वह फूल के समान खिलता, फिर तोड़ा जाता है; वह छाया की रीति पर ढल जाता, और कहीं ठहरता नहीं।
भजन संहिता 90:6 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वह भोर को फूलती और बढ़ती है, और साँझ तक कटकर मुर्झा जाती है। पवित्र बाइबल जो सुबह उगती है और वह शाम को सूख कर मुरझा जाती है। Hindi Holy Bible वह भोर को फूलती और बढ़ती है, और सांझ तक कट कर मुर्झा जाती है॥ पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वह प्रात: काल फूलती और लहलहाती है, किन्तु संध्या को मुर्झाकर सूख जाती है। नवीन हिंदी बाइबल जो भोर को फूलती और बढ़ती है, और साँझ तक मुरझाकर सूख जाती है। सरल हिन्दी बाइबल जो प्रातःकाल फूलती है, उसमें बढ़ती है, किंतु संध्या होते-होते यह मुरझाती और सूख जाती है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वह भोर को फूलती और बढ़ती है, और साँझ तक कटकर मुर्झा जाती है। |
वह फूल के समान खिलता, फिर तोड़ा जाता है; वह छाया की रीति पर ढल जाता, और कहीं ठहरता नहीं।
परन्तु हे यहोवा, तू सदैव विराजमान रहेगा; और जिस नाम से तेरा स्मरण होता है, वह पीढ़ी से पीढ़ी तक बना रहेगा।
कि दुष्ट जो घास के समान फूलते–फलते हैं, और सब अनर्थकारी जो प्रफुल्लित होते हैं, यह इसलिये होता है कि वे सर्वदा के लिये नष्ट हो जाएँ,
बोलनेवाले का वचन सुनाई दिया, “प्रचार कर!” मैं ने कहा, “मैं क्या प्रचार करूँ?” सब प्राणी घास हैं, उनकी शोभा मैदान के फूल के समान है।
इसलिये जब परमेश्वर मैदान की घास को, जो आज है और कल भाड़ में झोंकी जाएगी, ऐसा वस्त्र पहिनाता है, तो हे अल्पविश्वासियो, तुम को वह इनसे बढ़कर क्यों न पहिनाएगा?
क्योंकि सूर्य उदय होते ही कड़ी धूप पड़ती है और घास को सुखा देती है, और उसका फूल झड़ जाता है और उसकी शोभा जाती रहती है। इसी प्रकार धनवान भी अपने मार्ग पर चलते–चलते धूल में मिल जाएगा।