्टि फिरा ली है!”
सर्वशक्तिमान यहोवा ने ये बातें मुझसे कही थीं और मैंने उन्हें अपने कानों सुना था: “तुम बुरे काम करने के अपराधी हो और मैं निश्चय के साथ कहता हूँ कि इस अपराध के क्षमा किये जाने से पहले ही तुम मर जाओगे।” मेरे स्वामी सर्वशक्तिमान यहोवा ने ये बातें कही थीं।
“यहूदा के लोगों का पाप वहाँ लिखा है जहाँ से उसे मिटाया नहीं जा सकता। वे पाप लोहे की कलम से पत्थरों पर लिखे गये थे। उनके पाप हीरे की नोकवाली कलम से लिखे गए थे, और वह पत्थर उनका हृदय है। वे पाप उनकी वेदी के सींगों के बीच काटे गए थे।
लोगों को यहोवा को जानने के लिए अपने पड़ोसियों और रिश्तेदारों को, शिक्षा देना नहीं पड़ेगी। क्यों क्योंकि सबसे बड़े से लेकर सबसे छोटे तक सभी मुझे जानेंगे।” यह सन्देश यहोवा का है। “जो बुरा काम उन्होंने कर दिया उसे मैं क्षमा कर दूँगा। मैं उनके पापों को याद नहीं रखूँगा।”
यिर्मयाह ने उन लोगों से कहा, “यहोवा को याद था कि तुमने यहूदा के नगर और यरूशलेम की सड़कों पर बलि भेंट की थी। तुमने और तुम्हारे पूर्वजों, तुम्हारे राजाओं, तुम्हारे अधिकारियों और देश के लोगों ने उसे किया। यहोवा को याद था और उसने तुम्हारे किये गये कर्मों के बारे में सोचा।
इस्राएल के लोगों को बलियां भाती थी, वे माँस का चढ़ावा चढ़ाते थे और उसको खाया करते थे। यहोवा उनके बलिदानों को नहीं स्वीकारता हैं। वह उनके पापों को याद रखता है, वह उनको दण्डित करेगा, उनको मिस्र बन्दी के रूप में ले जाया जायेगा।
मेरा स्वामी यहोवा ने मुझे एक वचन दिया। उसने अपनी पवित्रता के नाम प्रतिज्ञा की, कि तुम पर विपत्तियाँ आएंगी। लोग काटों का उपयोग करेंगे और तुम्हें बन्दी बना कर ले जाएंगे। वे तुम्हारे बच्चों को ले जाने के लिये मछलियों को फँसाने के काटों का उपयोग करेंगे।
मेरे स्वामी यहोवा ने यह प्रतिज्ञा की थी। उन्होंने अपना नाम सर्वशक्तिमान परमेश्वर यहोवा लिया और यह प्रतिज्ञा की: “मैं उन बातों से घृणा करता हूँ, जिन पर याकूब को गर्व है। मैं उसकी दृढ़ मीनारों से घृणा करता हूँ। अत: मैं शत्रु को नगर तथा नगर की हर एक चीज लेने दूँगा।”