दुष्ट मरने के बाद उसकी माँ तक उसे भूल जायेगी, दुष्ट की देह को कीड़े खा जायेंगे। उसको थोड़ा भी नहीं याद रखा जायेगा, दुष्ट जन गिरे हुये पेड़ से नष्ट किये जायेंगे।
तेरे अभिमान को मृत्यु के लोक में नीचे उतारा गया। तेरे अभिमानी आत्मा की आने की घोषणा तेरी वीणाओं का संगीत करता है। तेरे शरीर को मक्खियाँ खा जायेंगी। तू उन पर ऐसे लेटेगा मानों वे तेरा बिस्तर हो। कीड़े ऐसे तेरी देह को ढक लेंगे मानों कोई कम्बल हों।