अम्मोनियों ने समझ लिया कि वे दाऊद के शत्रु हो गये। इसलिये उन्होंने अरामी को बेत्रहोब और सोबा से पारिश्रमिक पर बुलाया। वहाँ बीस हजार अरामी पैदल—सैनिक आए थे। अम्मोनियों ने तोब से बारह हजार सैनिकों और माका के राजा को एक हजार सैनिकों के साथ पारिश्रमिक पर बुलाया।
अम्मोनी बाहर निकले और युद्ध के लिये तैयार हुए। वे नगर द्वार पर खड़े हुए। योआब और रहोब के अरामी तथा तोब और माका के व्यक्ति स्वयं खुले मैदान में नहीं खड़े हुये।
इसलिये दाऊद ने अपने सेवकों को बुलाया और उनसे पूछा कि वह स्त्री कौन थी? एक सेवक ने उत्तर दिया, “वह स्त्री एलीआम की पुत्री बतशेबा है। वह हित्ती ऊरिय्याह की पत्नी है।”
अहीतोपेल दाऊद के सलाहकारों में से एक था। अहीतोपेल गीलो नगर का निवासी था। जब अबशालोम बलि—भेटों को चढ़ा रहा था, उसने अहीतोपेल को अपने गीलो नगर से आने के लिये कहा। अबशालोम की योजना ठीक ठीक चल रही थी और अधिक से अधिक लोग उसका समर्थन करने लगे।
एक व्यक्ति ने दाऊद से कहा, “अहीतोपेल लोगों में से एक है जिसने अबशालोम के साथ योजना बनाई।” तब दाऊद ने प्रार्थना की, “हे यहोवा, मैं तुझसे प्रार्थना करता हूँ कि तू अहीतोपेल की सलाह को विफल कर दे।”
अहीतोपेल ने देखा कि इस्राएली उसकी सलाह नहीं मानते। अहीतोपेल ने अपने गधे पर काठी रखी। वह अपने नगर को घर चला गया। उसने अपने परिवार के लिये योजना बनाई। तब उसने अपने को फाँसी लगा ली। जब अहीतोपेल मर गया, लोगों ने उसे उसकी पिता की कब्र में दफना दिया।
मनश्शे के एक वंशज याईर ने अर्गोब के पूरे क्षेत्र अर्थात् बाशान, गशूरी और माका लोगों की सीमा तक के पूरे प्रदेश पर आधिपत्य स्थापित किया। याईर ने बाशान के इन शहरों को अपने नाम पर रखा। इसी से आज भी याईर नगर के नाम से पुकारा जाता है।)
दाऊद ने हित्ती अहीमेलेक और यरूयाह के पुत्र अबीशै से बातें कीं। (अबीशै योआब का भाई था।) उसने उनसे कहा, “मेरे साथ शाऊल के पास उसके डेरे में कौन चलेगा?” अबीशै ने उत्तर दिया, “मैं तुम्हारे साथ चलूँगा।”