दान के परिवार समूह के प्रदेश से हम शत्रु के घोड़ों के नथनों के फड़फड़ाने की आवाज सुनते हैं, उनकी टापों से पृथ्वी काँप उठी है, वे प्रदेश और इसमें की सारी चीज़ों को नष्ट करने आए है। वे नगर और इसके निवासी सभी लोगों को जो वहाँ रहते हैं, नष्ट करने आए हैं।’”
उन पर कान दो। वह नाद ऐसा है जैसे पहाड़ पर चढ़ते रथों का घर्र—घर्र नाद हो। वह नाद ऐसा है जैसे भूसे को चटपटाती हुई लपटें जला रही हों। वे लोग शक्तिशाली हैं। वे युद्ध को तत्पर हैं।