अय्यूब, इस बात को ध्यान में रख कि कोई भी सज्जन कभी नहीं नष्ट किये गये। निर्दोष कभी भी नष्ट नहीं किया गया है।
परमेश्वर दुष्ट लोगों को जीने नहीं देगा और परमेश्वर सदा दीन लोगों के साथ खरा व्यवहार करता है।
वे लोग जो उचित व्यवहार करते हैं, परमेश्वर उनका ध्यान रखता है। वह राजाओं के साथ उन्हें सिंहासन देता है और वे सदा आदर पाते हैं।
किन्तु परमेश्वर किसी भी निर्दोष व्यक्ति को नहीं त्यागेगा और वह बुरे व्यक्ति को सहारा नहीं देगा।
मैं युवक हुआ करता था पर अब मैं बूढा हूँ। मैंने कभी यहोवा को सज्जनों को असहाय छोड़ते नहीं देखा। मैंने कभी सज्जनों की संतानों को भीख माँगते नहीं देखा।
अपने छोटे से जीवन में मैंने सब कुछ देखा है। मैंने देखा है अच्छे लोग जवानी में ही मर जाते हैं। मैंने देखा है कि बुरे लोग लम्बी आयु तक जीते रहते हैं।
वहाँ के निवासियों ने जब उस जंतु को उसके हाथ से लटकते देखा तो वे आपस में कहने लगे, “निश्चय ही यह व्यक्ति एक हत्यारा है। यद्यपि यह सागर से बच निकला है किन्तु न्याय इसे जीने नहीं दे रहा है।”
इस प्रकार प्रभु जानता है कि भक्तों को न्याय के दिन तक कैसे बचाया जाता है और दुष्टों को दण्ड के लिए कैसे रखा जाता है।