फिर वे पुरुष वहाँ से चले और सदोम की ओर दृष्टि की; और अब्राहम उन्हें विदा करने के लिये उनके संग संग चला।
उत्पत्ति 18:22 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब वे पुरुष वहाँ से मुड़ के सदोम की ओर जाने लगे; पर अब्राहम यहोवा के आगे खड़ा रह गया। पवित्र बाइबल तब वे लोग मुड़े और सदोम की ओर चल पड़े। किन्तु इब्राहीम यहोवा के सामने खड़ा रहा। Hindi Holy Bible सो वे पुरूष वहां से मुड़ के सदोम की ओर जाने लगे: पर इब्राहीम यहोवा के आगे खड़ा रह गया। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वे पुरुष वहाँ से मुड़कर सदोम नगर की ओर चले गए। किन्तु अब्राहम प्रभु के सम्मुख खड़े रहे। नवीन हिंदी बाइबल तब वे पुरुष वहाँ से मुड़कर सदोम की ओर गए, परंतु अब्राहम यहोवा के सम्मुख खड़ा रहा। सरल हिन्दी बाइबल फिर उनमें से दो व्यक्ति वहां से मुड़कर सोदोम की ओर चले गए, जबकि अब्राहाम याहवेह के सामने रुके रहे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब वे पुरुष वहाँ से मुड़कर सदोम की ओर जाने लगे; पर अब्राहम यहोवा के आगे खड़ा रह गया। |
फिर वे पुरुष वहाँ से चले और सदोम की ओर दृष्टि की; और अब्राहम उन्हें विदा करने के लिये उनके संग संग चला।
साँझ को वे दो दूत सदोम के पास आए; और लूत सदोम के फाटक के पास बैठा था। उन को देखकर वह उनसे भेंट करने के लिये उठा, और मुँह के बल झुककर दण्डवत् कर कहा,
इसलिये उसने कहा कि मैं उनका सत्यानाश कर डालता यदि मेरा चुना हुआ मूसा जोखिम के स्थान में उनके लिये खड़ा न होता ताकि मेरी जलजलाहट को ठण्डा करे कहीं ऐसा न हो कि मैं उन्हें नष्ट कर डालूँ।
फिर यहोवा ने मुझ से कहा, “यदि मूसा और शमूएल भी मेरे सामने खड़े होते, तौभी मेरा मन इन लोगों की ओर न फिरता। इनको मेरे सामने से निकाल दो कि वे निकल जाएँ!
क्या भलाई के बदले में बुराई का व्यवहार किया जाए? तू इस बात का स्मरण कर कि मैं उनकी भलाई के लिये तेरे सामने प्रार्थना करने को खड़ा हुआ जिस से तेरी जलजलाहट उन पर से उतर जाए, और अब उन्होंने मेरे प्राण लेने के लिये गड़हा खोदा है।
मैं ने उन में ऐसा मनुष्य ढूँढ़ना चाहा जो बाड़े को सुधारे और देश के निमित्त नाके में मेरे सामने ऐसा खड़ा हो कि मुझे उसका नाश न करना पड़े, परन्तु ऐसा कोई न मिला।
परन्तु उसने पवित्र आत्मा से परिपूर्ण होकर स्वर्ग की ओर देखा और परमेश्वर की महिमा को और यीशु को परमेश्वर के दाहिनी ओर खड़ा हुआ देखकर
अब मैं सबसे पहले यह आग्रह करता हूँ कि विनती, और प्रार्थना, और निवेदन, और धन्यवाद सब मनुष्यों के लिये किए जाएँ।