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अय्यूब 4:21 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

यदि उनके डेरे की डोरी उनके अन्दर ही अन्दर कट जाती, तो क्या वे बिना बुद्धि के ही मर न जाते?’

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पवित्र बाइबल

उनके तम्बूओं की रस्सियाँ उखाड़ दी जाती हैं, और ये लोग विवेक के बिना मर जाते हैं।”

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Hindi Holy Bible

क्या उनके डेरे की डोरी उनके अन्दर ही अन्दर नहीं कट जाती? वे बिना बुद्धि के ही मर जाते हैं!

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पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

यदि उनके जीवन-रूपी शिविर का खूँटा उखाड़ लिया जाए तो क्‍या वे बिना बुद्धि के धराशायी नहीं हो जाएँगे?”

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सरल हिन्दी बाइबल

क्या यह सत्य नहीं कि उनके तंबुओं की रस्सियां उनके भीतर ही खोल दी जाती हैं? तथा बुद्धिहीनों की मृत्यु हो जाती है?’ ”

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

क्या उनके डेरे की डोरी उनके अन्दर ही अन्दर नहीं कट जाती? वे बिना बुद्धि के ही मर जाते हैं?’

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अय्यूब 4:21
15 क्रॉस रेफरेंस  

नि:सन्देह कुटिल लोगों के निवास ऐसे हो जाते हैं, और जिसको परमेश्‍वर का ज्ञान नहीं रहता उसका स्थान ऐसा ही हो जाता है।”


जो बुद्धिमान हैं वे बड़ी आयु के लोग ही नहीं, और न्याय के समझनेवाले बूढ़े ही नहीं होते।


परन्तु यदि वे न सुनें, तो वे तलवार से नष्‍ट हो जाते हैं, और अज्ञानता में मरते हैं।


तेरे बैरी लज्जा का वस्त्र पहिनेंगे, और दुष्‍टों का डेरा कहीं रहने न पाएगा।”


जब तू मनुष्य को अधर्म के कारण डाँट– डपटकर ताड़ना देता है; तब तू उसकी सुन्दरता को पतंगे के समान नष्‍ट करता है; सचमुच सब मनुष्य वृथाभिमान करते हैं। (सेला)


देख, तू ने मेरी आयु बालिश्त भर की रखी है, और मेरी अवस्था तेरी दृष्‍टि में कुछ है ही नहीं। सचमुच सब मनुष्य कैसे भी स्थिर क्यों न हों तौभी व्यर्थ ठहरे हैं। (सेला)


वे अधोलोक की मानो भेड़–बकरियाँ ठहराए गए हैं; मृत्यु उनका गड़ेरिया ठहरी; और भोर को सीधे लोग उन पर प्रभुता करेंगे; और उनका सुन्दर रूप अधोलोक का कौर हो जाएगा और उनका कोई आधार न रहेगा।


मनुष्य चाहे प्रतिष्‍ठित भी हों, परन्तु यदि वे समझ नहीं रखते तो वे पशुओं के समान हैं, जो मर मिटते हैं।


वह शिक्षा प्राप्‍त किए बिना मर जाएगा, और अपनी ही मूर्खता के कारण भटकता रहेगा।


जो तुझे देखेंगे तुझ को ताकते हुए तेरे विषय में सोच सोचकर कहेंगे, ‘क्या यह वही पुरुष है जो पृथ्वी को चैन से रहने न देता था और राज्य में घबराहट डाल देता था;


इसलिये तुम मनुष्य से परे रहो जिसकी श्‍वास उसके नथनों में है, क्योंकि उसका मूल्य है ही क्या?


परन्तु परमेश्‍वर ने उससे कहा, ‘हे मूर्ख! इसी रात तेरा प्राण तुझ से ले लिया जाएगा; तब जो कुछ तू ने इकट्ठा किया है वह किसका होगा?’


क्योंकि सूर्य उदय होते ही कड़ी धूप पड़ती है और घास को सुखा देती है, और उसका फूल झड़ जाता है और उसकी शोभा जाती रहती है। इसी प्रकार धनवान भी अपने मार्ग पर चलते–चलते धूल में मिल जाएगा।